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Atul Subhash Suicide Case: AI इंजीनियर ने किया सुसाइड, पत्नी और जज को ठहराया जिम्मेदार

Atul Subhash Suicide Case Update: जौनपुर निवासी AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने पारिवारिक कलह की वजह से की आत्महत्या, 24 पन्ने का छोड़ा सुसाइड नोट, पत्नी, ससुराल वालों और जज को ठहराया दोषी।

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Newstrack Network
Published on: 10 Dec 2024 4:54 PM IST (Updated on: 12 Dec 2024 12:17 PM IST)
Atul Subhash Suicide Case: AI इंजीनियर  ने किया सुसाइड, पत्नी और जज को ठहराया जिम्मेदार
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Atul Subhash Suicide Case: उत्तर प्रदेश के जौनपुर निवासी एक युवक ने पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर खौफनाक कदम उठाया है। इस घटनाक्रम की कहानी सुनकर आपकी आंखों से भी आंसू निकल आएंगे। अतुल सुभाष नाम के व्यक्ति जो बेंगलुरु में एक कंपनी में वरिष्ठ पद पर थे, पारिवारिक कलह से गुजर रहे थे। सुसाइड से पहले उन्होंने एक वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें अपनी पत्नी, उसके परिवार और न्यायाधीश को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। नोट में उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी और ससुराल वालों ने झूठे मामलों के जरिए उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रताड़ित किया। वीडियो में उन्होंने कहा, मैं पूरी तरह से होश में हूं और अपनी इच्छा से यह कदम उठा रहा हूं।" सुसाइड नोट में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति और टेस्ला के सीईओ को टैग करते हुए भारत की न्याय व्यवस्था पर अपनी निराशा व्यक्त की।

क्या है मामला?

दरअसल, अतुल सुभाष उनकी पत्नी ने उत्तर प्रदेश में उनके खिलाफ घरेलू हिंसा का मामला दर्ज कराया था। सुसाइड नोट और वीडियो में अतुल ने अपनी पत्नी और ससुराल पर उत्पीड़न और झूठे आरोपों का आरोप लगाया। जानकारी के अनुसार, पत्नी पहले से ₹40,000 का भत्ता प्राप्त कर रही थी, जबकि वह स्वयं काम भी करती थी। इसके बावजूद, उसने ₹2-4 लाख की अतिरिक्त राशि की मांग की थी। अतुल ने कहा कि पिछले दो सालों में कोर्ट में 120 तारीखें लग चुकी हैं, जिनमें से 40 बार उसे बेंगलुरू से जौनपुर पेशी के लिए जाना पड़ा। इसके अलावा, उसके माता-पिता को भी बार-बार अदालत के चक्कर लगाने पड़ रहे थे। कोर्ट की तारीखों पर भी कोई ठोस परिणाम नहीं निकलता था, और वह इस व्यवस्था से थक चुका था।

निकिता ने अतुल और उसके परिवार के खिलाफ हत्या की कोशिश, अनप्राकृतिक सेक्स, घरेलू हिंसा और दहेज लेने जैसे झूठे आरोप लगाए थे। इन आरोपों में ऐसी धाराएं लगीं कि जमानत मिलना भी मुश्किल था। पत्नी ने 3 करोड़ रुपये का गुजारा भत्ता मांगा, और यहां तक कि उसने उसे अपने बच्चे का चेहरा तक देखने नहीं दिया। अतुल ने अब बच्चे को अपनी पत्नी के माता-पिता और भाई को सौंपने की मांग की है, ताकि वे उसे अच्छे से पाल सकें।

जज पर लगाया रिश्वतखोरी का आरोप

अतुल ने जौनपुर फैमिली कोर्ट की जज, रीता कौशिक पर घूस लेने का आरोप लगाते हुये दावा किया कि जज ने केस सुलझाने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। जब अतुल ने घूस देने से इनकार किया, तो जज ने उनकी 2 साल की बेटी के लिए 40,000 रुपये प्रति माह भरण पोषण का आदेश पारित कर दिया। अतुल के अनुसार, जब उसने जज के सामने अपनी पत्नी पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया, तो जज हंस पड़ीं।

वीडियो में अतुल ने कहा, "जब तक मुझे प्रताड़ित करने वालों को सजा नहीं मिलती, मेरी अस्थियों का विसर्जन न किया जाए। अगर इतने सारे सबूत होने के बावजूद कोर्ट उन्हें सजा नहीं देती, तो मेरी अस्थियों को गटर के सामने बहा दिया जाएगा।"

सुसाइड से पहले NGO से की अपील

अपनी मौत से पहले, अतुल ने एक एनजीओ से अपने बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल करने की अपील की। उन्होंने सुसाइड नोट को ईमेल किया और अपने कमरे में "जस्टिस इज़ ड्यू" लिखी एक प्लेकार्ड लगा दी। इसके अलावा, उन्होंने अपनी संपत्ति और जरूरी दस्तावेजों की जानकारी एक अलमारी पर चिपका दी।



Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

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