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Mission 2024: यूपी में सीटों के लिए होगा घमासान, अखिलेश यादव ने दिखाया सख्त तेवर, कांग्रेस-रालोद को नहीं देंगे 15 से अधिक सीटें

Mission 2024: सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन हुआ तो सपा 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अगर गठबंधन नहीं हुआ तो प्रदेश की सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी।

Anshuman Tiwari
Published on: 1 Nov 2023 12:01 PM GMT
Regarding 2024 Lok Sabha elections, Akhilesh Yadav said - will not give more than 15 seats to Congress-RLD
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2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अखिलेश यादव ने कहा- कांग्रेस-रालोद को नहीं देंगे 15 से अधिक सीटें: Photo- Newstrack

Mission 2024: 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में घमासान होना तय माना जा रहा है। दरअसल मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर कांग्रेस की ओर से किए गए व्यवहार से सपा मुखिया अखिलेश यादव खासे नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस को चेतावनी दी थी कि उसे यह नहीं भूलना चाहिए कि लोकसभा चुनाव के दौरान यह व्यवहार उसके साथ भी होगा।

अब उन्होंने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश में गठबंधन हुआ तो सपा 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अगर गठबंधन नहीं हुआ तो प्रदेश की सभी 80 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। इस बयान का बड़ा सियासी मतलब निकाला जा रहा है। अखिलेश के बयान से साफ हो गया है कि वह कांग्रेस और रालोद को उत्तर प्रदेश में 15 से ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं है।

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एमपी की जुबानी जंग का दिखने लगा असर

दरअसल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान सीटों को लेकर कांग्रेस और सपा में हुई खींचतान का असर अब दिखने लगा है। मध्य प्रदेश में सीटों पर तालमेल के लिए कांग्रेस और सपा नेताओं के बीच कई दौर की बातचीत हुई मगर यह बातचीत अंजाम तक नहीं पहुंच सकी थी। सपा की ओर से कांग्रेस से 6 सीटों की मांग की गई थी। कांग्रेस सपा को इतनी ज्यादा सीटें देने के लिए तैयार नहीं थी।

बाद में कांग्रेस ने सपा की ओर से मध्य प्रदेश में जीती गई सीट पर भी अपना प्रत्याशी उतार दिया था। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अखिलेश यादव के खिलाफ ऐसा बयान दिया जिसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया। मध्य प्रदेश में हुए इस प्रकरण के बाद अब अखिलेश यादव ने भी अपने तेवर सख्त कर लिए हैं।

कांग्रेस-रालोद को नहीं देंगे 15 से अधिक सीटें

अखिलेश यादव भी अब उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को सबक सिखाने के मूड में आ गए हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में गठबंधन होने की स्थिति में सपा 65 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यदि उत्तर प्रदेश में गठबंधन नहीं हो सका तो सपा प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। अखिलेश का यह बयान कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में भाजपा के बाद राजनीतिक रूप से सपा को ही सबसे मजबूत स्थिति में माना जाता है और सियासी जानकारों का मानना है कि भाजपा को मजबूत चुनौती देने में सपा ही सक्षम है। अखिलेश के बयान से साफ है कि वह कांग्रेस और रालोद दोनों दलों को मिलाकर 15 सीटों से ज्यादा देने के लिए तैयार नहीं है।

दूसरी ओर कांग्रेस ने प्रदेश की ज्यादा से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की मंशा पाल रखी है। इस कारण अगले लोकसभा चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन में घमासान होना तय माना जा रहा है।

सपा मुखिया अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी: Photo- Social Media

बूथ प्रबंधन पर अखिलेश ने दिया जोर

सपा मुखिया अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। बुधवार को समाजवादी पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक के दौरान उन्होंने बूथ प्रबंधन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी को चुनावी स्थिति को मजबूत बनाने के लिए गुटबाजी को खत्म करना जरूरी है। इस बैठक के दौरान राज्य कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को विधानसभा वार पदाधिकारी बनाकर जिम्मेदारी भी सौंपक गई।

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बैठक के दौरान पीडीए का मुद्दा भी उठा जिस पर अखिलेश यादव हाल के दिनों में काफी जोर देते रहे हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि इसके जरिए पार्टी की चुनावी स्थिति को मजबूत बनाया जा सकता है। बैठक के दौरान पार्टी पदाधिकारियों को वोटर लिस्ट दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए गए। पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे वोटर लिस्ट से कटे या काटे गए नाम को जुड़वाने के लिए युद्ध स्तर पर प्रयास करें।

Shashi kant gautam

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