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भीमा-कोरेगांव: लाखों लोगों के आने की संभावना, सुरक्षा कड़ी

भीमा-कोरेगांव संग्राम की 201वीं बरसी आज मनाई जा रही है। इस दौरान लाखों लोग भीमा-कोरेगांव में जमा हुए हैं। पिछले साल बरसी के दौरान हिंसा भड़क उठी थी और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस दौरान करीब 3 लाख लोग जुटे थे। हिंसा के बाद तीन जनवरी को महाराष्ट्र बंद रखा गया था।

Rishi
Published on: 1 Jan 2019 1:37 PM GMT
भीमा-कोरेगांव: लाखों लोगों के आने की संभावना, सुरक्षा कड़ी
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पुणे : भीमा-कोरेगांव संग्राम की 201वीं बरसी आज मनाई जा रही है। इस दौरान लाखों लोग भीमा-कोरेगांव में जमा हुए हैं। पिछले साल बरसी के दौरान हिंसा भड़क उठी थी और एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस दौरान करीब 3 लाख लोग जुटे थे। हिंसा के बाद तीन जनवरी को महाराष्ट्र बंद रखा गया था।

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भीमा-कोरेगांव के चारों ओर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को भीम सेना के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद, 7 अन्य नेताओं और करीब 350 कार्यकर्ताओं को मलाड, घाटकोपर, कांदीवली, दादर, वर्ली और अन्य इलाकों से हिरासत में लिया।

अंग्रेजों और मराठों के बीच हुए तीसरे ऐतिहासिक संग्राम की बरसी की याद में होने वाले समारोह में लोग यहां एकत्र होते हैं। संग्राम अंग्रेजी सेना के 834 सैनिकों और पेशवा बाजीराव द्वितीय की मजबूत सेना के 28,000 जवानों के बीच हुआ था, जिसमें मराठा सेना पराजित हो गई थी। अंग्रेजों की सेना में ज्यादातर दलित महार समुदाय के लोग शामिल थे। अंग्रेजों ने बाद में वहां विजय-स्तंभ बनाया। दलित जातियों के लोग इसे ऊंची जातियों पर अपनी विजय के प्रतीक मानते हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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