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Fire in Tirupati: तिरुपति में गोविंदराजा मंदिर के पास दुकान में लगी भीषण आग

Fire in Tirupati: गोविन्दराजा मंदिर के बगल स्थित एक दुकान में भीषण आग लगी है। दमकल व पुलिस कर्मि मौके पर पहुंच गए हैं। आग बुझाने की कोशिश की जा रही है।

Snigdha Singh
Published on: 16 Jun 2023 3:03 PM IST (Updated on: 16 Jun 2023 3:43 PM IST)
Fire in Tirupati: तिरुपति में गोविंदराजा मंदिर के पास दुकान में लगी भीषण आग
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fire broke out in a shop near the Govindaraja temple (Image: Social Media)

Fire in Tirupati: तिरुपति में गोविंदराजा मंदिर के पास स्थित फोटो फ्रेम की एक दुकान में भीषण आग लग गई। उठती तेज लपटों को देखकर भगदड़ मच गई। मौके पर दमकल और पुलिस फोर्स ने पहुंचकर बचाव कार्य शुरू किया। एक दर्जन से अधिक गाड़ियां आग बुझाने में लगी हैं। अभी आग लगने की वजह स्पष्ट नहीं है। मौके पर पुलिस व प्रशासन के लोग मौजूद हैं। सुरक्षा के दृष्टिगत मंदिर के आसपास के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। गोविंदराजा मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर से लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थित है।

दुकान संकरे गली में होने के कारण हो रही समस्या

फोटो फ्रेम की दुकान संकरे गली में होने के कारण दमकल वहां तक नहीं पहुंच पा रही है। इसलिए दूर से ही बुझाने का प्रयास किया जा रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि दुकान में करीब 10 करोंड़ का माल था। तीन मंजिले की दुकान में आग तेजी से फैल रही है। आसपास के अन्य दुकानों में भी आग फैल रही है।

गोविन्दा राजू का रथ जलकर खाक

भीड़भाड़ वाले व्यस्त इलाके में आगे लगने के बाद स्थिति बेकाबू हो गई। आग गोविन्दराजा मंदिर के रथ तक फैल चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार गोविन्दमहाराजा का रथ भी जलकर खाक हो गया है। दमकल कर्मी जोरशोर से तीन मंजिला फोटो फ्रेम शॉप के तीन मंजिला इमारत में लगी आग पर काबू पाने में जुटे हुए हैं।

गोविन्दराजा मंदिर

बता दें कि गोविन्दराजा स्वामी मंदिर दक्षिण भारत के फेमस मंदिरों में से एक है। यह दिक्षिण भारतीय वास्तुकला का एक अनोखा उदाहरण है। आन्ध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है। यह मंदिर 14वीं से 15वीं शताब्दी के बीच बनाया गया था। कथा के अनुसार श्री गोविंदराजा स्वामी भगवान वेंकटेश्वर (बालाजी) के बड़े भाई हैं। इनका बालाजी और देवि पद्मावती के मध्य शादी बहुत बड़ा सहयोग था। इस विवाह के आयोजन के लिए कुबर से मिलने वाले धन की जिम्मेदारी गोविन्दराजा को ही सौंपी गई थी इस लिए इन्हे धन का देवता भी कहा जाता है।



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Snigdha Singh

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