पश्चिम बंगाल में कैदियों का खास ख्याल, दुर्गा पूजा के दौरान जेल में मिलेगा बिरयानी और बसंती पुलाव

West Bengal Jail: धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए मांसाहारी व्यंजन अनिवार्य नहीं होंगे और कैदियों के पास कई तरह के व्यंजनों में से चुनने का विकल्प होगा।

Neel Mani Lal
Published on: 5 Oct 2024 1:29 PM GMT
West Bengal Jail
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West Bengal Jail (Pic: Social Media)

West Bengal Jail: यह सुनिश्चित करने के लिए कि कैदी भी दुर्गा पूजा उत्सव का हिस्सा महसूस करें, पश्चिम बंगाल में जेल अधिकारियों ने त्योहार के दौरान मटन बिरयानी, बसंती पुलाव और अन्य बंगाली व्यंजनों का ख़ास मेनू परोसने की योजना बनाई है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के सबसे बड़े उत्सव के दौरान दोषियों और विचाराधीन कैदियों दोनों को खुशी देना है।

कैदी ही बनायेंगे व्यंजन

दुर्गा पूजा उत्सव मेनू षष्ठी (9 अक्टूबर) से दशमी (12 अक्टूबर) तक प्रभावी रहेगा। एक रिपोर्ट के अनुसार त्योहारों के दौरान बेहतर भोजन के लिए कैदियों से नियमित रूप से अनुरोध मिलते हैं। यह नया मेनू उनके लिए उत्सव को विशेष बनाने की दिशा में एक कदम है। इसे कैदियों के पुनर्वास की दिशा में एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है। ये स्पेशल व्यंजन कैदियों द्वारा स्वयं तैयार किए जाएंगे, जिन्हें रसोइया के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। इन व्यंजन में बंगाली पारंपरिक व्यंजन जैसे कि 'माछेर माथा दिए पुई शाक' (मछली के सिर के साथ मालाबार पालक), 'लूची-चोलर दाल' (पूड़ी और बंगाली चना दाल), चिकन करी, 'पायश' (बंगाली खीर) और 'आलू पोटोल चिंगरी' (परवल और आलू के साथ झींगा) शामिल हैं। रायता के साथ परोसी जाने वाली मटन बिरयानी और लोकप्रिय 'बसंती पुलाव' भी मेनू का हिस्सा होंगे।

कोई भी डिश चुनने का विकल्प

धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए मांसाहारी व्यंजन अनिवार्य नहीं होंगे और कैदियों के पास कई तरह के व्यंजनों में से चुनने का विकल्प होगा। दरअसल, बंगाल में रहने वाले कई बंगालियों और अन्य लोगों के लिए दुर्गा पूजा उत्सव मछली या मांस के बिना अधूरा होता है। अधिकारियों को उम्मीद है कि यह पहल कैदियों के चेहरों पर मुस्कान लाएगी और उन्हें बाहर के उत्सवों से जुड़ाव का एहसास कराएगी। मेनू में यह बदलाव विशेष अवसरों के दौरान कैदियों के लिए स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा है।

हाई-प्रोफाइल कैदी

विशेष रूप से कोलकाता के प्रमुख सुधार गृहों में से एक, प्रेसिडेंसी जेल में पूर्व राज्य मंत्री पार्थ चटर्जी और ज्योति प्रिया मलिक और आर जी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष जैसे हाई-प्रोफाइल कैदी बंद हैं। चटर्जी और मलिक भ्रष्टाचार से संबंधित आरोपों का सामना कर रहे हैं, जबकि संदीप घोष एक महिला डॉक्टर के बलात्कार-हत्या और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े मामले में शामिल हैं।

सभी जेलों में मेनू लागू

पश्चिम बंगाल की 59 जेलों में वर्तमान में 26,994 पुरुष कैदी और 1,778 महिला कैदी हैं। उत्सव का मेनू इन सभी जेलों में लागू किया जाएगा, जिससे सलाखों के पीछे बंद लोगों में उत्सव की भावना आएगी। एक अधिकारी ने कहा, "हर बड़े आयोजन के लिए हम कैदियों के लिए विशेष व्यवस्था करने की कोशिश करते हैं और दुर्गा पूजा इसका अपवाद नहीं है।"

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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