Arvind Singh Mewar: कौन थे महाराणा प्रताप के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़, जिन्होंने उदयपुर में ली अंतिम सांस
Arvind Singh Mewar: महाराणा प्रताप के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़ का 80 साल की उम्र में रविवार सुबह निधन हो गया। वह काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका उदयपुर के सिटी पैलेस के शंभू निवास में ही उपचार चल रहा था। वह मेवाड़ राजवंश के 76वें संरक्षक थे। अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन से पूरे राजस्थान में शोक की लहर दौड़ गयी है। सोमवार को राजघराने की परंपरा के मुताबिक अरविंद सिंह मेवाड़ का अंतिम संस्कार किया जाएगा। बीते साल 10 नवंबर को उनके बड़े भाई महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन हुआ था। वह भागवत सिंह मेवाड़ और सुषीला कुमारी मेवाड़ के छोटे पुत्र थे।
कौन थे अरविंद सिंह मेवाड़
महाराणा प्रताप के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़ का जन्म 13 दिसंबर 1944 को हुआ था। उनकी प्रारंभिक षिक्षा दीक्षा अजमेर के मेयो कॉलेज से हुई और फिर उदयपुर के महाराणा भूपाल कॉलेज से उन्होंने आर्ट्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। बाद में उन्होंने ब्रिटेन के सेंट एल्बंस मेट्रोपॉलिटन कॉलेज से होटल मैनेजमेंट की डिग्री भी हासिल की थी।
उनके परिवार में पत्नी विजयराज कुमारी, पुत्र लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ और दो पुत्रियां भार्गवी कुमारी मेवाड़ और पद्मजा कुमारी परमार हैं। उन्होंने अमेरिका में कुछ समय नौकरी भी की थी। फिर वह एचआरएच ग्रुप ऑफ होटल्स के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रहे। इसके अलावा अरविंद सिंह मेवाड़ महाराणा मेवाड़ फाउंडेशन ट्रस्ट, महाराणा मेवाड़ ऐतिहासिक प्रकाश ट्रस्ट, राजमाता गुलाब कुंवर चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष भी रहे हैं।
राजस्थान रणजी टीम के कप्तान रह चुके हैं अरविंद सिंह
अरविंद सिंह मेवाड़ एक क्रिकेटर भी थे। मेवाड़ ने लगभग दो दशकों तक राजस्थान के कप्तान के रूप में रणजी ट्रॉफी में खेला था। इसके अलावा उन्हें पोलो का भी बेहद शौक था। कैम्ब्रिज और न्यूमार्केट पोलो क्लब में उन्होंने ’उदयपुर कप’ की स्थापना की थी।
साथ ही उदयपुर में मेवाड़ पोलो टीम का भी गठन किया था। , जिसने साल 1991 में प्रतिष्ठित प्रेसिडेंट कप भी जीता था। यहीं नहीं अरविंद सिंह मेवाड़ एक कुशल पायलट भी थे। वह छोटे विमान से पूरे भारत में उड़ान भर चुके थे। अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन के बाद राजवंश के लिए एक बड़ी क्षति हुई है। बड़ी संख्या में लोग उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंच रहे हैं।