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कंपनी या संस्थान में काम करते समय जब बॉस से आ जाए तकरार की नौबत...
आप जिस भी कंपनी या संस्थान में काम करते हैं उसमें कई बार ऐसी नौबत आ जाती है जिसमें आपके बॉस या मैनेजर से रिश्ते खराब हो जाते हैं। इसका सबसे अधिक नुकसान आपको ही उठाना पड़ता है। इसकी वजह कुछ भी हो सकती है। जैसे कई बार बॉस गलत होता है तो कई बार आप भी गलत हो सकते हैं। ऐसे में आपके मन में कई सवाल उठते होंगे कि खराब बॉस के साथ किस तरह से डील करें? टफ बॉस के साथ काम करते हुए किस तरह से खुद की तरक्की निश्चित करेंगे? ये सवाल परेशान कर सकते हैं, पर अगर समझदारी से काम लिया जाए तो आप इस स्थिति में भी सफल होकर दिखा जा सकते हैं। आइए जानते हैं कुछ टिप्स-
बॉस की तरह सोचें
कई बार जब आपको बात समझ में न आए तो खुद को बॉस की जगह पर रखकर देखें। इसके बाद आपका नजरिया बदल जाएगा। बॉस हैं तो सबके साथ किस तरह का व्यवहार करेंगे। जैसे अगर आपके कर्मचारी का टारगेट पूरा नहीं हुआ है तो क्या करना चाहिए। किस तरह से उसे हैंडल करना चाहिए। मीटिंग में चुप रहने वाले कलीग्स और लगातार बहस करने वाले टीम मेंबर को किस तरह से समझाना चाहिए? हमेशा ध्यान रखें कि बॉस के दिमाग में एक साथ कई चीजें चलती हैं। आप सिर्फ उसका एक हिस्सा हैं। उसे कई लोगों को मैनेज करना पड़ता है। वह खुद के बॉस के साथ भी डील करता है। सीमित समय में उसे आपकी जरूरत पड़ती है। वह आपसे बात करता है और चाहता है कि काम सही तरह से समय पर पूरी हो जाएं। इससे बॉस के प्रति अगर गलत धारणा बन गई है तो दूर हो जाएगी।
बॉस से उलझें नहीं, सपोर्ट करें
यह अच्छी बात नहीं है कि आपको बॉस की अथॉरिटी को कमजोर करने वाले इंसान के तौर पर देखा जाए। इससे आप कंपनी के बेसिक स्ट्रक्चर को कमजोर वाले शख्स के तौर पर देखे जाते हैं। अगर आप सबके सामने अपने बॉस के बारे में भला-बुरा कहते हैं तो इससे लोग असहज हो जाते हैं, फिर चाहे वे आपको इसके बारे में न बताएं। इससे लोगों का आपके ऊपर से विश्वास घटता जाता है, जो कि अच्छी बात नहीं है। अगर आप बॉस से वाकई परेशान हैं तो सबके साथ जिक्र करने के बजाय एचआर या बॉस के बॉस से मिलें। अपनी टोन और शिकायत को प्रोफेशनल बनाए रखें। यह ध्यान रखें कि कंपनी ठोस सबूतों के आधार पर ही काम करती है। इसलिए बेवजह बॉस से उलझने से बचना चाहिए।
हमेशा धैर्य बनाए रखें
कई बार आपमें समस्या होने के कारण भी बॉस के साथ युद्ध जैसी स्थिति हो जाती है। इससे बचने के लिए खुद के बारे में बेहतर माहौल तैयार करने की जरूरत होती है। बॉस के काम करने के तरीके पर गौर करें। बॉस के साथ इस तरह से काम करें कि उसका आप पर विश्वास बढ़े। बॉस के एजेंडा को सपोर्ट करने के लिए छोटे-छोटे कदम बढ़ाएं। आपने जो वायदे किए हैं, उन्हें समय पर पूरे करें। हां, एक बात का जरुर ध्यान दें कि हमेशा धैर्य बनाए रखें। बॉस के साथ बेहतर संबंध बनाने में समय लगता है। इसलिए परेशान होने की जरूरत नहीं है।
जरूरत हो तो मेंटर की मदद लें
अगर आपका बॉस खराब है या अच्छी तरह से काम नहीं करता है तो आप उससे कुछ भी नया नहीं सीख सकते हैं तो आप अपने मेंटर से मदद लें। लोग इसी दिन के लिए अपना मेंटर बनाते है जो वर्कप्लेस और इंडस्ट्री में आपको सही राय देता है। वो आपको सही राय देगा। इस बात का ख्याल रखें कि आप किसी समझदार व्यक्ति के साथ संबंध बना रहे हैं और आपको उससे सीखने के लिए समय खर्च करना होगा। आपका मेंटर ऐसा होना चाहिए जिसके साथ आप अपनी चुनौतियों के बारे में खुलकर बात कर सकें। मेंटर ऐसा होना चाहिए जो कमी तो निकाले मगर आपको उससे घबराने के बजाय सीखकर आगे बढऩे के लिए प्रेरित कर सके।
बॉस के बारे में भी सही सोचें
हर किसी के पास अपने बॉस की अलग-अलग कहानी है। आप परिवार और दोस्तों के साथ बॉस के बारे में वही बात कही जाती है जो उसकी कहानी में होती है। इससे बचने के लिए आप बॉस के बारे में सही सोचें। सकारात्मक बातें जानें। इससे आपको बॉस से भय आदि नहीं लगेगा। जब भी आप किसी के बारे में कुछ गलत बोलते हैं तो मन में एक डर बैठ जाता है कि अगर ये बात बॉस तक पहुंच जाएगी तो मेरा क्या होगा। इससे बचना चाहिए।
बॉस के साथ मेलजोल बढ़ाएं
हर बॉस भी आपकी हमारी तरह ही एक इंसान होता है। जब वह काम से नहीं जूझता है तो वह भी आम आदमी की तरह सोचता और बर्ताव करता है। उसे भी कर्मचारियों के साथ अच्छा बर्ताव करके अच्छा लगाता है। ऐसे में जब भी आपको मौका मिले बॉस से मेलजोल जरूर बढ़ाएं। उसके साथ अपने समीकरणों को बदलने के लिए समझें कि वह काम पूरा करने के बाद किस तरह का इंसान है। उसके साथ भोजन करने या कॉफी पीने का मौका न छोड़ें। जब आप वर्कप्लेस के बाहर यह पता कर लेते हैं कि उसकी निजी परिस्थितियां किस तरह की हैं तो आप उसे बेहतर तरीके से समझने लगते हैं।