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Amrit Bharat Express: आम जनता की लक्ज़री ट्रेन "अमृत भारत" एक्सप्रेस, पुश पुल टेक्नोलॉजी से है लैस
Amrit Bharat Express: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 25 दिसंबर को नवनिर्मित ट्रेन का निरीक्षण करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा किया। अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन नारंगी और भूरे रंग में शानदार दिखती है।
Amrit Bharat Express: आम आदमी की लक्ज़री ट्रेन "अमृत भारत" एक्सप्रेस चलने को तैयार है। पहली ट्रेन दरभंगा से अयोध्या रूट पर चलेगी और पीएम मोदी इसको 30 दिसंबर को अयोध्या में हरी झंडी दिखाएंगे।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 25 दिसंबर को नवनिर्मित ट्रेन का निरीक्षण करने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दौरा किया। अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन नारंगी और भूरे रंग में शानदार दिखती है। वैष्णव ट्रेन में चढ़े और यात्री वाहन में उन्नत तकनीकों का जायजा लिया। वंदे भारत और अमृत भारत दोनों ट्रेनें पीएम मोदी की 'मेक इन इंडिया' पहल का हिस्सा हैं।
मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घोषणा की कि पुश-पुल तकनीक वाली अमृत भारत ट्रेन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में किया जाएगा। नई दिल्ली स्टेशन पर कोचों और लोकोमोटिव के निरीक्षण के दौरान, वैष्णव ने नई ट्रेन में शामिल सुरक्षा लाभों और यात्री-केंद्रित सुविधाओं पर प्रकाश डाला।
पुश-पुल तकनीक क्या है?
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, पुश-पुल तकनीक में दो इंजन शामिल हैं- एक आगे और दूसरा पीछे। जहां आगे का इंजन ट्रेन को खींचता है, वहीं पीछे का इंजन उसे धकेलता है, जिससे स्पीड और रोकने में सुधार होता है। उन्होंने बताया कि इस डिज़ाइन के परिणामस्वरूप पुलों, मोड़ों और अन्य गति-प्रतिबंधित वर्गों पर महत्वपूर्ण समय की बचत होती है, जिससे यात्रा अधिक कुशल हो जाती है।
अमृत भारत ट्रेन की विशेषताएं
- अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में 12 स्लीपर और 8 जनरल कोच सहित 22 कोच होंगे। यह एक गैर-एसी स्लीपर सह अनारक्षित श्रेणी सेवा है जिसे विशेष रूप से सस्ता बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- अमृत भारत एक्सप्रेस का रंग भगवा-ग्रे है।
- अमृत भारत ट्रेन में विशेष कपलर हैं जिसे अर्ध-स्थायी कपलर कहा जाता है, जो यात्रियों द्वारा ट्रेन चलने और रुकने के दौरान अनुभव किए जाने वाले झटके के प्रभाव को समाप्त करता है।
- सीटें आरामदायक कुशनिंग के साथ बैंगनी रंग की हैं।
- ट्रेन मोबाइल होल्डर, स्लाइडर आधारित विंडो ग्लास से लैस है, जो यात्रियों को आधुनिक टच देगा।
- ट्रेन में आने वाले स्टेशन के बारे में विवरण प्रदर्शित करने के लिए यात्री सूचना प्रणाली की सुविधा भी उपलब्ध है।
- यह देखते हुए कि 100 से अधिक गति पर ट्रेन को वायु दबाव का सामना करना पड़ेगा।ऐसे में कोचों के बीच की जगह को पूरी तरह से कवर किया गया है।
- प्रत्येक सीट पर चार्जिंग प्वाइंट, सामान्य कोचों में गद्देदार सीटें और व्हीलचेयर की पहुंच के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए गए रैंप जैसी सुविधा होगी।
- रेल मंत्री ने ट्रायल रन के आधार पर सुधार के बाद प्रति माह इस मॉडल की 20 से 30 ट्रेनें तैयार करने की योजना की रूपरेखा तैयार की है। इसके बाद के लॉन्च में सामान्य श्रेणी से लेकर एसी-II तक के कॉन्फ़िगरेशन शामिल होंगे।