TRENDING TAGS :
2019 के आम चुनावों में सफलता के लिए BJP तैयार करेगी दो साल का रोडमैप
अर्थव्यवस्था में आई भारी गिरावट, पेट्रोल के बढ़ते दाम और मुद्रास्फिति में उछाल के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सोमवार (24 सितंबर) को यहां तालकटोरा स्टेडियम में हो रही है। इस बैठक में पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में राज्यों के पदाधिकारी भी भाग लेंगे।
विशेष संवाददाता
नई दिल्ली : अर्थव्यवस्था में आई भारी गिरावट, पेट्रोल के बढ़ते दाम और मुद्रास्फिति में उछाल के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विस्तारित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक सोमवार (24 सितंबर) को यहां तालकटोरा स्टेडियम में हो रही है। इस बैठक में पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों, विधान परिषद सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में राज्यों के पदाधिकारी भी भाग लेंगे।
देशभर से करीब 2 हजार के करीब पार्टी जनों के बैठक में शामिल होने के आसार हैं। हालांकि बैठक का एजेंडा पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जन्मशताब्दी वर्ष के संपन्न होने पर हो रहा है लेकिन गुजरात, हिमाचल और अगले साल के शुरू में कर्नाटक चुनावों की रणनीति पर गंभीरता से चर्चा होनी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह विस्तार से अपना रुख पेश करते हुए पार्टी सांसदों, विधायकों और चुनावी रणनीति से जुड़े लोगों को कई अहम टिप्स देंगे जिसमें पार्टी की चुनावी मशीनरी को विधानसभा व लोकसभा के आम चुनावों का रोडमैप तैयार करने को कहेंगे। कार्यकारिणी के पहले राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक रविवार को होगी जिसमें सोमवार की विस्तारित बैठक की रूपरेखा और एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाना है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पिछली बैठक विशाखापटनम में अगस्त में हुई थी। पार्टी सूत्रों का मानना है कि 2019 के आम चुनावों की जीत के पहले राज्यों के चुनावों में पार्टी की जीत को हर हाल में सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। हालांकि पार्टी पदाधिकारी खास तौर पर संघ परिवार से जुड़े बीजेपी पदाधिकारी मानते हैं कि पिछले कुछ महीनों में सरकार की छवि पर बुरा असर पड़ा है तथा दिल्ली की बुराड़ी विस सीट के उपचुनाव की समीक्षा के बाद स्पष्ट संकेत मिले हैं कि नोटबंदी के बाद जीएसटी और शहरों में रोजगार छिनने की प्रकिया से गरीब और मध्यमवर्ग हर तरफ नाराजगी है।
गुजरात के चुनाव प्रभारी के तौर पर अरुण जेटली, हिमाचल के लिए थावर चंद गहलौत और कर्नाटक के तीसरे कैबिनेट मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को दायित्व सौंपा जा चुका है। लोकसभा चुनावों की तैयारी अगले साल दीवाली के बाद आरंभ हो जाएगी सो अभी से उन प्रदेशों पर खास फोकस हो रहा है जहां पार्टी कमजोर है। इसमें ओडिशा, तमिलनाडु, केरल और पंजाब शामिल हैं।