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Mission 2024: हारी हुई 144 सीटों पर BJP की विशेष तैयारी, मंत्रियों की निष्क्रियता पर शाह-नड्डा नाराज

Mission 2024: बीजेपी मिशन 2024 की तैयारियों में जुट गई है। BJP विशेष रणनीति के तहत काम कर रही है। पार्टी ने उन 144 सीटों पर विशेष ध्यान देने का फैसला लिया है, जिन पर हार का सामना करना पड़ा था।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 8 Sep 2022 8:03 AM GMT
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अमित शाह और जेपी नड्डा (फाइल फोटो)

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BJP Mission 2024 : मिशन 2024 की सियासी जंग में बड़ी जीत हासिल करने और विपक्ष की घेराबंदी तोड़ने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विशेष रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। पार्टी ने उन 144 सीटों पर विशेष फोकस करने का फैसला किया है, जिन पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। इसके लिए मंत्रियों को लोकसभा क्षेत्रों का दौरा करने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका है।

मगर, मंत्रियों की निष्क्रियता को लेकर गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (Jagat Prakash Nadda) ने नाराजगी जताई है। दोनों वरिष्ठ नेताओं ने मंत्रियों को लोकसभा क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाने का निर्देश दिया है, ताकि 2024 में 350 के लक्ष्य को हासिल किया जा सके।

संगठन के काम में जुटने का निर्देश

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी की चुनावी तैयारियों को लेकर हुई बैठक में शाह ने मंत्रियों को उन लोकसभा क्षेत्रों पर विशेष फोकस करने को कहा जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, कि मंत्रियों को इस बात को समझना होगा कि संगठन की वजह से ही हमें सरकार बनाने का मौका मिला है। संगठन को प्राथमिकता देनी होगी और इस संगठन पर दम पर ही हम फिर सरकार बनाने में कामयाब हो सकेंगे। शाह ने आगे कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। उनके चेहरे पर हम एक बार फिर जीत हासिल करने में कामयाब होंगे, लेकिन इसके लिए संगठन स्तर पर भी प्रयास किया जाना जरूरी है।

शाह ने आंकड़ों के साथ रखी अपनी बात

अमित शाह ने पार्टी नेताओं के बीच 2019 के चुनाव के आंकड़े भी रखें। उन्होंने विशेष तौर पर उन सीटों का जिक्र किया, जहां पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा, कि यदि 2014 और 2019 के चुनाव को देखा जाए तो 2019 में हम उन 30 फ़ीसदी सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रहे जिन पर 2014 में हमें हार मिली थी। अब हमें अपना टारगेट बढ़ाते हुए 50 फीसदी करना होगा। साल 2024 में बड़ी जीत हासिल करने के लिए हमें उन 50 फ़ीसदी सीटों पर जीत हासिल करनी होगी, जिन पर 2019 में हमें कामयाबी नहीं मिल सकी थी।

350 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य

विपक्षी नेताओं की बढ़ती सक्रियता के बीच भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। 2019 के चुनाव में पार्टी 303 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई थी। मगर, अब पार्टी ने 350 सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय किया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि उन 144 सीटों पर पार्टी विशेष जोर लगाएगी जिन पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी का मानना है कि यदि इनमें से आधी सीटों पर भी जीत हासिल कर ली जाए तो 2014 में दिल्ली की राह काफी आसान हो जाएगी।

लोकसभा क्षेत्रों में बढ़ानी होगी सक्रियता

इसी के मद्देनजर मंत्रियों को लोकसभा क्षेत्रों में सक्रियता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्रियों से कहा गया है कि वे लगातार उन क्षेत्रों का दौरा करते रहें जिनकी जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है। साथ ही केंद्र सरकार की ओर से चलाई जा रही लाभकारी योजनाओं की भी जानकारी हासिल करें। आम लोगों तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए सक्रियता जरूरी है। तभी पार्टी लोगों का समर्थन हासिल करने में कामयाब हो सकेगी।

तैयारियां अनायास ही नहीं

सियासी जानकारों का कहना है कि, भाजपा की यह तैयारियां अनायास ही नहीं हैं। विपक्षी नेताओं ने हाल के दिनों में एकजुटता की कोशिशें तेज कर दी हैं। साथ ही, विपक्षी नेताओं ने सरकार पर पीछे से हमले भी शुरू कर दिए हैं। हाल में भाजपा को बिहार में बड़ा सियासी झटका लगा है। बीजेपी को झटका देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्ष को गोलबंद करने में जुट गए हैं। ऐसे में भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है, ताकि 'विपक्ष के चक्रव्यूह' को तोड़ते हुए लक्ष्य हासिल किया जा सके।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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