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Amit Shah Press Conference: 'कांग्रेस ने तथ्यों को तोड़मरोड़ कर पेश किया', आंबेडकर विवाद के बीच प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले अमित शाह
Amit Shah Press Conference : आंबेडकर विवाद के बीच गृह मंत्री अमित शाह भाजपा मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे हैं।
Amit Shah Press Conference : आंबेडकर विवाद के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने भाजपा मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सच्चाई को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है और वे “अंबेडकर विरोधी, आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी” हैं। बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के राज्यसभा में आंबेडकर को लेकर दिए बयान के बाद भारी बवाल मचा हुआ है। संसद से लेकर सड़क तक विपक्षी नेता उनके बयान की निंदा कर रहे हैं और उनसे माफी की मांग कर रहे हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि विगत सप्ताह में संसद में लोकसभा और राज्यसभा में संविधान को स्वीकार किए हुए 75 साल के मौके पर संविधान की रचना, संविधान निर्माताओं के योगदान और संविधान में प्रस्थापित किए गए आदर्शों पर एक गौरवमयी चर्चा का आयोजन हुआ। इस चर्चा में 75 साल की देश की गौरव यात्रा, विकास यात्रा और उपलब्धियों की भी चर्चा होनी थी। उन्होंने कहा कि ये तो स्वाभाविक है कि जब लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष-विपक्ष होते हैं, तो हर मुद्दे पर लोगों का, दलों का और वक्ताओं का नजरिया अलग-अलग होता है। मगर संसद जैसे देश के सर्वोच्च लोकतांत्रिक फोरम में जब चर्चा होती है, तब इसमें एक बात कॉमन होती है कि बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कल से कांग्रेस ने जिस तरह से तथ्यों को तोड़-मरोड़कर रखने का प्रयास किया है, ये अत्यंत निंदनीय है और मैं इसकी निंदा करना चाहता हूं। ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने संविधान पर, संविधान की रचना के मूल्यों पर और जब-जब कांग्रेस या भाजपा का शासन रहा, तब शासन ने संविधान के मूल्यों का किस तरह से मूल्यांकन, संरक्षण और संवर्धन किया, इस पर तथ्यों और अनेक उदाहरण के साथ भाजपा के वक्ताओं ने विषय रखे। इससे तय हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, कांग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है।
अमित शाह ने आगे कहा कि कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई। कल से कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था। बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर सभी संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि जब संसद में चर्चा चल रही थी, तो यह साबित हो गया कि किस तरह कांग्रेस ने बाबा साहेब अंबेडकर का विरोध किया था। किस तरह कांग्रेस ने बाबा साहेब की मृत्यु के बाद भी उनका मजाक उड़ाने की कोशिश की... जहां तक भारत रत्न देने की बात है, तो कांग्रेस के नेताओं ने कई बार खुद को भारत रत्न दिया है। नेहरू ने 1955 में खुद को भारत रत्न दिया, इंदिरा ने 1971 में खुद को भारत रत्न दिया और बाबा साहेब को 1990 में भारत रत्न मिला, जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी और भारतीय जनता पार्टी समर्थित सरकार थी... अंबेडकर के प्रति नेहरू की नफरत जगजाहिर है।