×

राजस्थान में नई महामारी: कोरोना से ज्यादा इसकी दहशत, प्रशासन का अलर्ट जारी

इस बार प्रदेश के हाड़ौती के झालावाड़ जिले से बर्ड फ्लू की शुरुआत हुई है। झालावाड़ में 50 कौओं में बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई है। आमतौर पर मुर्गियों में इसका प्रकोप अधिक देखा गया है।

suman
Published on: 4 Jan 2021 6:13 AM GMT
राजस्थान में नई महामारी: कोरोना से ज्यादा इसकी दहशत, प्रशासन का अलर्ट जारी
X
आकर पक्षी तो दम तोड़ ही देते हैं। साथ ही यह इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है। इससे जान जाने का भी खतरा है। बर्ड फ्लू के कहर को देखते हुए केंद्र समेत राज्य सरकारों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।

जयपुर : कोविड-19 के बीच अब बर्ड फ्लू भी तांडव मचा रहा है। राजस्थान, मध्य प्रदेश में दस्तक के बाद झारखंड, हिमाचल प्रदेश में इस वायरस को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण ने पिछले 1 साल से दहशतगर्दी फैला रखी है। वहीं राजस्थान प्रदेश के कोटा संभाग में कौओं के मौत के मामले सिलसिलेवार सामने आ रहे हैं।

फ्लू के पॉजिटिव मामले

कोरोना वायरस के बाद अब बर्ड फ्लू भी अपना असर दिखा रहा है।फिर भी पशुपालन विभाग ने पशुचिकित्सकों व अन्य अधिकारियों अलर्ट कर दिया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि अगर हिसार में एक भी केस मिले तत्काल सूचित करें। क्योंकि ऐसी संक्रामक बीमारियों पर काबू पाने के लिए सबसे पहले अलर्ट होने की जरूरत होती है।

बर्ड फ्लू के नाम से पहचाने जाने वाली यह बीमारी एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H5N1 के कारण होती है, जिसकी चपेट में आकर पक्षी तो दम तोड़ ही देते हैं। साथ ही यह इंसानों के लिए भी बेहद खतरनाक है। इससे जान जाने का भी खतरा है। बर्ड फ्लू के कहर को देखते हुए केंद्र समेत राज्य सरकारों ने भी अलर्ट जारी कर दिया है।

यह पढ़ें...प्यासा मरेगा पाकिस्तान: भारत ने उठाया ये बड़ा कदम, रुकेगा रावी का पानी

बर्ड फ्लू लक्षण

बर्ड फ्लू, एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस एच5एन1 की वजह से होता है। यह वायरस पक्षियों और इंसानों को अपना शिकार ज्यादा बनाता है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन चिकन, टर्की, गीस, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों में अधिक तेजी से फैलता है।

यह इन्फ्लूएंजा वायरस इतना खतरनाक होता है कि इससे मनुष्य व पक्षियों की मौत तक हो जाती है। बर्ड फ्लू के लक्षण की जानकारी हर किसी को होनी चाहिए। अभी तक बर्ड फ्लू का मुख्य कारण पक्षियों को ही माना जाता है। लेकिन कई बार यह इंसान से इंसान को भी हो जाता है।

crow died in rajastan

बर्ड फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू

एवियन इन्फ्लूएंजा के शिकार इंसान पर मौत का खतरा होता है। बर्ड फ्लू के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे होते हैं जैसे सांस लेने में समस्या, उल्टी होने का एहसास, बुखार, मांसपेशियों, पेट के निचले हिस्से और सिर में दर्द रहना। यह बीमारी इंसानों में मुर्गियों और संक्रमित पक्षियों के बेहद पास रहने से होती है। यह वायरस इंसानों में आंख, नाक और मुंह के जरिए प्रवेश करता है।

यह पढ़ें...अमिताभ बच्चन की रील लाइफ मां निरूपा राय, ऐसे रखा था हिंदी सिनेमा में कदम

राजस्थान में भी विभाग समन्वय के साथ काम के रहे हैं। लोगों को सतर्क करने के लिए पंपलेट, पोस्टर बनवाए गए हैं। सभी संभागों में अलर्ट किया गया है और सभी संभागों में टीम भेजी जा रही है राज्य में कंट्रोल रूम बनाया गया है। भारत सरकार के साथ भी सूचनाएं साझा कर रहे है।

337 पक्षियों की हुई मौत

अब तक बर्ड फ्लू वायरस से राजस्‍थान के बारां जिले में 66, झालावाड़ में 89, कोटा में 22, जोधपुर में 152, पाली में 8, कुल 135 पक्षियों की मौत हुई है। इसमें सबसे ज्‍यादा मौत कौओं की हुई है। इसके साथ ही मध्‍य प्रदेश के इंदौर में मामले सामने आए हैं। इस वायरस का प्रभाव मनुष्‍यों पर भी है, इसलिए खतरा बना रहता है।

अभी तक बर्ड फ्लू की पुष्टि झालावाड़ में हुई है सभी जिलों में रेस्पॉन्स टीम बनाई गई है, जो आसपास इलाके में सर्विलांस कर रही है। कौओं की मौत से हरकत में आई पशुपालन विभाग की कोटा संभाग की टीम जांच करने झालावाड़ पहुंची। जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके को सैनिटाइज भी कराया।

यह पढ़ें...छत्तीसगढ़ से 24 लाख मीट्रिक टन चावल खरीदेगा केंद्र, CM बघेल ने जताई ख़ुशी

पहली बार मामला आया

बता दें कि राजस्थान में पहली बार बर्ड फ्लू का मामला सामने आया है। 25 दिसंबर को पहली बार कौवों के मरने की सूचना मिली थी, जिसके बाद 27 दिसंबर को मरने के कारणों को जांचने के लिए भोपाल लेब ने सेम्पल भेजे गए, जहां बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई। देश में पहली बार 2006 में महाराष्ट्र में 28 स्थानों और गुजरात में एक स्थान पर यह बीमारी फैली थी। करीब 10 लाख पक्षियों को मारा गया था। देश में अब तक 49 बार अलग-अलग राज्यों में यह बीमारी फैली है।

suman

suman

Next Story