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सावधान! सड़क पर इस समय के बीच चलने पर दें विशेष ध्यान, MoRTH की सड़क दुर्घटना की वार्षिक रिपोर्ट जारी, यूपी मौतों की संख्या में अव्वल

Road Accidents In India: रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2021 में ड्राइवर के नियंत्रण खो देने से 19,400 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं।

Viren Singh
Written By Viren Singh
Published on: 3 Jan 2023 10:50 AM IST (Updated on: 3 Jan 2023 10:54 AM IST)
Road Accidents In India
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Road Accidents In India (सोशल मीडिया) 

Road Accidents In India: देश में ऐसा कोई शख्स नहीं होगा जो सड़क पर चलता नहीं होगा, इस लिहाज से केंद्र सरकार की यह रिपोर्ट सबके लिए है। केंद्र सरकार देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं की टाइमिंग को लेकर एक रिपोर्ट जारी है। सरकार की इस रिपोर्ट से पता चला है कि दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच के घंटे भारतीय सड़कों पर सबसे खतरनाक साबित हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में पंजीकृत कुल सड़क दुर्घटनाओं में से 40 फीसदी हादसे इस समय पर हुए हैं। वहीं, देश में सबसे कम सड़क दुर्घटनाएं रात 12 बजे लेकर सुबह 6 बजे के बीच हुई हैं। देश में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं तमिलनाडु राज्य में हुई हैं,जबकि भारत के सबसे बड़े राज्य में शुमार उत्तर प्रदेश सड़क हादसे में मारे गए लोगों की संख्या में मामले में पहले स्थान पर है।

4 लाख से अधिक हुईं सड़क दुर्घटनाएं

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट 'भारत में सड़क दुर्घटनाएं 2021' से पता चलता है कि 2021 में 4.12 लाख से अधिक दुर्घटनाएं दर्ज की गईं और कुल में से 1.58 लाख से अधिक की रिपोर्ट दोपहर 3 बजे से 9 बजे के बीच दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार, शाम 6 बजे से 9 बजे के बीच के समय में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जो देश में कुल दुर्घटनाओं का 20.7 प्रतिशत है। अपराह्न 3 से 6 बजे के बीच के समय में दुर्घटनाओं की दूसरी सबसे बड़ी संख्या लगभग 18 प्रतिशत दर्ज की गई।

ड्राइवर के नियंत्रण खोने से इतने हुए हादसे

रिपोर्ट में बताया गया है कि वर्ष 2021 में ड्राइवर के नियंत्रण खो देने से 19,400 से अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। भारतीय सड़कों पर दोपहर और शाम का समय सड़क पर रहना सबसे खतरनाक समय होता है। वहीं, रात 12 बजे लेकर सुबह 6 बजे के समय के बीच सड़कों पर सबसे कम दुर्घटनाएं होती हैं। रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच के समय में कुल दुर्घटनाओं का 10 फीसदी से भी कम देखा गया।

2017 और 2021 में इतने हुए सड़क हादसे

पिछले वर्षों के साथ 2021 के आंकड़ों की तुलना करें तो 2017 के बाद से दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे के बीच की अवधि कुल दुर्घटनाओं का 35 प्रतिशत से अधिक हादसे इसी समय दर्ज हुए हैं। साल 2017 और 2021 के बीच भातर की सड़कों पर इस समय अवधि में 85,000 से अधिक सड़क दुर्घटनाओं की सूचना प्राप्त हुई हैं। इसमें कोरोना वायरस के चलते साल 2020 में देश लगे लॉकडाउन के दौरान के सड़क हादसे भी शामिल हैं।

मौतों की संख्या में यूपी अव्वल

रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के दौरान 4,12,432 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1,53,972 लोगों की जान गई और 3,84,448 लोग घायल हुए। राज्य-वार दुर्घटना के आंकड़ों की बात करें तो साल 2021 में तमिलनाडु में सबसे अधिक 55,682 (कुल का 13.5 प्रतिशत) सड़क दुर्घटनाओं के साथ पहले स्थान पर रहा। इसके बाद मध्य प्रदेश में 48,877 (11.8 प्रतिशत) सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जबकि यूपी 21,227 मौतों के साथ उत्तर प्रदेश, सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए व्यक्तियों के मामले में सबसे ऊपर है।

सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में आई कमी

हालांकि, 2021 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 8.1 प्रतिशत की कमी आई और 2019 के आंकड़ों की तुलना में साल 2021 में चोटों में 14.8 प्रतिशत की कमी आई है।



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Viren Singh

Viren Singh

पत्रकारिता क्षेत्र में काम करते हुए 4 साल से अधिक समय हो गया है। इस दौरान टीवी व एजेंसी की पत्रकारिता का अनुभव लेते हुए अब डिजिटल मीडिया में काम कर रहा हूँ। वैसे तो सुई से लेकर हवाई जहाज की खबरें लिख सकता हूं। लेकिन राजनीति, खेल और बिजनेस को कवर करना अच्छा लगता है। वर्तमान में Newstrack.com से जुड़ा हूं और यहां पर व्यापार जगत की खबरें कवर करता हूं। मैंने पत्रकारिता की पढ़ाई मध्य प्रदेश के माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्विविद्यालय से की है, यहां से मास्टर किया है।

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