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Subramanian Swamy: आखिर क्या गुल खिलाने वाले हैं सुब्रमण्यम स्वामी, ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद सियासी अटकलें तेज
Subramanian Swamy: गुरुवार की रात ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने ममता की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े।
Subramanian Swamy: भाजपा के पूर्व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात सियासी हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है। भाजपा में लंबे समय से साइडलाइन चल रहे स्वामी की ममता से मुलाकात के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। सुब्रमण्यम स्वामी काफी दिनों से मोदी सरकार की नीतियों की खुलकर आलोचना करते रहे हैं मगर गुरुवार की रात ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद उन्होंने ममता की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े।
उन्होंने ममता को कम्युनिस्टों को मात देने वाली करिश्माई और साहसी नेता बताया। सुब्रमण्यम स्वामी की ममता से हुई इस मुलाकात को लेकर तरह-तरह की सियासी अटकलें लगाई जा रही हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इसका कोई बड़ा सियासी नतीजा दिख सकता है।
भाजपा में पूरी तरह साइडलाइन हैं स्वामी
राज्यसभा के पूर्व सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी को इन दिनों भाजपा ने पूरी तरह साइडलाइन किया जा चुका है। 2014 में केंद्र में मोदी सरकार के गठन के बाद मोदी सरकार की नीतियों को लेकर वे कई बार सवाल उठा चुके हैं। नेशनल हेराल्ड केस में स्वामी ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ भी मोर्चा खोला था। इसी कारण सुब्रमण्यम स्वामी की ममता बनर्जी से मुलाकात को सियासी नजरिए से काफी अहम माना जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में कोई बड़ा सियासी घटनाक्रम दिख सकता है। सुब्रमण्यम स्वामी ने खुद एक ट्वीट करते हुए ममता बनर्जी से मुलाकात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कोलकाता में मुझे करिश्माई नेता ममता बनर्जी से मिलने का मौका मिला। वे काफी साहसी महिला है। ट्वीट के साथ उन्होंने ममता बनर्जी के साथ हुई अपनी मुलाकात की तस्वीर भी शेयर की है।
ममता की खुलकर की तारीफ
जानकार सूत्रों का कहना है कि ममता के साथ सुब्रमण्यम स्वामी की मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली। हालांकि इस मुलाकात में कोई राजनीतिक चर्चा होने से इनकार किया गया है मगर इसके सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। मुलाकात के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि मैं सीपीएम के खिलाफ ममता के संघर्ष की सराहना करता हूं। उन्होंने अपने साहस के दम पर कम्युनिस्टों को मात देने में कामयाबी हासिल की।
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने ममता बनर्जी की खुलकर तारीफ की है। उन्होंने पिछले साल नवंबर में भी ममता से मुलाकात की थी। इस साल जुलाई में किए गए अपने ट्वीट में स्वामी ने ममता को विद्वान नेता बताते हुए उनकी तारीफ की थी। उन्होंने ममता के साथ वैचारिक मतभेद की बात स्वीकार करते हुए कहा था कि हमें किसी नेता की प्रतिभा को समझना चाहिए।
मुलाकात को लेकर सियासी अटकलें
सियासी जानकारों का कहना है कि भाजपा में अब सुब्रमण्यम स्वामी के दिन बहुरते नहीं दिख रहे हैं। उन्होंने गुरुवार को किए गए अपने ट्वीट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भाजपा संसदीय बोर्ड से बाहर किए जाने पर सवाल भी उठाए। उन्होंने भाजपा नेतृत्व पर तंज कसते हुए कहा कि पहले भाजपा और जनता पार्टी में चुनाव हुआ करते थे मगर अब भाजपा में कोई चुनाव नहीं होता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंजूरी के बाद विभिन्न पदों पर लोगों को नामित कर दिया जाता है। ममता बनर्जी से सुब्रमण्यम स्वामी की मुलाकात के बाद अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आने वाले दिनों में क्या बड़ा सियासी घटनाक्रम होता है।