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Bihar Political Crisis: बिहार में आज फ्लोर टेस्ट, क्या बहुमत साबित कर पाएगी नीतीश सरकार ?
Bihar Political Crisis: सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच सीटों का फासला कम होने के कारण ऊंट किस करवट बैठेगा इसको लेकर कयासों का दौर जारी है।
Bihar Political Crisis: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकबार फिर पाला बदलने से बिहार की राजनीति में हलचल मची हुई है। राज्य में बनी नई एनडीए सरकार को आज विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना है, जिसको लेकर पिछले कई दिनों से काफी सियासी गहमागहमी है। सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच सीटों का फासला कम होने के कारण ऊंट किस करवट बैठेगा इसको लेकर कयासों का दौर जारी है। भाजपा, राजद, जदयू, कांग्रेस सभी पार्टियां अपने विधायकों को एकजुट रखने की कोशिश में लगे हुए हैं। लोकसभा चुनाव से ऐन पहले राज्य की राजनीति के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
होटलों में ठहराए गए हैं विधायक
राज्य की चारों प्रमुख पार्टियों ने अपने-अपने विधायकों को अलग-अलग जगह ठहरा रखा है। राजद और वामपंथी दलों के विधायक पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के बंगले पर ठहरे हुए हैं। जदयू के विधायकों को होटल चाणक्य में ठहराया गया है। भाजपा के विधायकों को गया से लाकर पाटलिपुत्र एग्जॉटिका में शिफ्ट किया गया है। कांग्रेस विधायक भी हैदराबाद से पटना पहुंच चुके हैं।
तेजस्वी यादव के घर के बाहर हंगामा
पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपने विधायकों को किसी होटल में रखने के बजाय पिछले दो-तीन दिनों से अपने आवास पर ठहरा रखा है। केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने तो उन पर विधायकों को बंधक बनाकर रखने का आरोप लगाया। देर रात तेजस्वी के आवास पर उस वक्त हलचल मच गई, जब पटना पुलिस अचानक वहां पहुंच गई। जानकारी के मुताबिक, पुलिस के पास शिकायत आई थी कि बाहुबली नेता आनंद मोहन सिंह के विधायक बेटे चेतन आनंद को किडनैप करके तेजस्वी के आवास पर रखा गया है।
मौके पर पहुंची पुलिस को चेतन आनंद ने बताया कि वो अपनी मर्जी से यहां आए हैं, इसके बाद पुलिस वहां से लौट गई। तेजस्वी के घर के बाहर भारी संख्या में पुलिसफोर्स तैनात है। राजद सुप्रीमो लालू यादव की तीसरी बेटी चंदा यादव ने इसे लेकर केंद्र पर हमला बोला है। उन्होंने देर रात एक्स पर लिखा, पाटलिपुत्र ने हस्तिनापुर की नींद उड़ाई ! जो तूने आज किया वहीं कल तेरे साथ भी होगा यही नियति है और यही प्रकृति का नियम ! कर्म का थप्पड़ इतना भारी और भयंकर होता है इसलिए अपने कर्म सही रखो किसी से छल कपट नहीं करो !
जदयू-बीजेपी के कुछ विधायक संपर्क में नहीं !
बिहार में विपक्ष को जितना विधायकों के टूटने का डर है, सत्ता पक्ष को भी उतना ही है। केंद्र और राज्य में पॉवर में होने के बावजूद भाजपा को अपने विधायकों की बाड़ेबंदी करनी पड़ी है। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि जदयू के पांच और बीजेपी के तीन विधायक संपर्क में नहीं हैं। उनसे संपर्क साधने की कोशिश की जा रही है। वहीं, अपनी मांगों को लेकर सत्ताधारी खेमे की टेंशन बढ़ाने वाले पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का भी फोन रात से स्विच ऑफ है।
विधानसभा में क्या है नंबर गेम ?
बिहार विधानसभा में कुल सीटें 243 हैं। बहुमत का आंकड़ा 122 है। सत्तारूढ़ एनडीए को 128 विधायकों का समर्थन हासिल है, इनमें बीजेपी के 78, जदयू के 45, हम के 4 और एक निर्दलीय शामिल हैं। वहीं, विपक्षी महागठबंधन के पास 114 विधायक हैं, इनमें राजद के 79, कांग्रेस के 19 और वामपंथी दलों के 16 विधायक शामिल हैं। एक सीट एआईएमआईएम के पास है।