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Haryana Elections: ‘वरिष्ठ हूं...पार्टी से कुछ नहीं मांगा’, अनिल विज ने ठोका CM पद का दावा, केवल रेस में ही रहे आगे
Haryana Elections 2024: राज्य के पूर्व गृहमंत्री एवं अंबाला कैंट से भाजपा के उम्मीदवार अनिल विज ने रविवार को मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश किया। अनिल विज ने भाजपा से सीएम बनाने की मांग की है।
Haryana Elections 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अभी तक मुख्यमंत्री पद के तौर पर किसी उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। मौजूदा समय नायब सिंह सैनी मुख्यमंत्री हैं और भाजपा ने उन्हें भी हरियाणा के रण में लाडवा से मैदान पर उतारा है। ऐसे में संभावना है कि अगर तीसरी बार हरियाणा की सत्ता में भाजपा आती है तो शायद केंद्रीय नेतृत्व सीएम पद पर नायब सिंह सैनी पर ही दांव खेले, क्योंकि मनोहर लाल खट्टर के बाद जब से नायाब सिंह सैनी को सीएम कमाना दी गई है, तब से सूबे में पार्टी और सरकार के अंदर कोई मद भेद सामने नहीं दिखाई आई हैं। साथ ही, प्रदेश की जनता के हितों को देखकर फैसले भी उचित समय पर लिए हैं। फिर चाहे अग्निवीर को राज्य सरकार में नौकरी में आरक्षण देने का फैसला हो या फिर किसान और महिलाओं से जुड़ा फैसला हो, इसलिए सत्ता में वापसी पर नायब सैनी का पड़ला भारी दिखा रहा है, मगर चुनाव होने से पहले एक उम्मीदवार ने सीएम पद के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी है।
अनिल विज ने ठोका सीएम पद का दावा
राज्य के पूर्व गृहमंत्री एवं अंबाला कैंट से भाजपा के उम्मीदवार अनिल विज ने रविवार को मुख्यमंत्री पद के लिए दावा पेश किया। अनिल विज ने भाजपा से सीएम बनाने की मांग की है। रविवार मीडिया से बात करते हुए विधानसभा प्रत्याशी अंबाला कैंट ने कहा कि मैं हरियाणा में भाजपा का सबसे वरिष्ठ विधायक हूं और छह बार चुनाव लड़ा है। मैंने कभी पार्टी से कुछ नहीं मांगा। हालांकि, लोगों की मांग पर मैं इस बार अपनी वरिष्ठता के आधार पर सीएम पद के लिए दावा करूंगा।
बदल दूंगा राज्य की तस्वीर
विज ने ये भी कहा कि अगर भाजपा मुझे हरियाणा का सीएम बनाती है तो राज्य की तस्वीर बदल दूंगा। हालांकि यह फैसला भाजपा केंद्रीय नेतृत्व के हाथ में है। हाईकमान की इच्छा है कि वह मुझे सीएम बनाती है या फिर नहीं, लेकिन मैं जहां जहां चुनावी रैली में जा रहा हूं, सब मुझे बोल रहे हैं कि आप पार्टी में सबसे वरिष्ठ नेता हो, ऐसे में आप सीएम क्यों नहीं बने? उन्होंने कहा कि लोगों की मांग इस बार इस बार अपनी वरिष्ठता के दम पर मैं मुख्यमंत्री बनने का दावा पेश करूंगा।
हर बार केवल रेस में ही रहे आगे
बता दें कि अनिल विज मनोहर लाल खट्टर की सरकार में गृह मंत्री थे। हाल ही में हुए फेरबदल में उन्हें कैबिनेट से हटा दिया गया था। मंत्रिमंडल से बाहर किए जाने पर विज असंतोष व्यक्त करते हुए कहा था कि कुछ लोगों ने उन्हें अपनी पार्टी में 'अजनबी' बना दिया है। विज ने नए मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग नहीं लिया था और विधायक दल की बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए थे, जिससे उनका असंतोष साफ झलक रहा था। 2014 में जब पहली बार भाजपा ने 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में बहुमत हासिल किया था, तब विज को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे देखा जा रहा था, लेकिन पार्टी ने पहली बार विधायक बने खट्टर को इस पद के लिए चुना। 2019 में भी पार्टी विज की बजाए खट्टर पर दांव खेला। विज को गृह और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख विभाग के संतोष करना पड़ा।
पिछले चुनाव का हाल
बता दें कि हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होगाथ। मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी डेट 12 सितंबर थी। 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा 40 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी और कांग्रेस ने 30 सीटें जीतीं।