बर्ड फ्लू ने मचाया कोहाराम: इस लैब में जांच, कौओं की मौत से डरे लोग

आईसीएआर की लैब में बर्ड फ्लू के मामलों की जांच कर रहे वैज्ञानिकों ने बताया कि इस बार बर्ड फ्लू के स्ट्रेन में भी बदलाव आया है। दरअसल, बर्ड फ्लू का वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है। पहले इस वायरस का स्ट्रेन एच5एन1 था।

SK Gautam
Published on: 5 Jan 2021 12:34 PM GMT
बर्ड फ्लू ने मचाया कोहाराम: इस लैब में जांच, कौओं की मौत से डरे लोग
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यूरोप, रूस और मंगोलिया देशों की यात्रा के दौरान पक्षियों की करीब 370 प्रजातियां भारत आती जाती हैं। इस तरह भारत पक्षियों की बीमारियों के लिए एक जैविक हॉट स्पॉट बन जाता है।

भोपाल: कोरोना के बाद देश में अब बर्ड फ्लू का खतरा मडराने लगा है। देश के छह राज्यों में इस खौफनाक वायरस ने अपना असर दिखा दिया है। इस बीच बर्ड फ्लू के मामलों की जांच करने के लिए पूरे देश में सिर्फ एक लैब भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) की हाईसिक्योरिटी एनिमल डिसिस लेबोरेटरी है, जो भोपाल के आनंद नगर में स्थित है। देशभर में इंफेक्शन के जितने भी मामले सामने आ रहे हैं, वे जांच के लिए भोपाल भेजे जा रहे हैं। ऐसे में इस लैब की हर रिपोर्ट पर पूरे देश की नजर बनी हुई है।

भोपाल स्थित लैब में पांच वैज्ञानिकों की एक स्पेशल टीम

गौरतलब है कि बर्ड फ्लू का पहला सैंपल राजस्थान से भेजा गया था। 28 दिसंबर को इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद केरल और मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू वायरस के मामले सामने आने लगे। अब इस खौफनाक वायरस का कहर हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और झारखंड में भी बरपने लगा है। ऐसे में भोपाल स्थित लैब में पांच वैज्ञानिकों की एक स्पेशल टीम लगातार 24 घंटे काम कर रही है।

Bird flu-2

आईसीएआर की लैब में कोविड के साथ बर्ड फ्लू की जांच

बता दें कि भोपाल स्थित आईसीएआर की लैब में इस वक्त कोविड-19 के सैंपल की भी जांच हो रही है। दरअसल, ऐसा पहली बार है, जब इस लैब में इंसान और जानवर के वायरस पर एक साथ काम किया जा रहा है।

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बर्ड फ्लू का वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से जाना जाता है

आईसीएआर की लैब में बर्ड फ्लू के मामलों की जांच कर रहे वैज्ञानिकों ने बताया कि इस बार बर्ड फ्लू के स्ट्रेन में भी बदलाव आया है। दरअसल, बर्ड फ्लू का वायरस एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है। पहले इस वायरस का स्ट्रेन एच5एन1 था। इस बार स्ट्रेन एच5एन8 है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह स्ट्रेन जानवरों और पक्षियों के लिए बेहद खतरनाक है, लेकिन इंसानों पर इसका ज्यादा असर नहीं होगा।

Bird flu-3

नीमच और सीहोर में कौए मृत मिले

पशुपालन विभाग के अधिकारियों का दावा है कि मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू ने राजस्थान से दस्तक दी है। इसके बाद राज्य के इंदौर, मंदसौर, आगर, खरगोन, उज्जैन, देवास, नीमच और सीहोर में कौए मृत मिले। इनमें इंदौर और मंदसौर में मरने वाले कौओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उधर, खंडवा में अब तक 70 से ज्यादा बगुलों की मौत हो चुकी है। इससे पहले मंदसौर में 100, इंदौर में 70 और खरगोन में 15 से ज्यादा कौओं की मौत हो चुकी है।

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