TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Amarnath Yatra 2023: तगड़ा झटका अमरनाथ यात्रियों को, रोकी गई यात्रा, बारिश और खराब मौसम का अलर्ट जारी

Amarnath Yatra 2023: जम्मू कश्मीर में लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम का कहर अमरनाथ यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार 7 जुलाई को खराब मौसम के कारण बालटाल और पहलगाम के दो मार्गों पर अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है।

Jugul Kishor
Published on: 7 July 2023 9:47 AM IST (Updated on: 7 July 2023 11:45 AM IST)
Amarnath Yatra 2023: तगड़ा झटका अमरनाथ यात्रियों को, रोकी गई यात्रा, बारिश और खराब मौसम का अलर्ट जारी
X
सांकेतिक तस्वीर ( सोशल मीडिया)

Amarnath Yatra 2023: जम्मू कश्मीर में लगातार हो रही बारिश और खराब मौसम का कहर अमरनाथ यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार 7 जुलाई को खराब मौसम के कारण बालटाल और पहलगाम के दो मार्गों पर अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। बता दें 6554 तीर्थ यात्री गुरुवार शाम को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहलगाम और बालटाल के आधार शिविरों में पहुंचे, लेकिन देर रात से ही रही बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है। माना जा रहा है कि मौसम साफ होने बाद ही यात्रा यहां से आगे बढ़ेगी।

तीर्थयात्रियों को शिविरों में रहने का आदेश

प्रशासन का कहना है कि खराब मौसम और देर रात से हो रही बारिश के कारण यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बालटाल और पहलगाम में अमरनाथ यात्रा को रोका गया है। यह रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी। उन्होने कहा कि तेज बारिश के कारण भूस्खलन की संभावनाएं ज्यादा बढ़ जाती है, इसीलिए यात्रा को रोकने का फैसला लिया गया है। प्रशासन ने कहा कि जब इलाके में मौसम साफ होगा तभी यात्री को आगे के लिए रवाना किया जाएगा। सभी तीर्थयात्रियों को शिविरों में रहने का आदेश दिया गया है।

अब तक 84768 भक्त कर चुके यात्रा

जानकारी के मुताबिक गुरुवार को 17202 तीर्थ यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। वहीं,1 जुलाई को यात्रा शुरू हुई थी, तब से अब तक कुल 84768 भक्त बाबा के दरबार में हाजिरी लगा चुके हैं।

तीर्थयात्रियों की लगातार बढ़ रही संख्या

62 दिनों तक चलने वाली पवित्र अमरनाथ यात्रा एक जुलाई को दक्षिण कश्मीर के पहलगाम और मध्य कश्मीर के गांदलबल जिले के बालटाल के दोहरे मार्गों से शुरु हई थी। तीर्थयात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पूरी अमरनाथ यात्रा की निगरानी एचएमटी स्थित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से की जा रही है।



\
Jugul Kishor

Jugul Kishor

Next Story