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Baba Siddique: सुनील दत्त के जरिए बॉलीवुड के करीब आए बाबा सिद्दीकी, संजय दत्त ने कनेक्शन को और बनाया गहरा
Baba Siddique: अभिनेता सुनील दत्त को बाबा सिद्दीकी अपना मेंटर मानते थे। हर साल पुण्यतिथि के दिन वे सुनील दत्त को याद करना नहीं भूलते थे।
Baba Siddique: दशहरे के दिन शनिवार रात महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री और एनसीपी के अजित पवार गुट के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी को गोलियों से भून दिया गया। मुंबई में हुई हत्या की इस वारदात से पूरे देश में सनसनी फैल गई। बिहार के रहने वाले बाबा सिद्दीकी ने छात्र नेता के रूप में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी और फिर धीरे-धीरे सियासी मैदान में बुलंदियों पर पहुंच गए। कांग्रेस के टिकट पर वे बांद्रा वेस्ट सीट से तीन बार विधायक बने और बाद में महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री का पद भी संभाला।
बाबा सिद्दीकी के बारे में एक उल्लेखनीय तथ्य यह है कि बॉलीवुड से उनका गहरा कनेक्शन रहा है। उनकी इफ्तार पार्टियां इसलिए खासी चर्चित रहा करती थीं क्योंकि उनकी पार्टियों में बॉलीवुड के हीरो-हीरोइन का जमावड़ा लगा करता था। बॉलीवुड की दुनिया में सबसे पहले उनका संपर्क चर्चित सिने अभिनेता सुनील दत्त से हुआ था और सुनील दत्त के जरिए ही उनका बॉलीवुड कई अन्य चर्चित चेहरों से संबंध बना। यही कारण है कि उनकी हत्या के बाद बॉलीवुड में भी शोक की लहर दिख रही है।
इस तरह सुनील दत्त के करीब आए बाबा
बॉलीवुड की तमाम चर्चित हस्तियां मुंबई के बांद्रा इलाके में ही रहती हैं और यह इलाका ही बाबा सिद्दीकी की राजनीतिक कर्मभूमि रहा है। इस इलाके की विधानसभा सीट से ही उन्होंने 1999 में पहला विधानसभा चुनाव जीता था और बाद में वे दो बार और इस सीट से विधायक रहे। हालांकि 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
बाबा सिद्दीकी ने अपना 48 साल का सियासी जीवन कांग्रेस के साथ ही काटा और राजनीति की शुरुआती दिनों के दौरान उनकी मुलाकात सबसे पहले फिल्म अभिनेता सुनील दत्त से हुई थी। सुनील दत्त का भी कांग्रेस से गहरा जुड़ाव था और उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से पांच बार चुनाव जीता था। एक समान दल की राजनीति करने के कारण बाबा सिद्दीकी सुनील दत्त के काफी करीबी माने जाते थे।
सुनील दत्त को मानते थे अपना मेंटर
अभिनेता सुनील दत्त को बाबा सिद्दीकी अपना मेंटर मानते थे। हर साल पुण्यतिथि के दिन वे सुनील दत्त को याद करना नहीं भूलते थे। सुनील दत्त को याद करते हुए वे उनके साथ अपनी तस्वीरें भी शेयर किया करते थे। इस साल भी सुनील दत्त की पुण्यतिथि के दिन उन्होंने सुनील दत्त को याद करते हुए भावुक पोस्ट लिखी थी। कांग्रेस के लिए एक साथ काम करने के कारण दोनों की दोस्ती काफी गहरी मानी जाती थी।
सुनील दत्त के जरिए बाबा सिद्दीकी उनके बेटे संजय दत्त के भी काफी करीब थे। जानकारों का कहना है कि सुनील दत्त ने ही बाबा की मुलाकात संजय दत्त से कराई थी। बाद में दोनों की दोस्ती काफी मजबूत हो गई। यही कारण था कि शनिवार की रात बाबा सिद्दीकी की हत्या की खबर सामने आने के बाद संजय दत्त लीलावती अस्पताल पहुंचने वाले पहले शख्स थे।
संजय दत्त के जरिए कनेक्शन हुआ और गहरा
बाद के दिनों में बॉलीवुड से बाबा सिद्दीकी का गहरा कनेक्शन स्थापित करने में संजय दत्त की बड़ी भूमिका रही। बाबा सिद्दीकी के करीबी सूत्रों का कहना है कि संजय दत्त ने ही बाबा की मुलाकात चर्चित फिल्म अभिनेता सलमान खान और शाहरुख खान से कराई थी। इन दोनों अभिनेताओं के अलावा उन्होंने कई अभिनेत्रियों को भी बाबा से मिलाया था।
चर्चित हीरोइन शिल्पा शेट्टी को भी बाबा सिद्दीकी के काफी करीब माना जाता रहा है। वे भी बाबा की हत्या के बाद अपने पति राज कुंद्रा के साथ अस्पताल पहुंची थीं और इस दौरान वे अपने आंसुओं को नहीं रोक सकीं।
चर्चाओं में रही बाबा की इफ्तार पार्टी
रमजान महीने के दौरान बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी खासी चर्चाओं में रहा करती थी। बाबा की पार्टी में सियासी मैदान के दिग्गजों के अलावा बॉलीवुड स्टारों का भी जमावड़ा लगा करता था। उनकी इफ्तार पार्टी में शिरकत करने वालों में सलमान खान, शाहरुख खान, संजय दत्त, शिल्पा शेट्टी और तमन्ना भाटिया समेत बॉलीवुड के कई चर्चित चेहरे शामिल रहे हैं। इसी कारण उनकी हत्या के बाद पूरा बॉलीवुड गम में डूब गया है।
इस तरह सुलझाया था सलमान-शाहरुख का झगड़ा
शाहरुख खान और सलमान खान का झगड़ा खत्म कराने में भी बाबा सिद्दीकी की ही बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। 2013 में बाबा की इफ्तार पार्टी में इन दोनों अभिनेताओं ने अपने गिले-शिकवे दूर किए थे। दरअसल पार्टी के दौरान सलमान खान पहले से ही मौजूद थे जबकि शाहरुख खान बाद में पार्टी में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
बाबा सिद्दीकी ने शाहरुख खान और सलमान खान से गले मिलने के साथ ही दोनों अभिनेताओं का भी हाथ मिलवाया था। इसके बाद दोनों अभिनेताओं की कटुता दूर हुई और इसका श्रेय बाबा सिद्दीकी को ही दिया जाता रहा है।