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केजरीवाल के खिलाफ उन्हीं का ‘हथियार’ इस्तेमाल करेगी BJP, मुफ्त स्कीमों के जरिए आप को घेरने की तैयारी
Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को हारने के लिए बीजेपी ने पूरा प्लान बना लिया है।
Delhi Election: दिल्ली के विधानसभा चुनाव में इस बार भाजपा भी पुख्ता रणनीति के साथ उतरने की तैयारी में जुटी हुई है। पार्टी को उम्मीद है कि इस बार केजरीवाल के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी बड़ा असर दिखा सकती है। मुफ्त स्कीमों के जरिए लगातार दिल्ली की सत्ता पर काबिज अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भाजपा इस बार उन्हीं का हथियार इस्तेमाल करने की तैयारी कर रही है। आप को सत्ता से बेदखल करने के लिए भाजपा की ओर से भी इस बार मुफ्त स्कीमों के दिल्ली के मतदाताओं का समर्थन हासिल करने की तैयारी है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन न हो पाने के कारण भाजपा के लिए नई आस जाग गई है और पार्टी इस मौके को हाथ से नहीं जाने देना चाहती। अब मुफ्त स्कीमों का वादा करके बीजेपी इन दोनों दलों को जवाब देगी। इसी रणनीति के तहत भाजपा दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के अंतर्गत चुनावी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है।
केजरीवाल की जीत में मुफ्त की स्कीमों का बड़ा योगदान
दिल्ली में केजरीवाल को सत्ता दिलाने में मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं को मुफ्त बस की सुविधा का बड़ा योगदान माना जाता रहा है। केजरीवाल दिल्ली की सभाओं में लगातार यह बात कहते रहे हैं कि भाजपा को सत्ता मिली तो मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं को मिलने वाली मुफ्त बस सुविधा को बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में अब भाजपा ने साफ कर दिया है कि यदि पार्टी को सत्ता मिली तो इन मुफ्त स्कीमों को बंद नहीं किया जाएगा।
भाजपा की चुनाव घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष और सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी का कहना है कि दिल्ली के मतदाताओं को केजरीवाल के बहकावे में नहीं आना चाहिए। यदि भाजपा को सत्ता मिली तो मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा जैसी सुविधाओं को जारी रखा जाएगा। बिधूड़ी ने यहां तक कहा कि भाजपा न केवल इन सुविधाओं को जारी रखेगी बल्कि इनमें और सुधार लाकर इन योजनाओं को और बेहतर तरीके से लागू किया जाएगा।
मुफ्त की स्कीमों को जारी रखेगी भाजपा
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की मुफ्त स्कीमों का एक बड़ा लाभार्थी वर्ग है। मुफ्त की स्कीमों का फायदा उठाने वाले बहुत से लोग केजरीवाल और उनकी पार्टी से नाराज हैं मगर इन स्कीमों का आगे भी फायदा उठाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को वोट हासिल करने के लिए ही केजरीवाल की ओर से यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि भाजपा के सत्ता में आने पर इन स्कीमों को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बीजेपी केजरीवाल की इन चालों को समझ गई है।
इसलिए भाजपा की ओर से भी आम लोगों की सुविधाओं को जारी रखने का वादा किया जाएगा। इसके तहत भाजपा की ओर से लोगों को यह बताया जाएगा कि पार्टी को सत्ता मिली तो मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा जारी रहेगी।
महिलाओं के लिए हो सकता है बड़ा ऐलान
इसके साथ ही महिला वोट बैंक को आकर्षित करने के लिए पार्टी की ओर से बड़ा वादा भी किया जा सकता है। पार्टी दिल्ली की महिलाओं को 2100 रुपए प्रति माह देने का बड़ा ऐलान भी कर सकती है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र तक महिलाओं से किए गए इस वादे का बड़ा असर दिखा है। इसलिए दिल्ली में भी इस तरह का वादा किया जा सकता है। पार्टी का मानना है कि इससे महिलाओं का समर्थन हासिल करने में मदद मिलेगी।
इस कारण रुख बदलने पर मजबूर हुई भाजपा
दिल्ली में केजरीवाल की मुफ्त की स्कीमों को भाजपा पहले रेवड़ी कल्चर कहा करती थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी विपक्षी दलों पर रेवड़ी बांटने का आरोप लगाते रहे हैं। वैसे सियासी जानकारों का मानना है कि 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल को जीत दिलाने में मुफ्त की स्कीमों ने बड़ी भूमिका निभाई थी। इसी कारण लोगों के व्यापक समर्थन से आप ने बंपर जीत हासिल की थी।
दिल्ली की जनता में मुफ्त की स्कीमों की व्यापक स्वीकार्यता को देखते हुए भाजपा भी अपना रुख बदलने को मजबूर हो गई है। इसी कारण पार्टी ने इस बार मुफ्त की स्कीमों के जरिए दिल्ली के मतदाताओं को आकर्षित करने का बड़ा प्लान तैयार किया है।
2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को सिर्फ तीन सीटों पर ही जीत मिली थी जबकि 2020 के चुनाव में पार्टी सिर्फ आठ सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी थी। दूसरी ओर आप ने 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटों पर जीत हासिल की थी। अब मुफ्त की स्कीमों के चुनावी वादों के साथ भाजपा आप को सत्ता से बेदखल करने की रणनीति पर मजबूती से काम कर रही है।