×

ब्राहमण-ठाकुर के बीच वर्चस्व की जंग में 80 साल के बुजुर्ग की हत्या

Rishi
Published on: 30 Sept 2017 3:42 PM IST
ब्राहमण-ठाकुर के बीच वर्चस्व की जंग में 80 साल के बुजुर्ग की हत्या
X

पटना : बिहार के भोजपुर जिले में शनिवार को 80 वर्षीय से अधिक उम्र के एक बुजुर्ग की बदले की भावना से गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने बताया कि पटना से करीब 60 किलोमीटर दूर भोजपुर जिले के शाहपुर पुलिस थाने के अंतर्गत फाड़पुर गांव में गौरा पंचायत के सरपंच राजदेव ठाकुर के समर्थकों ने राज नारायण पांडे (85) की गोली मारकर हत्या कर दी।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि गांव के ही एक युवक की हत्या करने के मामले में पूर्व सरपंच केदार पांडेय के बड़े भाई राज नारायण पांडे की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

ये भी देखें: BJP अल्पसंख्यक मोर्चा का विवादित पोस्टर, मोदी हैं राम तो विपक्षी रावण2

पुलिस के मुताबिक, सरपंच का बेटा मनोज ठाकुर शुक्रवार रात नजदीकी बाजार में दुर्गापूजा पंडाल देख कर लौट रहा था। गांव के पास पहुंचते ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

मनोज की हत्या के बाद गुस्साए राजदेव के सर्मथकों ने शानिवार सुबह केदार पांडे के घर पर हमला कर दिया और हत्या का बदला लेने के लिए उसके बड़े भाई की गोली मारकर हत्या कर दी।

ये भी देखें: और जब अपने अंधे मां-बाप को कंधे पर लादकर घर लाई ‘श्रवण कुमारी’

यह घटना तब घटी जब सभी लोग दुर्गा पूजा त्योहार का जश्न मनाने में व्यस्त थे।

गांव में दो हत्याओं के बाद फैले तनाव के मद्देनजर सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले में शामिल दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश है और दोनों पक्ष पहले भी एक दूसरे पर हमला कर चुके हैं।

Rishi

Rishi

आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

Next Story