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BJP New President: 100 रुपए फीस, तमाम कड़ी शर्तें... जानिए कैसे होता है भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव
BJP New President: पार्टी अध्यक्ष चुनने की शुरुआत होती है सदस्यता अभियान से। उम्मीदवार को पार्टी का सक्रिय सदस्य होना अनिवार्य है।
BJP New President: भाजपा का नया अध्यक्ष कौन होगा? देश की राजनीति में इस वक्त यह सबसे चर्चित सवाल है। मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल खत्म हो चुका है। जल्द ही पार्टी अपने नए अध्यक्ष की घोषणा करेगी। मगर राजनीतिक गलियारों में रोज एक नए नाम का कयास लगाया जा रहा है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम सबसे आगे चल रहा था। मगर इन्हें केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलने के बाद नए नामों पर चर्चा शुरु हुई। इनमें अनुराग ठाकुर, सुनील बंसल, देवेंद्र फडणवीज सहित विनोद तावड़े का नाम शामिल है। तो Newstrack की इस रिपोर्ट में पढ़िए कि भाजपा का अध्यक्ष (BJP New President) चुनने की क्या प्रक्रिया होती है?
सदस्यता अभियान से शुरुआत
पार्टी अध्यक्ष चुनने की शुरुआत होती है सदस्यता अभियान से। सदस्यता अभियान में पार्टी नए सदस्यों को अपने साथ जोड़ती है। कोई भी व्यक्ति जो 18 वर्ष से ज्यादा की आयु का है वह पार्टी की सदस्यता ले सकता है। सदस्य बनने के लिए फीस देना अनिवार्य है। सदस्यता की अवधि छह साल की होती है। नए सदस्यों के साथ पुराने सदस्यों को भी अपने सक्रिय होने की पुष्टी करनी होती है। इसके लिए एक्टिव सदस्य अभियान चलाया जाता है। इस अभियान में पार्टी के सक्रिय सदस्य फार्म भर कर अपने एक्टिव होने का सत्यापन करते हैं।
भाजपा का सक्रिय सदस्य होना आवश्यक
भाजपा के संविधान की धारा-12 में एक्टिव मेंबर के नियम दिए गए हैं। पार्टी के चुनाव चिन्ह पर एक्टिव मेंबर ही चुनाव लड़ सकता है। वही व्यक्ति एक्टिव मेंबर बन सकता है जो तीन साल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य रहा हो। एक्टिव सदस्य के लिए 100 रूपए की फीस देकर फार्म भरना होता है। फार्म जमा करना इस बात की गारंटी नहीं है कि वह सक्रिय सदस्य बन सकता है। आवेदन अस्वीकार भी हो सकता है। अस्वीकार होने की स्थिति में दिए गए 100 रुपए वापस नहीं होते। एक्टिव मेंबर बनने के बाद ही सदस्य कोई चुनाव लड़ सकता है। पार्टी अध्यक्ष (BJP New President) के लिए भी एक्टिव मेंबर होना अनिवार्य है।
कैसे चुना जाता है पार्टी अध्यक्ष? (BJP New President)
पार्टी अध्यक्ष का चुनाव भाजपा के संविधान की धारा-19 के तहत होता है। यह चुनाव पार्टी का निर्वाचन मंडल के प्रस्ताव के बाद है। इस मंडल में राष्ट्रीय और प्रदेश परिषद के सदस्य होते हैं। राष्ट्रीय परिषद में मुख्यत: 10 सांसद सहित तमाम वरिष्ठ नेता होते हैं। प्रदेश परिषद में मुख्य रूप से विधायक, सांसद और जिले से निर्वाचित सदस्य शामिल होते हैं। इनमें से 20 सदस्य निर्वाचन मंडल का हिस्सा होते हैं। निर्वाचन मंडल पार्टी अध्यक्ष (BJP New President) की योग्यता रखने वाले नेता का नाम प्रस्तावित करता है। जिसके बाद पार्टी अध्यक्ष का चुनाव होता है। यह चुनाव पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी कराती है। चुनाव के नियम तय करने का अधिकार भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के हाथों में होता है।
कौन बन सकता है पार्टी अध्यक्ष? (BJP New President)
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष (BJP New President) बनने के लिए कई शर्तें हैं। वही व्यक्ति अध्यक्ष पद का दावेदार हो सकेगा जो कम-से-कम चार अवधियों तक सक्रिय सदस्य रहा हो। साथ ही कम-से-कम 15 वर्ष तक प्राथमिक सदस्य रहा हो। इन नियमों पर फिट बैठने वाले नेता का नाम निर्वाचक मण्डल संयुक्त रूप से प्रस्तावित कर सकेगा। मगर निर्वाचक मंडल का प्रस्ताव आखिरी नहीं माना जाता। मंडल के साथ-साथ प्रस्तावित नाम पर कम-से-कम पांच राज्यों से संयुक्त प्रस्ताव आना जरूरी है। यह पांच राज्य ऐसे होंगे जहां राष्ट्रीय परिषद के चुनाव संपन्न हो चुके हों। इसके साथ ही प्रस्तावित उम्मीदवार की नामांकन पत्र पर स्वीकृति आवश्यक होगी। पार्टी किसी पर पद थोप नहीं सकती। भाजपा के संविधान में अध्यक्ष पद के लिए उम्र का कोई जिक्र नहीं किया गया है। हालांकि, तमाम शर्तों पर नजर डालें तो उम्मीदवार की उम्र 35 से अधिक होगी।