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Kolkata Rape Case: जूनियर डॉक्टरों का बड़ा प्रदर्शन, पुलिस कमिश्नर के इस्तीफे की मांग
Kolkata Rape Case: डॉक्टरों के साथ कई आम लोग और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र भी शामिल हुए हैं और लालबाजार से करीब आधा किलोमीटर दूर बीबी गांगुली स्ट्रीट पर डटे हैं।
Kolkata Rape Case: पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग को लेकर कोलकाता के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर डटे हुए हैं। जूनियर डॉक्टर कल रात से कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के पास बीबी गांगुली स्ट्रीट पर धरना दे रहे हैं।
आम जनता और छात्र भी शमीक
डॉक्टरों के साथ कई आम लोग और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्र भी शामिल हुए हैं और लालबाजार से करीब आधा किलोमीटर दूर बीबी गांगुली स्ट्रीट पर डटे हैं। कोलकाता पुलिस अधिकारियों की एक बड़ी टुकड़ी बैरिकेड के दूसरी तरफ पहरा दे रही है ताकि कोई आगे न बढ़ने पाए। डॉक्टरों ने 2 सितंबर की दोपहर करीब 2 बजे लालबाजार की ओर अपना मार्च शुरू किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर पुलिस कमिश्नर गोयल की तस्वीरें थीं और उनके इस्तीफे की मांग की गई थी। बीबी गांगुली स्ट्रीट पर रोके जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कमिश्नर का पुतला भी जलाया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या के अपराधियों के लिए कड़ी सजा की मांग करते हुए उन्होंने नारे भी लगाए।
डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि 9 अगस्त को युवा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की जांच के दौरान पुलिस ने अपर्याप्त कदम उठाए थे। डॉक्टरों का कहना है कि पुलिस कमिश्नर ने मामले की जांच ठीक से नहीं की और उनको पद से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए। डॉक्टरों ने आरजी कर मेडिकलकॉलेज में हुए हमले के लिए पुलिस की नाकामी को दोषी ठहराया है।
भाजपा सांसद के खिलाफ नारे
इस बीच आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने देर रात धरना स्थल पर पहुंचे भाजपा सांसद और उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के खिलाफ ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। आंदोलनकारियों ने भाजपा पर इस प्रकरण के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है। हालांकि, भाजपा सांसद ने अपने दौरे का बचाव करते हुए कहा, "लोगों ने मेरी मौजूदगी को गलत समझा है। मैं यहां शहर के निवासी के तौर पर आया हूं और उनके साथ सौहार्द दिखाने आया हूं। मैं उनके खिलाफ नहीं हूं; मैं उनके साथ हूं।" उन्होंने पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को भी प्रदर्शन स्थल पर आने के लिए कहा और उनके आने में देरी पर सवाल उठाया। गंगोपाध्याय ने पूछा, "वे डॉक्टर हैं, गुंडे नहीं। आयुक्त ने डॉक्टरों को इतने लंबे समय तक इंतजार क्यों करवाया?"