×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

पटना के लाल ने किया कमाल: प्रेम कुमार मांझी को अमेरिका से मिला ढाई करोड़ का स्कॉलरशिप

Bihar Student Success Story: अमेरिका के लाफ़ायेट कॉलेज ने बिहार के महादलित छात्र को छात्रवृत्ति के रूप में ढाई करोड़ रुपए का अनुदान देने की घोषणा की है।

Network
Newstrack Network
Published on: 9 July 2022 10:26 AM IST (Updated on: 9 July 2022 11:19 AM IST)
X

Bihar Student Video

Click the Play button to listen to article

Bihar Student Success Story: बिहार की राजधानी पटना (Patna) के फुलवारी शरीफ (Phulwari Sharif) का महादलित छात्र अमेरिका (America) में शिक्षा ग्रहण करने के लिए जा रहा है। अमेरिका के प्रतिष्ठित लाफ़ायेट कॉलेज (Lafayette College) ने छात्र को छात्रवृत्ति (Scholarship) के रूप में ढाई करोड़ रुपए का अनुदान देने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद पूरे गोनपुरा गांव (Gonpura Village) में खुशी का माहौल है।

मिली जानकारी के अनुसार, फुलवारी शरीफ में गोनपुरा गांव के 17 वर्षीय महादलित छात्र प्रेम कुमार को अमेरिका के प्रतिष्ठित लाफायेट कॉलेज द्वारा स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए 2.5 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति मिली है। प्रेम कुमार के पिता जीतन मांझी मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। प्रेम अपनी पांच बहनों में इकलौता भाई है।

पढ़ाई करते हुए प्रेम कुमार

बातचीत के क्रम में प्रेम कुमार ने बताया कि उसने वर्ष 2020 में शोषित समाधान केंद्र उड़ान टोला दानापुर से मैट्रिक पास किया है और इसी कॉलेज से उसने 2022 में साइंस मैथ पेपर से इंटर की परीक्षा दी है।

मां के देहांत के बाद पढ़ाई को ही बनाया लक्ष्य

14 वर्ष की उम्र में प्रेम कुमार ने पटना के जसप्रीत ग्लोबल संस्थान से जुड़कर अपने पढ़ाई को आगे बढ़ाना शुरू किया। इसी क्रम में संस्थान के द्वारा अभी कुछ दिन पूर्व उन्हें यह सूचना मिली की अमेरिका के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में उनका सिलेक्शन किया है। प्रेम कुमार अपनी इस उपलब्धि के लिए अपने मां पिता और गुरुजनों को धन्यवाद दिया। प्रेम कुमार ने बताया कि लगभग 10 वर्ष पूर्व उनकी मां कलावती देवी का देहांत हो गया। उसके बाद से बराबर उन्होंने अपने पढ़ाई को ही अपना कैरियर बनाया और आज जिस मुकाम पर प्रेम पहुंच गए हैं, वहां पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत पड़ती है।


अमेरिका के शीर्ष 25 कॉलेजों में है लाफायेट

वर्ष 1826 में स्थापित लाफायेट कॉलेज को लगातार अमेरिका के शीर्ष 25 कॉलेजों में स्थान दिया गया है। इसे अमेरिका के "हिडन आइवी" कॉलेजों की श्रेणी में गिना जाता है। प्रेम भारत में ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले पहला महादलित छात्र होंगे। इसके अलावा वह दुनिया भर के 6 छात्रों में से एक हैं, जिन्हें लाफायेट कॉलेज से प्रतिष्ठित "डायर फैलोशिप" प्राप्त होगी। लाफायेट के अनुसार यह फेलोशिप उन चुनिंदा छात्रों को प्रदान की जाती है जिनमें दुनिया की कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान निकालने के लिए आंतरिक प्रेरणा एवं प्रतिबद्धता हो।

14 वर्ष की आयु में प्रेम को राष्ट्रीय संगठन डेक्स्टेरिटी ग्लोबल द्वारा पहचाना गया। तब से उन्हें डेक्स्टेरिटी द्वारा निरंतर प्रशिक्षित किया गया है। डेक्सटेरिटी ग्लोबल एक राष्ट्रीय संगठन है जो शैक्षणिक अवसरों और प्रशिक्षण के माध्यम से भारत एवं विश्व के लिए नेतृत्व की अगली पीढ़ी तैयार करने में कार्यरत है। प्रेम ने डेक्सटेरिटी ग्लोबल के नेतृत्व विकास और करियर विकास कार्यक्रमों के तहत कठोर प्रशिक्षण प्राप्त किया। पिछले सप्ताह डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक व सीईओ और बिहार के प्रसिद्ध सामाजिक उद्यमी शरद सागर ने घोषणा की कि संगठन के करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम "डेक्सटेरिटी टू कॉलेज" के छात्रों ने अब विश्व पर सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों से 100 करोड़ से भी अधिक की छात्रवृत्ति प्राप्त की है।


सभी खर्चे वहन करेगी कॉलेज

प्रेम बिहार के महादलित मुसहर समुदाय से आते हैं और अपने परिवार से कॉलेज जाने वाले पहले सदस्य होंगे। उनका परिवार गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) श्रेणी में आता है और राशन कार्ड धारक है। वह वर्तमान में शोषित समाधान केंद्र में 12वीं कक्षा के छात्र हैं। लाफायेट कॉलेज में वह मैकेनिकल इंजीनियरिंग और अंतर्राष्ट्रीय संबंध की पढाई करेंगे। प्रेम को प्राप्त 2.5 करोड़ की छात्रवृत्ति लाफायेट कॉलेज में चार वर्षों के लिए उनके पढ़ाई एवं रहने के पूरे खर्च को वहन करेगी, जिसमें ट्यूशन, निवास, किताबें आपूर्ति, स्वास्थ्य बीमा, यात्रा व्यय, इत्यादि शामिल है।



\
Shreya

Shreya

Next Story