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Love Story: प्यार हुआ तो पोलैंड से भारत चली आईं बारबरा, बोलीं-मेरा बस चले तो मैं कल ही उससे शादी कर लूं

Love Story: बारबरा झारखंड के हजारीबाग स्थित शादाब के गांव में रह रही हैं। यही नहीं वो शादाब का घर बनवाने में भी उसकी मदद कर रही हैं।

Ashish Pandey
Published on: 23 July 2023 2:21 PM IST (Updated on: 23 July 2023 5:28 PM IST)
Love Story: प्यार हुआ तो पोलैंड से भारत चली आईं बारबरा, बोलीं-मेरा बस चले तो मैं कल ही उससे शादी कर लूं
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Love Story: पाकिस्तान की सीमा हैदर और भारत के सचिन के प्यार की कहानी अभी चल ही रही थी कि पोलैंड की एक महिला को भी भारत के एक शख्स से प्यार हो गया और वह अपने प्यार के लिए पोलैंड से भारत चली आईं। प्यार ऐसा होता ही है कि उसके आगे हर चीज बहुत छोटी हो लगती है। यह प्यार का आकर्षण ही है कि पाकिस्तान की सीमा हैदर नोएडा के सचिन मीणा के लिए अपना मुल्क छोड़ भारत आ गईं। अब कहानी पोलैंड के बारबरा की। उन्हें भी भारत के एक युवक से प्यार हो गया और वह भी पोलैंड से भारत आ गईं। बारबरा कहती हैं कि मेरा बस चले तो मैं शादाब से कल ही शादी कर लूं।

44 साल की बारबरा के इन शब्दों पर उनके भारतीय प्रेमी शादाब आलम का चेहरा खिल उठा। शादाब भी अपने इस प्यार को लेकर काफी उत्सुक हैं। उनका कहना है कि हम दोनों कानूनी तरीके से शादी करना चाहते हैं, ताकि आने वाली जिंदगी में किसी तरह की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।

मानो जैसे वो कोई सेलिब्रिटी हों

बारबरा पोलाक जुलाई के दूसरे सप्ताह में अपने प्रेमी शादाब से मिलने बिहार के हजारीबाग आ गईं। बारबरा कहती हैं कि वे 26 जून को अपनी सात साल की बेटी आनिया पोलाक के साथ वह पोलैंड से नई दिल्ली पहुंची थीं। उस समय वे शादाब के साथ दिल्ली के पर्यटन स्थलों पर घूमने गई थीं। शादाब बताते हैं, जब हम दिल्ली में जगह-जगह घूम रहे थे तो लोग बारबरा और आनिया के साथ फोटो खिंचवाना चाहते थे, मानो जैसे वो कोई सेलिब्रिटी हों।

...तो उन्होंने मुझे सलाम किया

शादाब कहते हैं कि जब बारबरा से हमारी पहली बार मुलाकात हुई तो उन्होंने सबसे पहले हमें सलाम किया। जब हमने उनसे पूछा कि ये कहां सीखा आपने तो वो बोलीं गांव आकर। बारबरा कहती हैं जब शुरू-शुरू में गांव के लोग मिलने आए तो शादाब को अभिवादन के तौर पर सलाम करते सुना, तब से मैं भी मिलने आने वाले सभी लोगों से सलाम करती हूं।

भारत के लोग बहुत ही मिलनसार हैं-

भारत की तारीफ करते हुए बारबरा कहती हैं, भारत अतिथि देवो भवः वाला एक खूबसूरत देश है। यहां के लोग बहुत ही मिलनसार और एक दूसरे की मदद करने वाले हैं। यहां के फल बहुत मीठे हैं। यहां का खाना मुझे काफी पसंद है। वहीं बारबरा अपनी बेटी के बारे में कहती हैं कि बेटी भी यहां मेरे साथ छुट्टियां बिताकर बहुत खुश है। वह शादाब से बहुत काफी घुल मिल गई है। वह उसे अभी से डैडी कहती है। दोनों साथ मिलकर खूब खेलते हैं। विजिटिंग वीजा पर भारत आईं बारबरा कहती हैं कि ये पहला मौका है जब मैं किसी गांव आई हूं। वे कहती हैं, इस खुटरा गांव का कल्चर मुझे बहुत अच्छा लगा, लेकिन यहां के घर बहुत छोटे हैं। पोलैंड में घर बड़े होते हैं। फिर भी शादाब के साथ यहां रह कर मैं बहुत खुश हूं।

ऐसे हुई मुलाकात और फिर हो गया प्यार-

महाराष्ट्र कॉलेज से ग्रेजुएशन करने वाले शादाब बताते हैं कि वह अच्छे डांसर हैं। शादाब की मानें तो डांस का वीडियो बनाकर वे टिकटॉक पर पोस्ट करते थे और उसे देख कर बारबरा उन्हें फॉलो करने लगीं। बारबरा ने कई बार डीएम मैसेज किए लेकिन शादाब उनकी एकाउंट डीपी में विदेशी महिला का चेहरा देख डर गए कि ये कहीं कोई फ्रॉड एकाउंट तो नहीं। लिहाजा मैंने कोई जवाब नहीं दिया। बावजूद इसके वह फिर भी लगातार संपर्क की कोशिश करती रहीं।

शादाब कहते हैं, जब टिकटॉक बंद हो गया तो मैं बाद में इंस्टाग्राम पर पोस्ट करने लगा। वहां भी बारबरा मुझे फॉलो करती थीं। एक दिन मैं लाइव था तो देखा की बारबरा भी लाइव हैं। फिर बारबरा ने मुझसे संपर्क करने की इच्छा जताई और फिर मैंने उनको अपना नम्बर शेयर किया। व्हाट्सएप के जरिए उनसे बातचीत शुरू हुई। शादाब बताते हैं, ‘‘बारबरा अक्सर रेड रोज भेजती थीं जिसे देख कर मुझे प्यार का एहसास होने लगा। फिर एक दिन बारबरा ने खुद ही प्यार का इजहार कर दिया, जिसे मैंने कुबूल कर लिया।

वह मुझे बेहतर जिंदगी के लिए प्रेरित करती थीं-

शादाब कहते हैं कि मैं सोशल मीडिया पर अधिक एक्टिव रहता था तो वो मुझे वहां अपना समय बर्बाद नहीं करने की हिदायत दिया करती थीं। शादाब कहते हैं, बारबरा मुझे बेहतर जिंदगी जीने के लिए प्रेरित करती थीं। वो समझाती, डांटती थीं कि तुम एक सफल इंसान बनने के लिए केवल अपने काम पर फोकस करो। बारबरा के इस तरह मेरी परवाह किया जाना मुझे बहुत अच्छा लगता था। मुझे लगता था कि वो मेरा बहुत ख्याल रखती हैं और हम दोनों एक दूसरे के लिए बने हैं।
और फिर मैं मिलने भारत चली आई-

बारबरा बताती हैं कि मैंने शादाब के लिए पोलैंड से विजिटिंग वीजा भेजा था, लेकिन तकनीकी कारणों से वो पोलैंड नहीं जा सके। फिर मैं शादाब से मिलने 2021 के अंत में भारत आई। शादाब कहते हैं कि कई कोशिशों के बावजूद मैं मुश्किल कागजी प्रक्रिया के कारण पोलैंड नहीं जा सका। इसलिए इस बार बारबरा अपनी बेटी को लेकर खुद ही 26 जून को भारत आ गईं। बारबरा शादाब से शादी करने की इच्छुक हैं। वह कहती हैं, मैंने शादाब को समझाया कि हम दोनों को प्यार तो हो गया है, अब उसे मंजिल देने के लिए शादी करनी चाहिए।

मेरा बस चले मैं कल ही शादी कर लूं

शादी कब करेंगे इस सवाल पर बारबरा तपाक से जवाब देती हैं और कहती हैं, मेरा बस चले तो मैं कल ही शादी कर लूं। लेकिन हम दो अलग देशों से हैं, इसलिए डॉक्युमेंट तैयार करके कानूनी तरीके से मैं शादी करना चाहती हूं, इसलिए समय लग रहा है।

जहां भी रहूं शादाब के साथ रहूं-

क्या आप शादी के बाद भारत में सेटल होंगी या फिर शादाब को पोलैंड ले जाना चाहेंगी? इस सवाल पर बारबरा कहती हैं, ‘‘शादी के बाद मैं शादाब को पोलैंड ले जाना चाहती हूं। वहां मेरी कंस्ट्रक्शन कंपनी है, जिसमें शादाब के लिए जॉब है, लेकिन आगे चलकर यदि हम दोनों को भारत में बेहतर भविष्य दिखा तो हम यहां भी सेटेल हो सकते हैं। तब मैं यहां रेस्टोरेंट के बिजनेस में इंवेस्ट कर सकती हूं। वह कहती हैं कि मैं चाहती हूं कि जहां भी रहूं शादाब के साथ रहूं, उसके लिए हर त्याग के लिए तैयार हूं। वहीं शादाब भी कहते हैं, मैं भी बारबरा के बगैर नहीं रह सकता। इसलिए पहले शादी करनी है फिर मैं बारबरा के साथ पोलैंड जाना चाहता हूं। क्योंकि वह मेरे भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

ऐसी थी बारबरा की अब तक की जिंदगी

बारबरा अपनी पिछली शादी के बारे में कहती हैं कि मेरी शादी जिस व्यक्ति से हुई, वह अब मुझसे अलग हो कर स्विट्जरलैंड में रहते हैं। जबकि बेटी आनिया मेरे साथ पोलैंड में ही रहती हैं। अब शादाब ही उनके डैड हैं। शादाब कहते हैं, बारबरा ने मुझे सब कुछ बता दिया है, उसने मुझसे कुछ नहीं छिपाया। आनिया बहुत प्यारी बेटी हैं। जब शादाब से ये पूछा गया कि न तो बारबरा को भारत की कोई भाषा आती है, न आपको पोलिश फिर आप एक-दूसरे की बातों को कैसे समझते हैं?

लेकिन समझ लेती हैं

इस पर शादाब कहते हैं, ‘‘बारबरा इंग्लिश बोल नहीं सकतीं लेकिन समझ लेती हैं। मुझे इंग्लिश आती है जो मैं बोलता हूं वह पॉलिश ट्रांसलेटर की मदद से समझ लेती हैं। पहले मैं पोलिश नहीं समझ पाता था लेकिन अब समझने लगा हूं। कामचलाऊ बोल भी लेता हूं।

शादाब का परिवार

शादाब के माता-पिता नहीं हैं। उनकी तीन बहनें और एक बड़े भाई हैं। तीनों बहनों की शादी हो चुकी है। बड़े भाई कोलकाता में रहते हैं। शादाब जब छोटे थे तभी उनकी मां का निधन हो गया फिर पिता भी सड़क हादसे में गुजर गए। उनके साथ ही सभी भाई बहनों की परवरिश उनके मामू (मामा) ने मुंबई में की है। शादाब कहते हैं कि सभी अपनी खुशहाल जिंदगी में हैं। अब बचा मैं तो बारबरा से शादी करके मैं भी अपना घर बसाना चाहता हूं।

शादाब बताते हैं, मेरी बहनें शुरू-शुरू में बारबरा को देख कर शॉक्ड हो गई थीं लेकिन उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। जल्द ही मैं बारबरा को बहनों से भी मिलवाऊंगा। वे बताते हैं कि कोविड के दौरान उनकी जॉब चली गई थी, तब से बारबरा उनकी मदद कर रही हैं। शादाब ने स्नातक के बाद हार्डवेयर नेटवर्किंग में डिप्लोमा किया है। वे मुंबई में आईटी इंजीनियर के तौर पर जॉब करते थे।

जब बारबरा शादाब के घर शिफ्ट हुईं

बिहार के हजारीबाग में गुजारे गए दिनों का जिक्र करते हुए शादाब कहते हैं, कुछ दिन होटल में रहने के बाद बारबरा ने हजारीबाग शहर से दस किलोमीटर दूर खुटरा गांव में स्थित मेरे घर पर रहने की इच्छा व्यक्त की तो मैं उन्हें घर ले आया। गांव के लोग बारबरा से मिलने रोज उनके घर आते हैं। शादाब कहते हैं, ‘‘बार-बार लोगों से मिलने और सेल्फी लेने की इच्छा जताने से बारबरा पोलाक और उनकी बेटी थोड़ा विचलित हो जाती हैं, लेकिन वह यहां आकर बहुत खुश हैं।

गांव वालों को खुशी है कि अब शादाब के दिन बदल जाएंगे

जब शादाब से पूछा गया कि बारबरा दूसरे देश व धर्म से हैं, उन्हें घर लाए जाने पर गांव वालों का रिएक्शन कैसा था?
इस पर 27 वर्षीय शादाब कहते हैं, बारबरा के घर आने के बाद से ही गांव के लोग बहुत उत्साहित दिखे। कुछ लोगों ने शादी के बारे में पूछा तो मैंने बताया कि शादी जल्द ही करेंगे। गांव के मुखिया अनवारुल हक कहते हैं, शादाब के घर की गरीबी हमने देखी है। मुंबई में रहकर उसने अंग्रेजी सीखी। इस मेहनती नौजवान के जीवन में एक विदेशी महिला आ गई, गांव वालों को खुशी है कि अब शादाब के दिन बदल जाएंगे।

शादाब का घर बनाने में मदद कर रही हैं बारबरा

पांच सौ घरों की आबादी वाले खुटरा गांव की मुख्य सड़क से लगभग एक किलोमीटर अंदर जाने के बाद छोटी मस्जिद के निकट शादाब का पुश्तैनी घर मौजूद है यहां किचेन और हॉल के निर्माण का काम चल रहा है। शादाब कहते हैं कि बारबरा मेरा घर बनाने में मदद कर रही है। शादाब कहते हैं कि जब बारबरा होटल से मेरे घर आईं तो उन्हें मेरे घर का हाल देख दुख हुआ। उनके कहने पर मैंने घर का कंस्ट्रक्शन शुरू किया।

पोलैंड की बारबरा और भारत के शादाब की प्रेम कहानी भी काफी रोचक है। अब उनका यह प्यार कहां तक चलेगा यह तो कहा नहीं जा सकता लेकिन इस प्यार की कहानी भी कम रोचक नहीं है।

Ashish Pandey

Ashish Pandey

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