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2035 तक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का अर्थव्यवस्था में होगा अहम रोल

वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नयी दिल्‍ली में नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज परिसर में नॉलेज हब का उद्घाटन किया। इस केन्‍द्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्‍यम से आर्थिक गतिविधियों के बारे में सीखने की सुविधा उपलब्‍ध करायी गई है। बैंको,वित्‍तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र (बीएफएसआई) को इससे काफी फायदा होगा।

राम केवी
Published on: 6 Jan 2020 1:31 PM GMT
2035 तक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का अर्थव्यवस्था में होगा अहम रोल
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नई दिल्ली। केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री ने सोमवार को एक बड़ी बात कही है कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग 2035 तक भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में एक हजार अरब डॉलर का योगदान करेंगे।

नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज परिसर में नॉलेज हब का उद्घाटन

वाणिज्‍य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने नयी दिल्‍ली में नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज परिसर में नॉलेज हब का उद्घाटन किया। इस केन्‍द्र में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के माध्‍यम से आर्थिक गतिविधियों के बारे में सीखने की सुविधा उपलब्‍ध करायी गई है। बैंको,वित्‍तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र (बीएफएसआई) को इससे काफी फायदा होगा।

श्री गोयल ने इस अवसर पर कहा कि हालांकि भारत वित्‍तीय क्षेत्र में प्रौद्योगिकी के इस्‍तेमाल का दूसरा बड़ा केन्‍द्र बन चुका है लेकिन इस दिशा में अभी और बहुत कुछ किया जाना बाकी है। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई कि एनएसई में खोला गया यह हब इस कमी को पूरा करेगा और वित्‍तीय क्षेत्र को भविष्‍य के लिए तैयार करेगा। उन्‍होंने कहा कि एनएसई का यह नॉलेज हब वित्तीय सेवा उद्योग के लिए भविष्‍य में जरुरी कौशल युक्‍त प्रतिभाओं को तैयार करने में शिक्षण संस्थानों की मदद करेगा। यह मोबाइल पर भी उपलब्ध कराया गया है।

मददगार होगा ये केंद्र

वाणिज्य और उद्योग मंत्री ने कहा कि वित्‍तीय गतिविधियों के बारे में सीखने की सुविधा वाला यह केन्‍द्र बैंकिंग, वित्‍तीय सेवाओं और बीमा क्षेत्र के लिए अगली पीढ़ी के कौशल और क्षमताओं का निर्माण करने में मदद करेगा। उन्‍होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्‍तेमाल यह सुनिश्चित करेगा कि कौशल उन्‍नयन सस्‍ता और सुलभ है। यह ऐसे कार्यबल को तैयार करने में भी मदद करेगा जो भविष्‍य की आवश्‍यकताओं की पूर्ति के लिए पर्याप्‍त होगा।

श्री गोयल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग 2035 तक भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था में एक हजार अरब डॉलर का योगदान करेगा। यह केन्‍द्र बीएफएसआई क्षेत्र में एनएसई द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की क्षमताओं का दोहन करने की एक अच्‍छी शुरुआत है जो आगे बीएफएसआई क्षेत्र के लिए काफी बददगार बनेगा। यह केन्‍द्र ज्ञान और नवाचार के माध्‍यम से देश में विश्‍व स्‍तरीय वित्‍तीय सेवाएं उपलब्‍ध कराने में मददगार

होगा।

राम केवी

राम केवी

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