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Rajya Sabha Election: पूर्व CM अशोक चव्हाण के इस्तीफे ने बिगाड़ा कांग्रेस का समीकरण, महाराष्ट्र में सभी सीटों पर जीत सकता है सत्तारूढ़ गठबंधन
Rajya Sabha Election: अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद अब महाराष्ट्र में होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस का समीकरण बिगड़ गया है।
Rajya Sabha Election: महाराष्ट्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। अब उनके भाजपा में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। चव्हाण की अगुवाई में 12-13 विधायक भी पार्टी को बड़ा झटका दे सकते हैं। चव्हाण के इस्तीफे के बाद अब महाराष्ट्र में होने वाले राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस का समीकरण बिगड़ गया है।
राज्य में छह सीटों पर राज्यसभा चुनाव होने वाले हैं और सियासी जानकारों का मानना है कि अब सभी सीटों पर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के उम्मीदवारों को जीत हासिल हो सकती है। चव्हाण को भाजपा कोटे से राज्यसभा भेजे जाने की संभावना है।
राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जा सकते हैं चव्हाण
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने अभी किसी पार्टी में शामिल होने का ऐलान नहीं किया है। उनका कहना है कि वे अगले दो दिनों के दौरान अपने भावी सियासी रुख का ऐलान करेंगे। माना जा रहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के महाराष्ट्र दौरे के समय अशोक चव्हाण भाजपा की सदस्यता ग्रहण करेंगे। चव्हाण के भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें पार्टी की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है।
मौजूदा समय में महाराष्ट्र से भाजपा के तीन राज्यसभा सांसद हैं। इनमें से दो सांसदों प्रकाश जावड़ेकर और नारायण राणे को पार्टी की ओर से टिकट दिए जाने की संभावना नहीं है जबकि मुरलीधरन को एक बार फिर पार्टी की ओर से राज्यसभा बेचा जा सकता है।
कांग्रेस का क्यों बिगड़ गया खेल
महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस के 45 विधायक हैं मगर इनमें से करीब 12-13 विधायक अशोक चव्हाण के समर्थन में बताए जा रहे हैं। ऐसे में सियासी जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के 45 वोटो में से यदि 12 से 13 वोट छिटक गए तो राज्य में कांग्रेस उम्मीदवार के जीतने की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी। अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर घेराबंदी तेज कर दी है।
अगर अशोक चव्हाण ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली तो लोकसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगना तय है। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा इलाके पर चव्हाण की मजबूत पकड़ मानी जाती है। इसके साथ ही कई कांग्रेस विधायकों का भी चव्हाण को समर्थन बताया जा रहा है। ऐसे में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को झटका लगना तय माना जा रहा है।
सभी सीटों पर जीत सकता है सत्तारूढ़ गठबंधन
भाजपा और शिवसेना के दो-दो विधायकों के निधन के कारण महाराष्ट्र विधानसभा में फिलहाल सदस्यों की संख्या 286 है। राज्यसभा चुनाव जीतने के लिए हर पार्टी के उम्मीदवार को प्रथम वरीयता के करीब 41 वोट हासिल करने होंगे। भाजपा के पास 104 और अन्य 13 निर्दलीय विधायकों के वोट हैं। संख्या बल के हिसाब से भाजपा तीन सीटों पर आसानी से जीत हासिल कर सकती है। शिवसेना के पास 39 विधायक और 10 निर्दलीय वोट हैं। इस हिसाब से शिंदे गुट भी एक सीट पर जीत हासिल कर सकता है।
महाराष्ट्र विधानसभा में कांग्रेस के 45 विधायक हैं और इस हिसाब से पार्टी एक राज्यसभा सीट जीत सकती थी मगर अशोक चव्हाण के इस्तीफे के बाद समीकरण बदलते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए एक सीट जितना भी मुश्किल हो गया है।
एनसीपी में अजित पवार की बगावत के बाद एनसीपी भी दो गुटों में बंटी हुई है। शरद पवार की सियासी स्थिति कमजोर नजर आ रही है जबकि अजित पवार के पास ज्यादा विधायकों का समर्थन है। ऐसी स्थिति में सभी छह सीटों पर महायुति गठबंधन के उम्मीदवारों को जीत हासिल हो सकती है।