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Amit Shah की जूनियर NTR से मुलाकात का बड़ा सियासी मकसद, KCR के खिलाफ BJP की नई रणनीति
Amit Shah met Jr NTR: जूनियर एनटीआर ने अभी तक इस मुलाकात को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, मगर सियासी जानकारों का मानना है कि उनसे मुलाकात के दौरान शाह की भविष्य को लेकर बड़ी रणनीति पर चर्चा हुई है।
Amit Shah met Jr NTR: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) की हैदराबाद में रविवार को दिग्गज अभिनेता जूनियर एनटीआर (Junior NTR) से हुई मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इस मुलाकात के बाद शाह ने सोशल मीडिया पर जूनियर एनटीआर की जमकर तारीफ की है। मजे की बात यह है कि इस महत्वपूर्ण मुलाकात के बारे में भारतीय जनता पार्टी (BJP) नेताओं तक को कोई जानकारी नहीं थी। मुलाकात से थोड़ी देर पहले ही उन्हें इस बाबत जानकारी मिली।
इस बार तेलंगाना विधानसभा चुनाव (Telangana Assembly Elections) की तैयारियों में बीजेपी ने पूरी ताकत लगा रखी है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) के खिलाफ भाजपा ने काफी दिनों से अभियान छेड़ रखा है। सियासी जानकारों का मानना है कि भाजपा तेलंगाना में रहने वाले आंध्र प्रदेश मूल के मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए जूनियर एनटीआर की मदद लेने की तैयारी में जुटी है। इसके अलावा भाजपा की नजर जूनियर एनटीआर के फैंस का सियासी लाभ उठाने पर भी है। शाह ने जूनियर एनटीआर से मुलाकात के दौरान इसी मुद्दे पर लंबी चर्चा की है।
तेलंगाना के चुनाव से जुड़ी है मुलाकात
तेलंगाना विधानसभा चुनाव (Telangana Assembly Elections 2023) की तैयारियों के सिलसिले में गृह मंत्री अमित शाह ने हाल के दिनों में राज्य के कई दौरे किए हैं। अबकी बार उनके दौरे का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम जूनियर एनटीआर से मुलाकात का भी था। इस मुलाकात के बाद उन्होंने जूनियर एनटीआर को प्रतिभाशाली अभिनेता और 'तेलुगू सिनेमा का रत्न' बताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि जूनियर एनटीआर से विभिन्न मुद्दों पर अच्छी बातचीत हुई।
एनटी रामाराव के पोते हैं जूनियर एनटीआर
तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के संस्थापक एनटी रामाराव (TDP founder NT Rama Rao) के पोते जूनियर एनटीआर को दक्षिण भारत के नामी अभिनेताओं में गिना जाता है। उनकी हाल में रिलीज हुई फिल्म आरआरआर (Film RRR) को काफी पसंद किया गया था। इस फिल्म के लिए उन्हें सह अभिनेता रामचरण के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खूब प्रशंसा मिली थी। जूनियर एनटीआर एक बार फिर गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के सिलसिले में चर्चाओं में आ गए हैं।
भाजपा की समीकरण साधने की तैयारी
जूनियर एनटीआर ने 2009 के चुनाव में टीडीपी के प्रचार में सक्रिय भूमिका निभाई थी। हालांकि, इस चुनाव के बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली थी। हाल के दिनों में वे सियासत से पूरी तरह दूर रहे हैं। मगर, शाह से मुलाकात के बाद माना जा रहा है कि भाजपा जूनियर एनटीआर का उपयोग अपने समर्थन में करने के लिए जुट गई है। जानकारों का कहना है कि शाह ने इसी मुद्दे पर जूनियर एनटीआर से चर्चा की है और समय आने पर पार्टी उनका इस्तेमाल करने की मुहिम में जुटी हुई है।
आंध्र और तेलंगाना में जूनियर एनटीआर का स्टारडम
आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) और तेलंगाना (Telangana) में जूनियर एनटीआर को काफी लोकप्रियता हासिल है। माना जा रहा है कि उनके जरिए भाजपा को बड़ा सियासी समीकरण साधने में मदद मिल सकती है। शाह का जूनियर एनटीआर से मुलाकात का कार्यक्रम पहले गोपनीय रखा गया था। भाजपा नेताओं को भी इस बाबत कोई जानकारी नहीं थी। मुलाकात से कुछ ही देर पहले ही भाजपा नेताओं को इस बाबत जानकारी मिली।
जूनियर एनटीआर की मदद का होगा बड़ा असर
जानकारों का कहना है कि आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद तेलंगाना अलग राज्य तो बन गया मगर तेलंगाना में अभी भी आंध्र प्रदेश मूल के काफी संख्या में मतदाता है। इन मतदाताओं की विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। भाजपा ने इन मतदाताओं पर नजरें गड़ा रखी हैं और जूनियर एनटीआर के जरिए इन मतदाताओं को साधने की कोशिश की जाएगी। इसी कारण जूनियर एनटीआर की शाह से मुलाकात के पीछे बड़ा सियासी मकसद बताया जा रहा है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में जूनियर एनटीआर की लंबी चौड़ी फैंस फॉलोइंग है। अगर वे भाजपा के लिए प्रचार करने को तैयार हुए तो निश्चित रूप से इसका पार्टी को बड़ा सियासी फायदा हो सकता है।
वैसे जूनियर एनटीआर ने अभी तक इस मुलाकात को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं, मगर सियासी जानकारों का मानना है कि उनसे मुलाकात के दौरान शाह की भविष्य को लेकर बड़ी रणनीति पर चर्चा हुई है। अपनी मौजूदा तेलंगाना यात्रा के दौरान शाह ने केसीआर पर हमले का कोई मौका नहीं छोड़ा और राज्य सरकार पर तेलंगाना के किसानों को पीएम मोदी की कल्याणकारी योजनाओं से वंचित करने का बड़ा आरोप लगाया।