Bengal Violence: 'अनुच्छेद 355 हो लागू... केंद्रीय बलों की तैनाती की जाए', बंगाल में हिंसा के बीच सुवेंदु अधिकारी की बड़ी मांग

Bengal Violence: : बंगाल में हिंसा के बीच सुवेंदु अधिकारी ने अनुच्छेद 355 के लागू होने और केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग की है।

Shweta Srivastava
Published on: 12 April 2025 11:29 AM (Updated on: 12 April 2025 1:17 PM)
Article 355 in Bengal
X

Article 355 in Bengal (Image Credit-Social Media)

Bengal Violence: पश्चिम बंगाल में वक़्फ़ संशोधन बिल को लेकर कई जगहों पर हिंसा की घटना की खबर आ रही है। ऐसे में बंगाल विधानसभा के विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने हिंसा और अराजकता पर गंभीर चिंता जताते हुए एक समूह के विरोध प्रदर्शन को हिंसा का जिम्मेदार बताया है। उन्होंने इसे संविधान का विरोध करने वाले कट्टरपंथी कहकर भी संबोधित किया है। इतना ही नहीं भाजपा नेता ने बंगाल के अधिकारियों को केंद्र से मदद मांगने की सलाह भी दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि मुर्शिदाबाद दक्षिण और उत्तर 24 परगना हुगली मालदा बीरभूम जिलों के कई पुलिस थानों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में अनुच्छेद 355 लागू करने की जरूरत है ऐसा करते हुए उन्होंने बंगाल सरकार पर निशाना भी साधा है।

सुवेंदु अधिकारी ने की अनुच्छेद 355 लागू करने की मांग

दरअसल भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि बंगाल में सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, सार्वजनिक सुरक्षा से समझौता किया जा रहा है। उन्होंने आगे लिखा कि पश्चिम बंगाल में कट्टरपंथियों के एक समूह के विरोध प्रदर्शन के नाम पर बड़े पैमाने पर हिंसा और अराजकता देखी जा सकती है। इसके आगे उन्होंने लिखा कि," लोग सड़क पर उतरे हैं.. जिन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वह भारत के संविधान के खिलाफ हैं और देश के कानून का विरोध करेंगे। सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को मनमाने ढंग से नुकसान पहुंचाया जा रहा है आम लोग इन कट्टरपंथियों की क्रूर भीड़ की दया पर हैं।"

इतना ही नहीं भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के अनुसार राज्य प्रशासन ने मुर्शिदाबाद में बीएसएफ की तैनाती की मांग की है ताकि यहां की स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। उन्होंने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और गृह विभाग के सचिव से केंद्रीय गृह मंत्रालय से सहायता मांगने की अपील भी की है।



उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि," प्रशासन ने मुर्शिदाबाद जिले में अनिच्छा से बीएसएफ की तैनाती की मांग की है। उन्हें अन्यत्र केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग करने से कौन रोक रहा है? मैं पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और गृह विभाग के सचिव को सुझाव दूंगा कि वे अपना अहंकार छोड़ें और केंद्रीय गृह मंत्रालय से संपर्क करें। स्थिति को काबू करने में केंद्र से मदद मांगे।"

बंगाल में भड़की हिंसा

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में शुक्रवार (11 अप्रैल) को वक्फ कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन हुआ, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वैन और सार्वजनिक बसों समेत अन्य गाड़ियों में आग लगाई और पथराव किया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने मालदा में रेल की पटरियों पर भी धरना दिया, जिससे सड़क और ट्रेन यातायात बिगड़ गए। कई ट्रेनों को डायवर्ट भी किया गया। रेलवे स्टेशन पर पथराव की वजह से 10 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। भीड़ को काबू में लाने के लिए पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके साथ ही शमशेरगंज में BSP के जवान भी तैनात किए गए। हालांकि, अब पुलिस का कहना है कि इलाके में स्थिति नियंत्रण में है।

Shivam Srivastava

Shivam Srivastava

Next Story