Baba Siddique Murder: बाबा सिद्दीकी, डी कंपनी और छोटा शकील

Baba Siddique Murder: इन दोनों व्यवसायियों ने पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम से संपर्क किया था और उससे बाबा के साथ अपने विवादों को सुलझाने के लिए कहा था।

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Newstrack Network
Published on: 14 Oct 2024 9:13 AM GMT
Baba Siddique Murder
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Baba Siddique Murder  (photo: social media ) 

Baba Siddique Murder: अब यह बात तेजी से साफ़ होती जा रही है कि बाबा सिद्दीकी को गोली मारने की सुपारी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के एक ऐसे व्यक्ति ने दी थी, जो पहले बाबा का बहुत करीबी था। यूएई में कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे इस कुख्यात व्यक्ति को संदेह था कि हाल ही में बांटे गए एक पर्चे के पीछे बाबा का हाथ था, जिसमें लोगों को उसके साथ कोई भी लेन-देन न करने की चेतावनी दी गई थी।

फ्री प्रेस जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक पता चला है कि बाबा की इस व्यवसायी और उनके भाई के साथ मोटी रकम के मामलों को लेकर दुश्मनी पिछले कुछ सालों से जारी थी। सूत्रों के अनुसार, इन दोनों व्यवसायियों ने पाकिस्तान में दाऊद इब्राहिम से संपर्क किया था और उससे बाबा के साथ अपने विवादों को सुलझाने के लिए कहा था। दाऊद ने यह काम अपने ख़ास गुर्गे छोटा शकील को सौंपा, जिसने पाकिस्तान से बाबा को कई धमकी भरे फोन किए और उनसे व्यवसायी भाइयों के साथ मुद्दे को सुलझाने के लिए कहा, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

धमकियों के बारे में मुंबई पुलिस से शिकायत क्यों नहीं

दिल्ली में सुरक्षा एजेंसियों को इन कॉल्स के बारे में सूचना मिली और लेकिन हैरानी इस बात की थी बाबा सिद्दीकी ने शकील की ओर से बार-बार फोन पर दी जा रही धमकियों के बारे में मुंबई पुलिस से शिकायत क्यों नहीं की। बताया जाता है कि महाराष्ट्र सरकार के गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बाबा को मंत्रालय बुलाया और पूछा कि वे छोटा शकील के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं कर रहे हैं। कथित तौर पर बाबा ने कोई अस्पष्ट बहाना बनाकर बात ख़त्म कर दी। जाहिर है कि वह डी गैंग को नाराज नहीं करना चाहते थे। लेकिन वो डी गैंग को नाराज क्यों नहीं करना चाहते थे ये भी हैरानी की बात थी।

बाबा सिद्दीकी ने बांद्रा के व्यवसायी अब्दुल सैय्यद उर्फ़ शम्स के खिलाफ २०१५ में शिकायत दर्ज कराई थी। जुलाई 2015 में मुम्बई पुलिस की अपराध शाखा ने बाबा सिद्दीकी को धमकी देने के आरोप में शम्स और अहमद मंसूर उर्फ लंगड़ा को गिरफ्तार किया था। शम्स का भी जब्बार दुबई में रहता था और संभवतः उसी ने छोटा शकील को बीच में डाला था। सिद्दीकी की शिकायत में कहा गया था कि शम्स ने बांद्रा के हिल रोड पर अपने जीयर्स डेवलपर्स के एक प्रोजेक्ट में 1.4 करोड़ रुपये का निवेश किया था। लेकिन बाद 2018 में उसके साथ समझौता भी कर लिया था। उस व्यवसायी पर गैंगस्टर छोटा शकील का इस्तेमाल कर संपत्ति विवाद को सुलझाने के लिए धमकी देने का आरोप लगाया था। सिद्दीकी और अब्दुल सैय्यद उर्फ शम्स ने 2018 में बॉम्बे हाईकोर्ट में सहमति शर्तें दाखिल कीं।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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