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अयोध्या के पहले बीएचयू से राम मंदिर के लिए उठेगी आवाज, विहिप ने कसी कमर
वाराणसी : राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासत तेज होने लगी है। 25 नवंबर को विहिप और आरएसएस अयोध्या में हुंकार भरने जा रहे हैं तो शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे भी पहुंच रहे हैं। संसद के शीतकालीन सत्र के पहले इसे सरकार पर दबाव बनाने का कदम माना जा रहा है। इस बीच अब देश के शैक्षणिक संस्थाओं में भी राममंदिर को लेकर आवाज बुलंद करने की कोशिश की जा रही है। 17 नवंबर को अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर बीएचयू में राममंदिर को लेकर एक सेमिनार का आयोजन बुलाया गया है। इसे लेकर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में राजनीति जोर पकड़ने लगी है।
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सुब्रह्यम स्वामी होंगे मुख्य अतिथि
इस कार्यक्रम को विश्व हिंदू परिषद की ओर से आयोजित किया जा रहा है। स्वतंत्रता भवन में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीजेपी के फायर ब्रांड नेता सुब्रह्मणयम स्वामी मुख्य अतिथि होंगे। राम मंदिर निर्माण-स्थिति एवं संभावना के नाम से आयोजित इस कार्यक्रम में राम मंदिर को लेकर बीएचयू से आवाज उठाने की तैयारी है। हालांकि कार्यक्रम के आयोजक इसे एक एकेडमिक प्रोग्राम बता रहे हैं।
कार्यक्रम के पहले ही बीएचयू में ‘कोहराम’
इस कार्यक्रम के पहले ही बीएचयू के अंदर कोहराम शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने इसका खुला विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस के नेताओं ने बकायदा एक विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ता और बीएचयू के छात्र विकास सिंह के मुताबिक कैंपस में इस तरह के कार्यक्रम कभी आयोजित नहीं किए गए थे। केंद्र सरकार के इशारे पर विहिप और आरएसएस बीएचयू का भगवाकरण करने में लगी है। हैरानी इस बात की है कि जो मामला सुप्रीम कोर्ट के अधीन है उसपर कार्यक्रम करने के लिए बीएचयू प्रशासन ने आखिर कैसे परमिशन दे दी। उन्होंने कहा कि शनिवार को कार्यक्रम के पहले बीएचयू गेट पर कार्यक्रम के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा।