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BJP New President: ये होंगे भाजपा के अगले अध्यक्ष!
BJP New President: ये भाजपा के संगठन में सचिव व महासचिव जैसे पदों पर भी रह चुके हैं। कभी वह प्रधानमंत्री के पसंदीदा थे। इन दिनों वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी बहुत करीबी हैं।
BJP New President: भारतीय जनता पार्टी नये अध्यक्ष को लेकर के पार्टी में लंबे समय से चल रहा मंथन ख़त्म हो गया। पार्टी के सभी दिग्गज नेताओं ने मिल बैठकर एक नाम पर सहमति बना ली है। वह नाम है हाल फ़िलहाल केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का। प्रधान ओड़िसा के ओबीसी समाज से आते हैं। पार्टी में वह दूसरी पीढ़ी के नेता हैं। उनके पिता भी अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रहे हैं। वह ओड़िसा से वह उस समय जीतने वाले इकलौते सांसद थे। धर्मेंद्र प्रधान (BJP New President Dharmendra Pradhan) के नाम सबसे लंबे समय तक केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री रहने का रिकार्ड भी दर्ज हैं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी व उसकी उपलब्धियों की फ़ेहरिस्त की उज्जवला योजना का भी श्रेय उनके नाम भी दर्ज है। उन्हें टोटकों के लिहाज़ से पार्टी का शुभंकर भी माना जाता है।
पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ में चुनावी कमान सँभालने के बाद उन्होंने पार्टी को अप्रत्याशित नतीजे भी दिये। हाल फ़िलहाल ओड़िसा में पहली बार भाजपा की सरकार बनने में भी धर्मेंद्र प्रधान की भूमिका को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है।
वह छात्र जीवन से पार्टी से जुड़े हैं। वह भाजपा के संगठन में सचिव व महासचिव जैसे पदों पर भी रह चुके हैं। कभी वह प्रधानमंत्री के पसंदीदा थे। इन दिनों वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भी बहुत करीबी हैं।
तालचेर कॉलेज (उड़ीसा) में उच्चतर माध्यमिक छात्र के रूप में पढ़ते समय ही धर्मेंद्र प्रधान एबीवीपी कार्यकर्ता बन गए। बाद में तालचेर कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष बने। धर्मेंद्र प्रधान (Bhajpa Ka Naya Adhyaksh Kaun Hai) ने 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया और इसके सचिव चुने गए।
भाजपा में कई पद संभाले (BJP New President Dharmendra Pradhan Politics)
भाजपा में विभिन्न पदों पर कार्य करने के बाद धर्मेंद्र 2004 में देवगढ़ से लोकसभा के लिए चुने गए। वे बिहार और मध्य प्रदेश से दो-दो बार राज्यसभा के सदस्य भी चुने गए।
- प्रभारी - भाजपा उत्तर प्रदेश
- मंत्री- शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री (जुलाई 2021 - वर्तमान)
- मंत्री- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, इस्पात मंत्री (मई 2019 - जुलाई 2021)
- मंत्री- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री (सितंबर 2017 - मई 2019)
- मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) : पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (मई 2014 - सितंबर 2017)
- सदस्य राज्यसभा, मध्य प्रदेश : अप्रैल 2018 - 2024
- सदस्य राज्यसभा, बिहार: 2012- 2018
- प्रभारी भाजपा कर्नाटक: 2011-2013
- भाजपा अखिल भारतीय महासचिव - 2010 - 2015
- सह-प्रभारी - भाजपा बिहार : राज्य चुनाव
- प्रभारी भारतीय जनता युवा मोर्चा
- प्रभारी भाजपा झारखंड
- चुनाव प्रभारी भाजपा उत्तराखंड
- भाजपा राष्ट्रीय सचिव 2007–2010
- प्रभारी भाजपा छत्तीसगढ़: 2007–2010
- सदस्य लोकसभा: 2004–2009 देवगढ़, ओडिशा
- राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा : 2004–2006
- ओडिशा विधान सभा सदस्य 2000–2004 पल्लहाड़ा विधानसभा क्षेत्र
- राष्ट्रीय सचिव विद्यार्थी परिषद 1995
धर्मेंद्र प्रधान के लिए पॉलिटिक्स कोई नई चीज नहीं है। वह ओडिशा के एक राजनीतिक परिवार से हैं और करीब से राजनीति को देखा है। उनके पिता देबेंद्र प्रधान 1999 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में राज्य मंत्री भी रहे थे।
धर्मेंद्र ओबीसी वर्ग से आते हैं। उनकी शादी मृदुला प्रधान से हुई है और उनके दो बच्चे निशांत और नैमिषा हैं।उन्होंने भुवनेश्वर में उत्कल विश्वविद्यालय से मानव विज्ञान में पीजी की डिग्री प्राप्त की है।
सबसे लंबा कार्यकाल (BJP New President Dharmendra Pradhan Political Career)
धर्मेंद्र प्रधान स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे लंबे समय तक पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री रहे हैं।
2014 में राज्य मंत्री (प्रभारी) के रूप में शामिल होने के बाद, उन्हें बाद में 2017 में कैबिनेट रैंक में पदोन्नत किया गया। 31 मई, 2019 को प्रधान ने भारत सरकार के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय में अपना दूसरा लगातार कार्यकाल शुरू किया। यानी करीब 10 साल पेट्रोलियम मिनिस्ट्री को देखा है।
उज्ज्वला योजना का श्रेय
धर्मेंद्र प्रधान की सबसे बड़ी उपलब्धि घर घर रसोई गैस की उज्ज्वला योजना है जो उन्होंने पेट्रोलियम मंत्री रहते हुए लांच की थी।
भाजपा में माना गया कि इस योजना के चलते महिलाओं का ठोस समर्थन भाजपा को मिला है।
संपत्ति (BJP New President Dharmendra Pradhan Property)
चुनावी हलफनामे के मुताबिक धर्मेंद्र प्रधान के पास 2.32 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है जबकि उनकी पत्नी पत्नी के पास 2.95 करोड़ रुपये की चल और 1.37 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अचल संपत्ति है।
धर्मेंद्र प्रधान एक सार्वजनिक धर्मार्थ ट्रस्ट ओडिशा अनुसंधान केंद्र (ओआरसी) के ट्रस्टी बोर्ड के अध्यक्ष और सदस्य भी हैं। उनकी पत्नी सेल्फ एम्प्लॉयड और विकास फाउंडेशन ट्रस्ट में प्रबंध ट्रस्टी हैं।