TRENDING TAGS :
BJP के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं हुईं तेज, कई दावेदार बन गए कैबिनेट मंत्री, रेस में अब अनुराग ठाकुर, बंसल और तावड़े का नाम
BJP New President: अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल पिछले साल दिसंबर में ही समाप्त हो गया था मगर उन्हें छह महीने का विस्तार दिया गया था।
BJP New President: प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार देश की कमान संभाल ली है। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के साथ भाजपा और सहयोगी दलों के कई दिग्गज नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ले ली है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को भी केंद्रीय मंत्री बनाया गया है। अध्यक्ष के रूप में नड्डा का कार्यकाल पिछले साल दिसंबर में ही समाप्त हो गया था मगर उन्हें छह महीने का विस्तार दिया गया था। अब यह समय सीमा भी 30 जून को समाप्त होने वाली है।
ऐसे में भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर दिल्ली के सियासी हल्कों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। अध्यक्ष पद के कई दावेदार रविवार को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। ऐसे में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, सुनील बंसल और विनोद तावड़े का नाम अध्यक्ष पद की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। हालांकि पार्टी की ओर से अभी तक इस बाबत कोई बयान नहीं दिया गया है।
सभी बड़े दावेदार मोदी सरकार में बने मंत्री
मध्य प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव और इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान की मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही थी मगर पार्टी के शीराष नेतृत्व ने मोहनलाल यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया था।
इसके बाद से ही शिवराज सिंह चौहान को अगला भाजपा अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। हालांकि रविवार को शिवराज ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले ली है और ऐसे में उनकी दावेदारी अब खत्म हो चुकी है।
हरियाणा में हुए सत्ता बदलाव में मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया था। ऐसे में खट्टर का नाम भी अध्यक्ष पद के लिए चर्चाओं में था। खट्टर को प्रधानमंत्री मोदी का नजदीकी माना जाता है। ऐसे में उनकी दावेदारी मजबूत थी मगर वे भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं।
भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान की भी नए अध्यक्ष के रूप में दावेदारी मजबूत मानी जा रही थी मगर इन दोनों को भी मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा चुका है। ऐसे में अध्यक्ष पद के सभी बड़े दावेदार कैबिनेट मंत्री बनाए जा चुके हैं।
सुनील बंसल की दावेदारी काफी मजबूत
अब अध्यक्ष पद की दौड़ में तीन दावेदारों को सबसे आगे माना जा रहा है। इनमें पहला नाम पार्टी महासचिव सुनील बंसल का है। मौजूदा समय में बंसल ओडिशा, बंगाल और तेलंगाना के प्रभारी हैं। वे उत्तर प्रदेश में भाजपा के संगठन मंत्री के रूप में भी सफल पारी खेल चुके हैं। उन्हें अमित शाह का करीबी माना जाता है। पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी उन्होंने सक्रिय भूमिका निभाई थी।
उत्तर प्रदेश में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद इनाम के तौर पर बंसल को राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका दी गई थी। लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें भाजपा के कॉल सेंटर्स का जिम्मा सोपा गया था। ओडिशा के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा में इस बार शानदार प्रदर्शन किया है। बंसल ने कम समय में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का भरोसा जीता है। ऐसे में उनकी दावेदारी काफी मजबूत मानी जा रही है।
विनोद तावड़े का नाम भी अध्यक्ष पद की दौड़ में
अध्यक्ष पद की दौड़ में एक और महत्वपूर्ण नाम पार्टी महासचिव विनोद तावड़े का भी है। महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले तावड़े पिछड़े समाज से आते हैं। मौजूदा समय में तावड़े पार्टी महासचिव के साथ ही बिहार के प्रभारी पद की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं।
इसके साथ ही वे मोदी सरकार की योजनाओं के प्रचार की जिम्मेदारी भी संभालते रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी की ओर से उन्हें अहम जिम्मेदारी सौंपी गई थी उन्होंने कम समय में ही पार्टी में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। ऐसे में उन्हें भी अध्यक्ष पद का मजबूत दावेदार माना जा रहा है।
अनुराग ठाकुर का नाम अचानक चर्चाओं में आया
लोकसभा चुनाव में इस बार पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर लगातार पांचवीं जीत हासिल करते हुए संसद में पहुंचे हैं। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट पर चुनाव जीता है। केंद्रीय मंत्री पद के लिए उनकी दावेदारी को इस बार भी काफी मजबूत माना जा रहा थामगर उन्हें मंत्री न बनाए जाने पर हैरानी जताई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश के साथ ही अन्य क्षेत्रों के चुनाव प्रचार में भी अनुराग ठाकुर ने प्रमुख भूमिका निभाई थी। मोदी कैबिनेट में शामिल न किए जाने के बाद अनुराग ठाकुर का नाम भी अचानक चर्चाओं में आ गया है।
जानकारों का कहना है कि अनुराग ठाकुर को भी आने वाले दिनों में पार्टी की ओर से बड़ी जिम्मेदारी सौंपक जा सकती है। माना जा रहा है कि नड्डा की कैबिनेट मंत्री के रूप में ताजपोशी के बाद भाजपा का नया अध्यक्ष चुनने की दिशा में जल्द ही बड़ा कदम उठाया जा सकता है।