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Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा को लेकर विपक्षी दलों में ही तकरार शुरू,कांग्रेस ने माकपा को दिया तीखा जवाब

Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस ने माकपा को साफ कर दिया है कि इस यात्रा का मकसद देश जोड़ने के साथ ही कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाना भी है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 13 Sep 2022 3:37 AM GMT
Bharat Jodo Yatra
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Bharat Jodo Yatra (photo: social media )

Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा को लेकर विपक्षी दलों में ही खींचतान शुरू हो गई है। माकपा की ओर से इस यात्रा को लेकर सवाल उठाए जाने के बाद कांग्रेस ने माकपा को तीखा जवाब दिया है। दरअसल माकपा ने भारत जोड़ो यात्रा के केरल में 18 दिनों और उत्तर प्रदेश में 2 दिनों के प्रवास को लेकर सवाल उठाया था। माकपा की ओर से उठाए गए सवाल पर कांग्रेस ने तीखा जवाब दिया है।

कांग्रेस ने माकपा को साफ कर दिया है कि इस यात्रा का मकसद देश जोड़ने के साथ ही कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाना भी है। कांग्रेस ने तीखे तेवर दिखाते हुए कहा है कि विपक्षी एकता का मतलब यह नहीं है कि हम अपनी पार्टी को कमजोर रहने दें। विपक्षी एकता की मजबूती के लिए कांग्रेस का मजबूत होना भी जरूरी है।

केरल में जोर लगाने पर माकपा को आपत्ति

भारत जोड़ो यात्रा को लेकर अभी तक भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही तकरार चल रही थी मगर अब यह तकरार कांग्रेस और माकपा तक भी पहुंच गई है। माकपा ने भी इस यात्रा के 18 दिनों तक केरल प्रवास पर सवाल उठाए हैं। पार्टी का कहना है कि माकपा के शासन वाले केरल में 18 दिन बिताना भारतीय जनता पार्टी के शासन वाले राज्य उत्तर प्रदेश में सिर्फ दो दिन बिताना भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से लड़ने का कांग्रेस का अजीबोगरीब तरीका है। माकपा की ओर से राहुल गांधी की तस्वीर के साथ इस बाबत एक ट्वीट भी किया गया है।

पार्टी ने राहुल गांधी का एक कार्टून ट्वीट करते हुए सवाल उठाया है कि यह यात्रा भारत जोड़ो यात्रा है या सीट जोड़ो। माकपा के इस बयान से साफ हो गया है कि पार्टी कांग्रेस और राहुल गांधी की ओर से केरल में ज्यादा जोर लगाए जाने से खुश नहीं है। मौजूदा समय में भारत जोड़ो यात्रा तमिलनाडु से केरल की सीमा में दाखिल हो चुकी है। केरल के कई इलाकों में इस यात्रा को व्यापक समर्थन हासिल हो रहा है। माना जा रहा है कि इसी कारण माकपा और कांग्रेस में खींचतान बढ़ गई है।

यात्रा का मकसद विपक्षी एकता नहीं

माकपा की ओर से जारी इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। कांग्रेस की ओर से माकपा की आपत्तियों को खारिज करते हुए कहा गया है कि यह यात्रा विपक्षी एकता के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस की मजबूती के लिए निकाली गई है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में किसी भी दल की ओर से अपनी मजबूती के लिए किए जा रहे प्रयासों पर दूसरे दल को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने माकपा को जवाब देते हुए कहा कि यात्रा के जरिए हमारा मकसद कांग्रेस के संगठन को मजबूत बनाना है। पार्टी यह साफ कर देना चाहती है कि यह यात्रा कांग्रेस और भारत को मजबूत बनाने के लिए निकाली गई है,विपक्षी एकता के लिए नहीं। वैसे कांग्रेस के इस कदम से अगर विपक्षी एकता को मजबूती हासिल होती है तो हम निश्चित रूप से उसका स्वागत करेंगे।

कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप

कांग्रेस नेता ने भाजपा को घेरते हुए कहा कि इस यात्रा के दौरान राहुल को व्यापक समर्थन हासिल हो रहा है और इसी कारण भाजपा और संघ में काफी बेचैनी दिख रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा के संबंध में भाजपा और संघ की ओर से झूठे और बेबुनियाद बयान दिए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा की ओर से झूठ की फैक्ट्री चेन्नई जा रही है जिसने आधारहीन बातें करके कांग्रेस को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस पर आरोप लगाने के मामले में भाजपा के नेता काफी निचले स्तर तक गिर गए हैं।

कांग्रेस और भाजपा के बीच इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा को लेकर तीखे आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कांग्रेस की ओर से सोमवार को आरएसएस की ड्रेस को जलता हुआ दिखाए जाने के बाद भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई थी। भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस देश का माहौल खराब करने की कोशिश कर रही है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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