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अरे ये क्या, लॉकडाउन में लोग घरों में हैं और 'मोदी' जी हाथी पर बैठकर शहर में घूम रहे

पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है। इस बीच बिहार के समस्तीपुर में एक अलग ही नजारा देखने को मिला।

Aditya Mishra
Published on: 1 May 2020 11:12 AM GMT
अरे ये क्या, लॉकडाउन में लोग घरों में हैं और मोदी जी हाथी पर बैठकर शहर में घूम रहे
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समस्तीपुर: पूरा देश इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है। इस बीच बिहार के समस्तीपुर में एक अलग ही नजारा देखने को मिला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथी पर सवार होकर निकले तो देखने वालों को अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हो रहा था। बुलंद इरादे, सोच सकारात्मक और मन में संकल्प कोरोना पर विजय की।

लोगों को लॉकडाउन और शारीरिक दूरी बनाए रखने का संदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे दिखनेवाले पटोरी निवासी प्रो।भूपेंद्र यादव गुरुवार को कुछ ऐसा ही अंदाज पेश कर रहे थे।



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कोरोना वायरस के प्रति किया जागरुक

पीएम मोदी की वेशभूषा में हाथी पर सवार होकर बिहार के समस्तीपुर के भूपेंद्र यादव ने लोगों को कोरोना वायरस के प्रति जागरुक किया। यहां के कर्पूरी कॉलेज के प्रोफेसर भूपेंद्र यादव गुरुवार को शहर के लोगों से अनोखे अंदाज में मिले।

वो पीएम मोदी के बोलने की नकल करते हुए लोगों को जागरुक करते दिखे। भूपेंद्र यादव ने कहा कि वो इस संकट के समय पीएम मोदी के नेतृत्व से काफी खुश हैं।

यह आइडिया पशु प्रेमी महेन्द्र प्रधान का है। पीएम मोदी के एक आह्वान पर लोगों ने जनता कर्फ्यू, थाली बजाना और दीया जलाना एक सकारात्मक सोच के तहत किया।

इसलिए पीएम मोदी के हमशक्ल को खोज कर उसे हाथी पर सवार कर कोरोना के प्रति जागरूकता अभियान चलाया गया, जिससे लोगों पर इसका असर पड़े और समस्तीपुर के लोग लॉकडाउन का पालन पीएम मोदी का आदेश समझकर करें।

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पेशे से शिक्षक हैं प्रो. भूपेंद्र

पेशे से शिक्षक प्रो. भूपेंद्र को शहर की सड़कों पर उन्हें देख लोग हैरान रह गए। अंदाज ऐसा कि आवाज सुनकर घर के झरोखे से ही लोगों ने उनका अभिवादन करना शुरू कर दिया।

इस अनोखी पहल को समाज के सभी वर्ग के लोगों ने सराहा है। जिस भी रास्ते से प्रोफेसर भूपेंद्र यादव का काफिला निकल रहा था, लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा था। कोरोना वायरस के संक्रमण से कैसे बचा जाए। इसके बारे में वो लोगों में जागरूकता फैला रहे थे।

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Aditya Mishra

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