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Police Commemoration Day 2022: जम्मू-कश्मीर में बदले हालात, पत्थर फेंकने वाले बन गए पंच और सरपंच, बोले अमित शाह

Police Commemoration Day 2022: जम्मू कश्मीर के हालातों का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले जो सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंका करते थे।

Krishna Chaudhary
Published on: 21 Oct 2022 7:08 AM GMT
amit shah in delhi
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गृह मंत्री अमित शाह (photo; social media ) 

Police Commemoration Day 2022: हर साल की भांति इस साल भी आज यानी 21 अक्टूबर को देश के सभी राज्यों में पुलिस स्मृति दिवस मनाया जा रहा है। नई दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। शाह ने इस मौके पर पुलिस और अर्धसैनिक बलों के कमांडरों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश के अधिकांश आतंक प्रभावित हॉटस्पॉट आज शांति की ओर अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लीडरशिप में पिछले 8 वर्षों में जम्मू कश्मीर, नक्सल प्रभावित राज्यों और पूर्वोत्तर में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है।

पत्थर फेंकने वाले बन गए पंच और सरपंच

जम्मू कश्मीर के हालातों का जिक्र करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले जो सुरक्षाकर्मियों पर पत्थर फेंका करते थे, आज वे पंच और सरपंच बन गए हैं। वहीं पूर्वोत्तर के बारे में कहा कि हमने अफस्पा के तहत सशस्त्र बलों को मिले विशेष अधिकार को वापस लेकर वहां के युवाओं को विशेष अधिकार दिए हैं, जिसके परिमाणस्वरूप हिंसा में 70 प्रतिशत तक की कमी आई है। उन्होंने आगे कहा कि वामपंथ उग्रवाद से प्रभावित राज्यों में एकलव्य स्कूलों की इमारतों पर राष्ट्रधव्ज फहराया जा रहा है और स्कूलों में बच्चे राष्ट्रगान गाते हैं।

आंतरिक सुरक्षा के लिए पुलिस बेहद जरूरी

केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा देशभर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के बलिदान की वजह से ही भारत विकास के पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है। देशभर की पुलिस फोर्स और सीएपीएफ के 35 हजार से अधिक जवानों ने देश की आतंरिक सुरक्षा और देश की सीमाओं की रक्षा करने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनके बलिदानों को याद करके पूरा देश कृतज्ञ है।

अमित शाह ने कहा कि कई सालों पहले सीआरपीएफ ने जब चीनी टुकड़ी को धूल चटाई थी, उसी दिन पुलिस मेमोरियल डे का सिलसिला चल पड़ा और यह सिलसिला आज तक जारी है। देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए पुलिस बेहद जरूरी है और ड्यूटी के दौरान पुलिस एकदम कोताही नहीं बरतती है। कोरोना के दौरान खिलाफ लड़ाई में भी पुलिस के जवानों ने अहम भूमिका अदा की।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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