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बेंगलुरू के डीसीपी ने अपनाया अनोखा तरीका , वापस लौट गई भीड़

देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून संशोधन के विरोध को लेकर प्रदर्शन, हिंसक घटनाएं सुनने को मिल रही हैं। प्रदर्शनकारी पुलिस कर्मियों को अपना निशाना बनाया और सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया है।

Roshni Khan
Published on: 20 Dec 2019 3:54 PM IST
बेंगलुरू के डीसीपी ने अपनाया अनोखा तरीका , वापस लौट गई भीड़
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बेंगलुरु: देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून संशोधन के विरोध को लेकर प्रदर्शन, हिंसक घटनाएं सुनने को मिल रही हैं। प्रदर्शनकारी पुलिस कर्मियों को अपना निशाना बनाया और सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचाया है। लेकिन कर्नाटक में एक सुखद घटनाक्रम देखने को मिला। दरअसल यहां पर टाउनहॉल में नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारी हटने का नाम ही नहीं ले रहे थे। और उनकी उग्र भीड़ को रोकने के लिए बेंगलुरु (सेंट्रल) के डीसीपी ने एक अनोखा तरीका अपनाया। डीसीपी चेतन सिंह ने वहां राष्ट्रगान गाया जिससे वहां पर खड़ी भीड़ वापस लौटने लगी। जिसका विडियो सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है।

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नागरिकता कानून: विरोध करने वालों, पहले जान तो-लो क्या कहता है ये एक्ट?

उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाते हुए कहा कि इस मानसिकता के कारण हमारे बीच कुछ ऐसे असामाजिक तत्व होते हैं जो मौके का फायदा उठाते हैं और दंगे, आगजनी जैसी कई घटनाओं को अंजाम देते हैं। इसमें परेशान आम जनता और मासूम लोग पिटते हैं, घटना शिकार होते हैं। उत्पाती अपना काम करके चले जाते हैं।

डीसीपी ने कहा मुझ पर भरोसा है तो मेरे साथ एक राष्ट्रगान गाइए। इसके बाद राठौर राष्ट्रगान गाते हैं और उनके साथ वहां मौजूद सभी प्रदर्शनकारी भी राष्ट्रगान दोहराने लगते हैं। धीरे-धीरे भीड़ शांतिपूर्ण तरीके से वहां से चली जाती है। कुछ इसी तरह पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच सौहार्द दिल्ली में दिखा जहां दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिए लोगों को भोजन-पानी की व्यवस्था की।

धारा 144 लागू

बेंगलुरु में गुरूवार को हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच मशहूर इतिहासकार रामचंद्र गुहा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें भी टाउन हॉल से हिरासत में लिया गया। खुद को हिरासत में लिए जाने पर गुहा ने कहा कि यह बिल्कुल अलोकतांत्रिक है कि पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से भी प्रदर्शन नहीं करने दे रही है, जबकि यह नागरिकों का मौलिक अधिकार है। बेंगलुरु में प्रदर्शनों को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी गई थी।

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स्कूल व कॉलेज बंद

कर्नाटक के मेंगलुरु के 5 पुलिस थानों में शुक्रवार आधी रात तक कर्फ्यू जारी रहा। इसके अलावा दक्षिण कर्नाटक के जिला उपायुक्त सिंधु बी रुपेश ने मेंगलुरु नगर निगम के तहत सभी स्कूल और कॉलेजों में 20 दिसंबर को छुट्टी का ऐलान किया है। मेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर पीएस हर्षा ने बताया कि हिंसक झड़पों में 20 पुलिसवाले जख्मी हुए हैं और दो नागरिक गंभीर रूप से घायल हुए थे, बाद में जिनकी मौत हो गई। कर्नाटक के कलबुरगि में भी लेफ्ट दलों और मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। यहां पुलिस ने 20 प्रदर्शनकर्ताओं को गिरफ्तार किया।



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Roshni Khan

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