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शाह के टारगेट पर 17 साल के युवा, युवा उद्घोष की शुरुआत वाराणसी से
वाराणसी : लोकसभा चुनाव में हालांकि अभी डेढ़ साल से ज्यादे का वक्त है। लेकिन ऐसा लगता है कि बीजेपी चुनावी मोड में आ गई है। खासतौर से गुजरात चुनाव में जिस तरह से बीजेपी को कांग्रेस और तीन युवाओं से चुनौती मिली, उसे देखते हुए पार्टी किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहती है। लिहाजा सियासी मैदान में बीजेपी ने तैयारियां शुरू कर दी है। बीजेपी की नजर एक बार फिर देश के सबसे मजबूत राज्य उत्तर प्रदेश पर है।
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पार्टी अपने अभियान की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से करने जा रही है। आगामी 20 जनवरी को पार्टी एक विशाल युवा सम्मेलन करने जा रही है। इस सम्मेलन का नाम दिया गया है युवा उद्धोष। सम्मेलन को बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ संबोधित करेंगे। स्थानीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।
क्या है युवा उद्धोष का मकसद ?
युवा उद्धोष सम्मेलन के जरिए पार्टी एक बार फिर से युवाओं में अपनी पैठ बनाना चाहती है। इसी मकदस से सम्मेलन में कम से कम दस हजार युवाओं को बुलाया गया है। स्थानीय पदाधिकारियों को हर बूथ से कम से कम पांच कार्यकर्ताओं को सम्मेलन में पहुंचने के लिए बोला गया है। वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में 17 सौ बूथ हैं। पार्टी ने इस वक्त 17 से लेकर 35 साल के कार्यकर्ताओं का ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन शुरु किया है। इसके तहत कोई भी कार्यकर्ता बीस रूपए देकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकता है। ये रकम पेटीएम के जरिए ली जा रही है। पार्टी की कोशिश है कि यूपी में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ा जाए।
काशी से संदेश पहुंचाने की कोशिश
वारामणी महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरी के मुताबिक स्वामी विवेकानंद की जयंती पर काशी से पूरे देश में एक संदेश पहुंचाने की कोशिश की जाएगी। खासतौर से युवाओं को जोड़ने की मुहिम शुरूआत हो रही है। पहले भी युवाओं ने मोदी का साथ दिया और आगे भी देते रहेंगे। उनके मुताबिक सम्मेलन में पंद्रह हजार से अधिक युवाओं के पहुंचने की संभावना है।
बीजेपी के निशाने पर ऐसे युवा हैं जिनकी उम्र अभी 17 साल है और वो लोकसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे।
वहीं सियासी जानकार बताते हैं कि गुजरात चुनाव में जिग्नेश, हार्दिक और अल्पेश की तिकड़ी के अलावा राहुल गांधी ने जैसी चुनौती दी, उससे पार्टी का एक बड़ा धड़ा मानता है कि 2019 की लड़ाई आसान नहीं है। खासतौर से बेरोजगारी और आर्थिक मोर्चे पर अभी तक बीजेपी को शुभ संकेत नहीं मिले हैं। यही कार्यक्रम है कि पार्टी अपने सबसे मजबूत इलाके में युवाओं का मन टटोलने की तैयारी में है। कार्यक्रम के संयोजक और बीजेपी महासचिव अशोक चौरसिया कहते हैं कि सम्मेलन में अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ युवाओं में जोश भरने का काम करेंगे। कार्यक्रम का मिशन साल 2019 ।