×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

बाढ़ का तांडव! काजीरंगा अभयारण्य में 225 पशुओं की मौत

Rishi
Published on: 19 Aug 2017 5:03 PM IST
बाढ़ का तांडव! काजीरंगा अभयारण्य में 225 पशुओं की मौत
X

गुवाहाटी : असम में फिर से बाढ़ ने खतरनाक रूप ले लिया है, जिसके चलते काजीरंगा नेशनल पार्क में 225 वन्यपशुओं की मौत हो चुकी है। काजीरंगा अभयारण्य के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। शनिवार तक काजीरंगा अभयारण्य का 30 फीसदी हिस्सा बाढ़ में डुबा हुआ है।

इसी महीने इससे पहले काजीरंगा अभयारण्य के निदेशक सत्येंद्र सिंह ने बताया था कि सीजन में आई पहली बाढ़ में अभयारण्य का 70 फीसदी हिस्सा डूब गया था और 105 वन्यपशुओं की मौत हुई थी।

ये भी देखें:स्कूल-मकान सब बाढ़ में समाया, ग्रामीणों ने पानी में ही बनाया आशियाना

सिंह ने कहा था, "बाढ़ का पानी घटने लगा है, लेकिन बहुत धीमी गति से। अभयारण्य से बाढ़ के पूरी तरह खत्म होने में अभी कुछ और दिन लगेंगे।"

मृत वन्यपशुओं में 178 हिरन, 15 गैंडे, चार हाथी और एक चीता शामिल हैं। लेकिन बाढ़ पूरी तरह खत्म हो, उससे पहले ही फिर से भीषण बाढ़ आ गई, जिससे असम के 25 जिले और 33 लाख लोग प्रभावित हैं।

बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में मकान और सरकारी इमारतें क्षतिग्रस्त हुई हैं, तटबंध टूट गए हैं, सड़कें धंस गई हैं और पुल बह गए हैं। बाढ़ के चलते पूरा पूर्वोत्तर भारत देश के शेष हिस्से से कटा हुआ है तथा मालदा और अलीपुरद्वार से आगे रेलगाड़ियों का संचालन भी पूरी तरह ठप है।

2012 में आई बाढ़ में काजीरंगा अभयारण्य में 793 वन्यपशुओं की मौत हो गई थी, जबकि पिछले साल 503 वन्यपशु बाढ़ की भेंट चढ़ गए थे।



\
Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story