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Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में BJP ने दिया नया फॉर्मूला, इस तरह तय होगा CM, शिंदे को बड़ा झटका
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारों के साथ ही महायुति में सीएम चेहरे को लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति में अधिकांश सीटों का बंटवारा हो गया है। अब सिर्फ आठ सीटों को लेकर गठबंधन में शामिल तीनों प्रमुख दलों के बीच बातचीत चल रही है। इस बीच सत्तारूढ़ गठबंधन के चुनाव जीतने की स्थिति में नए मुख्यमंत्री को लेकर भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। जानकार सूत्रों के मुताबिक चुनाव नतीजे के बाद गठबंधन की जीत की स्थिति में नए मुख्यमंत्री को लेकर भाजपा की ओर से नया फॉर्मूला दिया गया है।
भाजपा की ओर से इस बार स्पष्ट कर दिया गया है की सबसे अधिक सीटें जीतने वाले दल का नेता ही अगला मुख्यमंत्री होगा। इस फॉर्मूले के बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। हालांकि इस फॉर्मूले का खुलकर ऐलान नहीं किया गया है मगर इस फॉर्मूले को लेकर सहयोगी दलों के बीच चर्चा जरूर हुई है।
शाह के आवास पर बैठक में अहम फैसला
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर दो दिन पूर्व सत्तारूढ़ गठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस और महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले के अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार भी मौजूद थे। इस बैठक के दौरान महाराष्ट्र चुनाव से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए। भाजपा को इस बार महाराष्ट्र में सबसे अधिक सीटें जीतने की उम्मीद है। इसलिए भाजपा नेताओं की ओर से इशारों में यह स्पष्ट कर दिया गया है कि महायुति गठबंधन की सरकार बनने की स्थिति में भाजपा का ही मुख्यमंत्री होगा।
ऐसी स्थिति में देवेंद्र फडणवीस की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा की अगुवाई फडणवीस के ही हाथों में है। वे पूर्व में भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। ऐसे में महायुति के चुनाव जीतने पर वे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं।
महाराष्ट्र में नेतृत्व का नया फॉर्मूला
भाजपा की ओर से सुझाए गए इस समय फॉर्मूले के बाद ही सहयोगी दलों की ओर से भी अधिक सीटों के लिए दबाव बनाया जा रहा है। महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा का प्रदर्शन अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा तो सहयोगी दलों की ओर से मुख्यमंत्री पद को लेकर दावेदारी की जा सकती है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भाजपा ने ज्यादा विधायक होने के बावजूद एकनाथ शिंदे को समर्थन देकर मुख्यमंत्री बनवाया था।
पूर्व में मुख्यमंत्री रहने के बावजूद भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के कहने पर देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बनने को तैयार हुए थे। अब विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा इस स्थिति में बदलाव लाना चाहती है। इसीलिए पार्टी की ओर से यह नया फॉर्मूला सामने लाया गया है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि यदि भाजपा गठबंधन चुनाव में कमजोर साबित हुआ और जोड़-तोड़ की जरूरत पड़ी तो सियासी हालात बदल सकते हैं।
शिंदे के नाम पर भाजपा का नेतृत्व तैयार नहीं
दूसरी ओर यह भी सच्चाई है कि शिवसेना शिंदे गुट की ओर से शिंदे के नाम को लेकर दबाव बनाया जा रहा है। शिंदे की शिवसेना से जुड़े नेताओं का मानना है कि उनकी अगुवाई में ही महाराष्ट्र में सत्ता बदलने में कामयाबी मिली है। इसलिए उन्हें फिर मौका दिया जाना चाहिए। हालांकि बीजेपी अब इसके के लिए तैयार नहीं दिख रही है।
दूसरी ओर एनसीपी नेता अजित पवार को इस बात का बखूबी एहसास है कि वे मौजूदा समीकरण में मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। यही कारण है कि उनके गुट की ओर से ज्यादा दबाव नहीं बनाया जा रहा है। जानकारों का कहना है कि भाजपा गठबंधन की जीत की स्थिति में अजित पवार को एक बार फिर डिप्टी सीएम के पद से ही संतोष करना पड़ेगा। इस बीच भाजपा की ओर से 22 प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी गई है। पार्टी ने पहली सूची में 99 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए थे। इस तरह पार्टी की ओर से अभी तक 121 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों का ऐलान किया जा चुका है।