Bihar: रामचरितमानस को नफरती ग्रंथ बताने पर बढ़ा विवाद, अयोध्या के संत भड़के, शिक्षा मंत्री की जीभ काटने वाले को 10 करोड़ देने का ऐलान

Ramcharitmanas Controversy: अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने इस विवादित टिप्पणी पर मंत्री को पद से बर्खास्त करने की मांग की है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 12 Jan 2023 5:07 AM GMT
Bihar Education Minister Chandrashekhar
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बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (photo: social media ) 

Ramcharitmanas: बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने हिंदू धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस को लेकर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने मानस को नफरती और समाज को विभाजित करने वाला ग्रंथ बताया है। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने रामचरितमानस और मनुस्मृति को लेकर ऐसी टिप्पणी की जिस पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। चंद्रशेखर के बयान पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला और प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने तीखी आपत्ति जताई है।

अयोध्या के संत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने इस विवादित टिप्पणी पर मंत्री को पद से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मंत्री को अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।अयोध्या के संत ने माफी न मांगने पर शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की जीभ काटने वाले को दस करोड़ रुपए का इनाम देने का ऐलान भी किया है।

मानस को नफरत फैलाने वाला ग्रंथ बताया

दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि मनुस्मृति को इसलिए जलाया गया क्योंकि इसमें समाज के बड़े तबके को बहुत सारी गालियां दी गई थीं। रामचरितमानस का विरोध इसलिए किया गया क्योंकि इसमें निचली जाति के लोगों को शिक्षा प्राप्त करने की अनुमति नहीं थी।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि रामचरितमानस में कहा गया है कि जिस प्रकार से सांप दूध पीकर जहरीला हो जाता है, उसी प्रकार निचली जाति के लोग शिक्षा प्राप्त करके जहरीले हो जाते हैं। सच्चाई तो यह है कि रामचरितमानस समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है। देश को केवल मोहब्बत ही महान बना सकती है।

शिक्षा मंत्री के बयान पर तीखी आपत्ति

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने शिक्षा मंत्री के इस बयान को हिंदू आस्था पर चोट बताया है। उन्होंने कहा कि यह संयोग नहीं बल्कि वोट बैंक का उद्योग है। सिम्मी और पीएफआई की पैरवी और हिंदू आस्था पर चोट। उन्होंने सवाल किया की शिक्षा मंत्री के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाएगी। प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने नीतीश कुमार को टैग करते हुए लिखा कि आपके शिक्षा मंत्री को शिक्षा की अविलंब आवश्यकता है।

अयोध्या के संत जगतगुरु परमहंस आचार्य ने शिक्षा मंत्री को तत्काल पद से बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री को अपने इस शर्मनाक बयान पर तत्काल माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने शिक्षा मंत्री के माफी न मांगने पर उनकी जीभ काटने वाले को 10 करोड़ का इनाम देने का विवादित ऐलान भी किया।

शिक्षा मंत्री की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं

अयोध्या के संत ने कहा कि रामचरितमानस को लेकर बिहार के शिक्षा मंत्री की टिप्पणी से पूरा देश आहत हुआ है। शिक्षा मंत्री के यह टिप्पणी देश के सभी सनातनियों का अपमान है। इस टिप्पणी के लिए उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त करने के साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि रामचरितमानस लोगों को तोड़ने वाला नहीं बल्कि जोड़ने वाला ग्रंथ है। इस ग्रंथ से मानवता का संदेश मिलता है और यह ग्रंथ हमारे देश का गौरव है। हिंदू समाज इस तरह की टिप्पणी को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। इस टिप्पणी को लेकर शिक्षा मंत्री के खिलाफ अविलंब कार्रवाई की जानी चाहिए।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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