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Atul Subhash Case Update: निकिता सिंघानिया के घर चस्पा नोटिस, 3 दिन के अंदर बयान न देने पर होगी गिरफ्तारी
Atul Subhash Case Update: बेंगलुरु पुलिस की टीम ने अतुल सुभाष केस की जांच के सिलसिले में निकिता सिंघनाया के घर नोटिस चस्पा दिया है।
Atul Subhash Case Update: अतुल सुभाष आत्महत्या काण्ड में बेंगलुरु पुलिस जबरदस्त एक्शन में दिखाई दे रही है। आज पुलिस की टीम जाँच के लिए निकिता सिंघानिया के घर पहुंची थी लेकिन घर पर ताला लगा हुआ था और पूरा परिवार घर से फरार था। जिसके बाद पुलिस ने उनके घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है और उन्हें तीन दिन का समय देते हुए कहा कि अगर वो बयान नहीं दर्ज कराती है तो उनकी गिरफ्तारी हो सकती है।
आज सुबह सबसे पहले बेंगलुरु पुलिस की टीम जांच के लिए जौनपुर के स्थानीय पुलिस के साथ बाहर निकली। जहाँ करीब पांच किलोमीटर तक पूरे शहर का चक्कर काटने के बाद टीम कोतवाली के सिपाह चौकी पहुंची। जहाँ लोकल पुलिस के अधिकारीयों से बातचीत की गई। जानकारी के लिए बता दें कि आज पुलिस जौनपुर शहर के खोया मंडी इलाके में अतुल के ससुराल भी गई थी। जहाँ निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला और बाकी घरवाले रहते हैं। लेकिन जब पुलिस वहां पहुंची तो वहां ताला लगा हुआ था। बता दें कि एक दिन पहले निकिता की माँ निशा और उसका भाई अनुराग एक दिन पहले ही रात में घर छोड़कर भाग गए थे जिनका वीडियो भी सामने आया हैं। वहीं अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया के लोकेशन का भी कुछ पता नहीं चल पाया है।
पूरे परिवार की हो सकती है गिरफ्तारी
बता दें कि अतुल सुभाष ने आत्महत्या से पहले के वीडियो रिकॉर्ड किया था जिसमें उसने साफ़ तौर पर निकिता और उसके परिवार वालों को अपनी आत्महत्या का दोषी ठहराया है जिसको देखते हुए बेंगलुरु पुलिस ने वहां के थाने में सब के खिलाफ केस दर्ज किया है। और आज बेंगलुरु पुलिस ने जो नोटिस चस्पा किया है उसमें यही लिखा है कि बेंगलुरु में दर्ज केस में अपना बयान दर्ज करवाएं। बता दें कि आत्महत्या के लिए उकसाने मामले में केस दर्ज होने के बाद सबूत इकट्ठा कर आरोपी के बयान दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी का प्रावधान है। अगर आरोपी पुलिस के सामने बयान दर्ज नहीं करते हैं तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है। फ़िलहाल बयान दर्ज कराने के लिए 3 दिन का समय दिया गया है।
ससुराल वालों से परेशान था अतुल
बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले अतुल सुभाष ने बेंगलुरु में आत्महत्या कर ली। और मरने से पहले अतुल सुभाष ने जो कारण बताया है उसके मुताबिक़ वो अपने ससुराल वालों से बहुत परेशान थे। उन्होंने मरने से पहले जो 24 पन्नों का जो सुसाइड नोट छोड़ा उसके मुताबिक़ उसके ससुराल वाले उसके ऊपर झूठे केस दर्ज कराकर पैसा ऐंठने का काम करते थे। इसीलिए उनसे तंग आकर अतुल ने इतना बड़ा कदम उठाया है।