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ये क्या बोल गए?: अखिलेश ने पूछा- गुजरात का कोई जवान शहीद हुआ हो, तो बताओ?

aman
By aman
Published on: 10 May 2017 5:29 PM IST
ये क्या बोल गए?: अखिलेश ने पूछा- गुजरात का कोई जवान शहीद हुआ हो, तो बताओ?
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..ये क्या बोल गए?: अखिलेश ने पूछा- गुजरात का कोई जवान शहीद हुआ हो, तो बताओ?

झांसी: यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद से बौखलाए पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आए दिन कुछ ऐसा बयान देते रहे हैं जो मीडिया की सुर्खियां बनी हैं। लेकिन इस बार तो हद ही ही हो गई। झांसी में शहीदों को लेकर उन्होंने एक विवादास्पद बयान दे दिया।

सपा अध्यक्ष ने बुधवार (10 मई) को सवाल करते हुए कहा, कि आखिर बाकी राज्यों की तरह सीमा पर गुजरात के जवान क्यों नहीं शहीद हो रहे हैं? इस बयान के मीडिया में आते ही अखिलेश की चारों ओर आलोचना होने लगी।

पीएम पर था निशाना

अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा, 'यूपी, मध्य प्रदेश, दक्षिण भारत सहित देश के हर जगह से जवान शहीद हुए हैं, लेकिन गुजरात का कोई जवान शहीद हुआ हो, तो बताओ?' दरअसल, अखिलेश यादव का यह बयान पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाने के तौर पर देखा जा रहा है। पीएम मोदी गुजरात से ही हैं। बातों-बातों में वो अक्सर गुजरात और गुजराती के योगदान की चर्चा करते दिखते हैं।

अखिलेश की चहुंओर आलोचना

सपा अध्यक्ष की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पिछले कई महीने से अशांत जम्मू-कश्मीर में अक्सर आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ होती रहती है। इन मुठभेड़ों में कई भारतीय जवान शहीद भी होते रहे हैं। ऐसे में शहीदों की शहादत पर राजनीतिज्ञों का ऐसा बयान अशोभनीय जान पड़ता है। इसी वजह से अखिलेश की चहुंओर आलोचना हो रही है।

आरके सिंह ने किया हमला

बीजेपी सांसद आरके सिंह ने अखिलेश यादव के इस बयान को संकीर्ण मानसिकता का बताया है। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि सेना को जात-पात और राज्यों के हिसाब से नहीं बांटा जा सकता। सेना को राजनीति से दूर रखना चाहिए। शर्म आती है, कि इस तरह का बयान एक बड़े प्रदेश का पूर्व सीएम किसे दे सकता है। अखिलेश यादव को अपने इस बयान पर माफ़ी मांगनी चाहिए। आज देश समझ रहा है वो इस तरह के बयान क्यूं दे रहे हैं।'

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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