JNU Row: ब्राह्मण-बनिया विरोधी नारों से फिर 'दहका' जेएनयू, दिल्‍ली पुलिस से शिकायत..अनिल विज बोले- संस्कृति पर हमला

JNU Row: जेएनयू की वीसी ने इस घटना पर संज्ञान लिया है। उन्होंने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के डीन को जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं।

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Written By aman
Published on: 2 Dec 2022 7:33 AM GMT
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JNU दीवार पर जातिसूचक नारे (Social Media)

JNU Row: राजधानी दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) एक बार फिर विवादों में है। इस बार हंगामा जेएनयू परिसर के कई इमारतों पर जातिसूचक नारे लिखे जाने से मचा है। दरअसल, गुरुवार यूनिवर्सिटी परिसर में दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया समुदाय विरोधी नारे लिखे गए थे। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। फिर बवाल मच गया। छात्रों का दावा किया जा रहा है कि, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज- II भवन की दीवारों पर ये नारे लिखे गए थे।

विरोध और बवाल के बीच विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. शांति श्री (JNU Vice Chancellor Prof. Shanti Shree) ने नोटिस जारी कर कहा है कि, 'यूनिवर्सिटी इस मामले पर गंभीर है। यूनिवर्सिटी कैंपस की दीवारों तथा फैकल्टी रूम्स को अज्ञात अराजक तत्वों ने गलत नीयत से बिगाड़ा है। प्रशासन इस घटना की घोर निंदा करता है। ऐसी घटनाओं को जेएनयू में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्योंकि, ये यूनिवर्सिटी सबकी है।'

डीन को जांच के आदेश

जानकारी के अनुसार, जेएनयू कैंपस में स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज (School of International Studies) के डीन को मामले की जल्द से जल्द जांच के आदेश दिए गया हैं। वीसी ने कहा, जेएनयू अपनी समावेशता (Inclusiveness) के लिए जाना जाता है। इस तरह की घटनाओं के खिलाफ हम जीरो टॉलरेंस नीति अपनाएंगे।

'ये बर्दाश्त से बाहर है'

इस पूरे मामले पर जेएनयू अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP JNU) के अध्यक्ष रोहित कुमार ने कहा, 'एबीवीपी कम्युनिस्ट गुंडों द्वारा एकेडमिक संस्थानों के बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की निंदा करता है। उन्होंने कहा, कम्युनिस्ट विचारधारा ने स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज- II बिल्डिंग की दीवारों पर अपशब्द लिखे हैं। ये बर्दाश्त से बाहर है।'


क्या था मामला?

दरअसल, बुधवार की देर रात जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) कैंपस की दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे मिले थे। लिखा था, 'ब्राह्मणों कैंपस छोड़ो..रक्तपात होगा..ब्राह्मण भारत छोड़ो, ब्राह्मणों-बनियों हम तुम्हारे लिए आ रहे हैं..तुम्हें बख्शा नहीं जाएगा..शाखा लौट जाओ।' इसके अलावा, जेएनयू की महिला प्रोफेसर वंदना मिश्रा के केबिन के दरवाजे पर भी 'शाखा लौट जाओ' के नारे लिखे मिले थे। आपको बता दें, वंदना मिश्रा वही प्रोफेसर है, जिन्हें नवंबर 2019 में वामपंथियों ने तीन दिनों के लिए हिरासत में रखा था।

पुलिस में दी गई शिकायत

इन नारों की वजह से जेएनयू कैंपस एक बार फिर विवादों में है। जातिसूचक नारे लिखे जाने के बाद नया विवाद शुरू हो गया है। जेएनयू में दीवारों पर विवादित और आपत्तिजनक टिप्पणी लिखने मामले की शिकायत सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल ने दिल्ली पुलिस से की है। उन्होंने पुलिस से इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा- 153A/B, 505, 506, 34 के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।

अनिल विज ने बताया संस्कृति और व्यापार पर हमला

JNU की दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे जाने के बाद गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने आपत्ति जताई है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया। लिखा, 'जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी नारे बहुत ही घातक हैं। नारे लिखने वाले ने देश की संस्कृति पर प्रहार किया है। अनिल विज ने लिखा, जेएनयू की दीवारों पर ब्राह्मण और बनिया विरोधी नारे बहुत ही घातक है क्योंकि ब्राह्मण हमारे देश के धर्म और संस्कृति को जिंदा रखे हैं और बनिया देश के व्यापार में अहम भूमिका अदा कर रहा है। ये नारे लिखने वाले ने देश की संस्कृति और व्यापार पर प्रहार किया है ऐसी सोच को कुचल देना चाहिए।'


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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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