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त्रिपुरा विधानसभा चुनाव : जानिए क्या रहा दिग्गजों का हाल

Rishi
Published on: 3 March 2018 9:10 AM GMT
त्रिपुरा विधानसभा चुनाव : जानिए क्या रहा दिग्गजों का हाल
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अगरतला : त्रिपुरा विधानसभा के लिए शनिवार को हो रही मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शानदार प्रदर्शन करते हुए गठबंधन पार्टी इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (आईपीएफटी) के साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए तैयार दिख रही है। इसके साथ ही वाममोर्चे का गढ़ त्रिपुरा भगवा रंग में रंगने जा रहा है।

पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा सिर्फ 1.5 फीसदी वोट ही बटोरने में कामयाब रही थी। लेकिन इस बार स्पष्ट बहुमत की ओर आगे बढ़ती दिखाई दे रही है और पार्टी के उम्मीदवार 60 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से 32 सीटों पर आगे चल रहे हैं।

हालांकि, चुनाव 59 सीटों पर ही हुए थे। मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के चारीलाम सीट से उम्मीदवार का 18 फरवरी को मतदान से एक सप्ताह पूर्व निधन होने की वजह से इस सीट पर चुनाव स्थगित हो गए थे।

भाजपा की गठबंधन सहयोगी आईपीएफटी आठ सीटों पर आगे है।

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राज्य में बीते 25 वर्षो से सत्तारूढ़ वाममोर्चा 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।

रुझानों के मुताबिक, भाजपा-आईपीएफटी गठबंधन 40 सीटों पर जीत दर्ज कर सकता है, जो बहुमत की 31 सीटों से नौ ज्यादा है।

2013 में हुए विधानसभा चुनाव में वाममोर्चे ने 50 सीटों पर जीत दर्ज की थी जबकि बाकी बची 10 सीटों पर कांग्रेस जीती थी लेकिन इस बार कांग्रेस का खाता भी खुलता नहीं दिख रहा है।

राज्य में भाजपा की पहली जीत की संभावना को देखते हुए जश्न का माहौल है। अपनी सहयोगी आईपीएफटी के साथ मिलकर भाजपा पूर्वोत्तर भारत में असम, मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के बाद एक और राज्य पर कब्जा करने की ओर बढ़ रही है।

त्रिपुरा के भाजपा अध्यक्ष बिप्लब कुमार देब (बनमालीपुर), भाजपा के उम्मीदवार सुदीप रॉय बर्मन (अगरतला), रतनलाल नाथ (मोहनपुर), रामपदा जमातिया (बगमा), दिलीप कुमार दास (बरजाला), दिबा चंद्र रांगकावल (करमचरा) आगे चल रहे हैं।

आईपीएफटी के उम्मीदवार नरेंद्र चंद्र देबबर्मा (तकरजला), मेवार कुमार जमातिया (आश्रमबाड़ी) और प्रशांत देबबर्मा (रामचंद्रघाट) भी आगे चल रहे हैं।

दिग्गज वाम उम्मीदवारों में निवर्तमान जनजातीय कल्याण मंत्री अघोर देबबर्मा (आश्रमबाड़ी), वन एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेश चंद्र जमातिया (बगमा), त्रिपुरा विधानसभा के उपसभापति पबित्रा कर (खायेरपुर) और मुख्य सचेतक बसुदेब मजूमदार (बेलोनिया) पीछे चल रहे हैं।

वाममोर्चे के जो उम्मीदवार आगे चल रहे हैं, उनमें मुख्यमंत्री और माकपा पोलितब्यूरो के सदस्य माणिक सरकार (धनपुर), स्वास्थ्य एवं लोककल्याण मंत्री बादल चौधरी (ऋषमुख), शिक्षा मंत्री तपन चक्रबर्ती (चांदीपुर), सूचना, खाद्य एवं नगारिक आपूर्ति मंत्री भानूलाल साहा (बिशालगढ़), खेल एवं युवा मामलों के मंत्री शाहिद चौधरी, त्रिपुरा विधानसभा अध्यक्ष रामेंद्र चंद्र देबबर्मा और जेल मंत्री महिंद्रा रेंग हैं।

राज्य के 20 स्थानों में बनाए गए 59 मतगणना केंद्रों पर तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सभी 59 सीटों पर मतगणना जारी है।

राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), भाकपा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और निर्दलीयों सहित कुल 290 उम्मीदवार चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं। इनमें कुल 23 महिलाएं भी हैं।

राज्य में मतदान से एक सप्ताह पहले माकपा के उम्मीदवार रामेंद्र नारायण देबबर्मा के निधन के कारण चारीलाम सीट (जनजातियों के लिए आरक्षित) पर मतदान स्थगित कर दिया गया था, जहां 12 मार्च को मतदान होगा।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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