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महिला के फाड़े कपड़े-काटें बाल, पति को छोड़ा तो कोर्ट ने दी इतनी भयानक सजा
नारकोटिक्स सेल के लेकांग की महिला कल्याण संघ के अनुसार उस रात लगभग पूरा गांव इकट्ठा हो गया। जैसे ही वह रितुल के गांव पहुंची कुछ बुजुर्ग महिलाओं ने रंजना को गाड़ी से बाहर खींच लिया और उसके कपड़े फट गए।
इंफाल एक बार फिर यहां महिला के साथ हुआ कुछ ऐसा कि इंसानियत हुई शर्मसार, लेकिन इस बार इसकी वजह उस महिला से रेप नहीं था बल्कि कुछ और था। अभी यूपी का हाथरस कांड शांत भी नहीं हुआ कि अरुणाचल प्रदेश का लेकांग चर्चा में आ गया है।
अरुणाचल प्रदेश स्थित लेकांग में रंजना (बदला हुआ नाम) को कंगारू कोर्ट ने दोषी घोषित कर दिया। रंजना ने अपने पति से परेशान होकर दूसरे शख्स रितुल से शादी कर ली और असम चली गई। बाद में किसी तरह परिवार वालों ने उसके बारे में जानकारी ली और उसे गांव बुला लिया। लेकिन बाद में जो हुआ कांप जाएंगी रुह।
बाल काट दिए , कपड़े फार दिए,
पीड़ित महिला ने बताया कि वर्तमान पति 'रितुल के परिवार ने हमसे संपर्क किया और हमें गांव बुलाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे हमें स्वीकार करेंगे और परिवार में वापस शामिल कर लेंगे। शुरू में हमने मना कर दिया, लेकिन बाद में हमने सोचा कि अपने ही परिवार के साथ रहना अच्छा है। 25 सितंबर की आधी रात को दोनों अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले में अपने गांव पहुँचे। नारकोटिक्स सेल के लेकांग की महिला कल्याण संघ के अनुसार उस रात लगभग पूरा गांव इकट्ठा हो गया। जैसे ही वह रितुल के गांव पहुंची कुछ बुजुर्ग महिलाओं ने रंजना को गाड़ी से बाहर खींच लिया और उसके कपड़े फट गए।
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ठंडे पानी से नहालाया गया और फिर बुजुर्ग महिलाओं ने सजा के तौर पर उसके बाल काट दिए। महिलाओं ने ही उसके बदन पर बचे कपड़े भी उतार दिए और उसे नग्न अवस्था में कर दिया। उसने खुद को अपने हाथों से छिपाने की कोशिश की, तो भीड़ में से कुछ ने गालियां देते हुए उसे हाथ उठाने को कहा। जब गांव की बुजुर्ग महिलाएं यह सब कर रहीं थी तब उनके अन्य परिजन मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड कर रहे थे। वीडियो सोशल मीडिया पर डाले गए और वायरल हुए। जब रितुल ने ग्रामीणों को रोकने की कोशिश की तब उसे भी पीटा गया।
तार तार हुई महिला की इज्जत
रंजना ने कहा - 'मुझे बिना किसी कपड़े के स्कूल के कमरे में सोने के लिए कहा गया।अगली सुबह तक उन्होंने मुझे खाना नहीं दिया। मेरे पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। स्थानीय लोगों के अनुसार युवती ने समुदाय को शर्मसार किया है, इसलिए उसे सजा दी गई। इस शर्मनाक घटना के बाद, ग्रामीणों ने एक सामुदायिक बैठक की। बैठक में महिला के परिवार से किसी को भी नहीं बुलाया गया था, लेकिन रंजना किसी तरह अपने दादा को बुला पाई।
सोशल मीडिया से फोटो
महिला कल्याण ने उठाया कदम
जब महिला कल्याण एसोसिएशन ऑफ नारकोटिक्स सेल, लेकांग की सचिव रूबी देउरी ने कहा 'ग्रामीणों ने रंजना से अब जीवन में कभी भी शादी ना करने को कहा और रितुल को उससे सभी संबंधों को खत्म करने के लिए कहा गया था। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि रंजना को गांव से बाहर कर दिया जाना चाहिए। फिर निर्णय रंजना के पुराने दादा को बताया गया। बूढ़े शख्स ने अपनी पोती के लिए न्याय की मांग की, तो ग्रामीणों ने उसे 40,000 रुपये देने का फैसला किया। रूबी के मुताबिक पुलिस ने दर्ज प्राथमिकी के आधार पर इसमें शामिल 38 लोगों की लिस्ट तैयार की है जिनमें से 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें नौ महिलाएं हैं। हम महिला के न्याय के लिए लड़ेंगे।
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जानें पूरा मामला कैसे शुरू हुई ये कहानी
रंजना ने इतना सहने के बाद हार नहीं मानी अपनी कहानी बताई की कैसे उसकी मुलाकात रितुल( बदला हुआ नाम ) नाम के शख्स से हुई। लेकिन यह प्रेम नहीं था, लेकिन रितुल को उसकी हालत के बारे में पता था। वह जानता था कि रंजना के पति ने पांच साल तक हर दिन मेरे साथ बेरहमी से मारपीट की। जब उसने एक रात मेरे पेट में लात मारी तो मेरा गर्भपात हो गया। उसके बाद एक और गर्भपात हुआ।
क्रूरता की सारी हदें पार
एक रात जब क्रूरता की सारी हदें पार हो गईं तब मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। इस हिंसा में मेरी सास अपने बेटे यानी मेरे पति का साथ देती थी। मेरे परिवार और ससुराल वालों के बीच कई बार मुलाकात हुई, लेकिन इससे मेरी किस्मत नहीं बदली।' रंजना ने कहा, 'पहले रितुल के शादी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उसने कहा था कि चीजें बदल जाएंगी। विवाहित रंजना ने रितुल के साथ विवाह किया, जो उसी गांव का एक शादीशुदा आदमी था। बेहतर जीवन की तलाश में सितंबर 2020 के दौरान असम में तिनसुकिया चली गई।अब जब लौटी तो उसके साथ ऐसी घटना हुई। जिस पुलिसिया कार्रवाई भी शुरु हो गई है।