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Baba Siddique Murder Case: जेल में Lawrence Bishnoi ने रखा था नौ दिन का मौन व्रत, बड़ी वारदात से पहले करता था उपवास
Baba Siddique Murder Case: साबरमती जेल में बंद लारेंस बिश्नोई ने नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक मौन व्रत रखा था। मौन व्रत के दौरान लारेंस बिश्नोई अपनी बैरक में रहता था और किसी से भी नहीं मिलता था।
Baba Siddique Murder Case: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की मुंबई के बांद्रा ईस्ट इलाके में तीन हमलावरों ने शनिवार रात गोली मारकर हत्या कर दी। बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद देश में उबाल है। पुलिस ने मामले में दो हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या में पकड़े गये दो हमलावरों में से एक का नाम करनैल सिंह और दूसरे का नाम धर्मराज कश्यप है। करनैल सिंह हरियाणा का रहने वाला है।
वहीं धर्मराज कश्यप उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की जिस जगह पर हत्या की गयी। वहां से 100 मीटर की दूरी पर दुर्गा पंडाल था। शूटरों ने पटाखों के शोर का फायदा उठाते हुए एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। हालांकि अभी तक हत्या की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। कहा जा रहा है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या एक सुनियोजित षड़यंत्र के तहत हुई। पकड़े गये दोनों आरोपियों ने बिश्नोई गैंग से होने का दावा किया है। वहीं इस मामले के बीच लारेंस बिश्नोई को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है।
लारेंस बिश्नोई ने रखा नौ दिन तक मौन व्रत
सूत्रों के अनुसार साबरमती जेल में बंद लारेंस बिश्नोई ने नवरात्र के दौरान नौ दिनों तक मौन व्रत रखा था। मौन व्रत के दौरान लारेंस बिश्नोई अपनी बैरक में रहता था और किसी से भी नहीं मिलता था। यहीं नहीं वह नौ दिन से अन्न भी ग्रहण नहीं कर रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम देने से पहले लारेंस बिश्नोई मौन व्रत रखता है।
इलाके की रेकी कर रहे थे हमलावर
बाबा सिद्दकी की हत्या के मामले में मुंबई पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच ने यह दावा किया है कि पकड़े गये आरोपियों ने पूछताछ के दौरान खुद को बिश्नोई गैंग का बताया है। आरोपियों ने यह भी बताया कि वह बीते 20-30 दिन पहले से ही उस इलाके में घूमकर रेकी कर रहे थे।
बाबा सिद्दीकी की हत्या से पहले तीनों आरोपी ऑटो रिक्षा से बांद्रा ईस्ट पहुंचे थे। वहां पहुंचने के बाद तीनों ने काफी देर तक इंतजार किया। इसके बाद उन्होंने हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस का यह भी मानना है कि आरोपियों को मौके पर किसी और भी शख्स द्वारा अंदरूनी जानकारी दी जा रही थी।