Amravati Murder Case: उमेश के हत्यारों पर कसा एनआईए का शिकंजा, 11 आरोपियों के विरूद्ध चार्जशीट पेश

Amravati Murder Case: इस हत्याकांड के संबंध में सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में 22 जून को मामला दर्ज किया गया था। काफी बवाल मचने के बाद ये केस एनआईए को ट्रांसफर हो गया।

Krishna Chaudhary
Published on: 17 Dec 2022 2:46 AM GMT
Amravati Murder Case
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Amravati Murder Case (photo: social media )

Amravati Murder Case: चर्चित अमरावती हत्याकांड मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 11 आरोपियों के विरूद्ध मुंबई एनआईए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस साल जून में अमरावती में रहने वाले केमिस्ट उमेश कोल्हे की बर्बर तरीके से हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के संबंध में सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में 22 जून को मामला दर्ज किया गया था। काफी बवाल मचने के बाद ये केस एनआईए को ट्रांसफर हो गया। जिसके बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने 2 जुलाई को फिर से मामला दर्ज किया गया था।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, उमेश हत्याकांड के आरोपियों के विरूद्ध यूएपीए की धारा लगाई गई है। एनआईए ने जिन 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है उनमें मुदस्सिर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब राशिद, युसुफ खान, इरफान खान, अब्दुलअरबाज, मुशफीकअहमद, शेख शकील, शहीम अहमद शामिल हैं।

रात के अंधेरे में उमेश को उतारा गया था मौत के घाट

21 जून की रात अमरावती के केमिस्ट उमेश कोल्हे रात 10 बजे अपनी दुकान बंद कर घर लौट रहे थे। इस दौरान उमेश का बेटा संकेत और पत्नी वैष्णवी दूसरी बाइक से साथ चल रहे थे। रास्ते में घात लगाए बैठे आरोपियों ने महिला कॉलेज के पास उमेश को रोक लिया और किसी धारदार हथियार से उनका गला रेत दिया। घटना को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी मौके से फरार हो गए। खून से लथपथ उमेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

क्यों हुई थी उमेश की हत्या ?

उमेश कोल्हे हत्याकांड का संबंध चर्चित नुपूर शर्मा विवाद मामले से हैं। दरअसल, इस साल एक टेलीविजन बहस के दौरान बीजेपी नेता नूपुर शर्मा ने इस्लाम धर्म के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की थी। उनका बयान सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बवाल मच गया था। देश के कई राज्यों में भारी हिंसक प्रदर्शन हुआ। मुस्लिम देशों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी। जिसके बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को प्रवक्ता पद से हटाने के साथ – साथ पार्टी से भी निष्कासित कर दिया था।

मुस्लिम समुदाय के तगड़े विरोध के बीच सोशल मीडिया पर नूपुर के समर्थन में भी अभियान चलने लगा था। जिससे खफाकर होकर मुस्लिम कट्टरपंथी धमकियां देने लगे। इसी दौरान अमरवाती के उमेश कोल्हे ने भी नूपुर से जुड़े एक पोस्ट का समर्थन किया था, जिसके बाद कट्टरपंथियों ने उनकी हत्या कर दी। इसी तरह की एक और वारदात राजस्थान के उदयपुर में हुई थी। जहां दर्जी कन्हैयालाल की भी हत्या नूपुर शर्मा का सोशल मीडिया पर समर्थन करने के कारण कर दी गई। इस मामले की भी जांच एनआईए कर रही है।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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