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Cabinet Decision: नेशनल क्वांटम मिशन क्या है? जिसे आज केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी...जानें भारत के लिए इसकी उपयोगिता

National Quantum Mission: केंद्रीय मंत्री ने बताया, कि इसके लिए चार अलग-अलग हब बनाए जाएंगे। इसका संचालन विज्ञान एवं तकनीकी विभाग के मिशन डायरेक्टर करेंगे। मिशन को दिशा-निर्देश देने के लिए एक गवर्निंग बॉडी भी होगी।

Aman Kumar Singh
Published on: 20 April 2023 1:10 AM IST (Updated on: 20 April 2023 1:32 AM IST)
Cabinet Decision: नेशनल क्वांटम मिशन क्या है? जिसे आज केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी...जानें भारत के लिए इसकी उपयोगिता
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प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)

National Quantum Mission: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अध्यक्षता में बुधवार (19 अप्रैल) को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट मीटिंग में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इस दौरान नेशनल क्वांटम मिशन (National Quantum Mission) को मंजूरी मिली। बैठक ख़त्म होने के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया को बताया कि, अहम फैसलों के साथ नेशनल क्वांटम मिशन के लिए मंजूरी भी पीएम मोदी की सरकार ने दी है। इस मिशन के लिए 6,003 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान है। जिसकी समयसीमा 2023-24 से 2030-31 तक होगी।

आपको बता दें, कैबिनेट मीटिंग में सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2023 (Cinematograph Act 2023) पर भी बड़ा फैसला लिया गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'फिल्म इंडस्ट्री, एक्टर्स और प्रशंसकों से जुड़ा निर्णय लिया गया है। लंबे समय से मांग थी कि, पायरेसी पर कुछ किया जाए। आज हुई कैबिनेट बैठक में अनुमति दी गई है कि संसद के आगामी सत्र में सिनेमेटोग्राफ एक्ट 2023 लाया जाएगा।

क्या है राष्ट्रीय क्वांटम मिशन?

आपको बता दें, क्वांटम तकनीक (Quantum Technology) में सामान्य कंप्यूटर से कई गुणा अधिक डेटा, कई गुणा कम समय में प्रोसेस कर सकता है। माना जा रहा है कि संचार (Communications), स्वास्थ्य (Health), फार्मा (Pharma), वित्तीय क्षेत्र (financial sector), ऊर्जा (Energy), रक्षा (Defense) और डाटा सुरक्षा (Data Security) मामलों में इसका उपयोग हो सकता है। वर्तमान में दुनिया के कुछ ही देशों में इसका इस्तेमाल हो रहा है।

वर्तमान समय में कंप्यूटर तकनीक में कुछ न कुछ नया बदलाव होता रहता है। क्वांटम कंप्यूटिंग (Quantum Computing) एक तेज़ी से बढ़ती तकनीक है जिसका प्रयोग काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा है। जैसे कि, जो भी पुराने कंप्यूटरों के लिए जिन बातों को हल करने में काफी दिक्कत होती और समय लगता है, वह काम इस तकनीक से बेहद आसान हो जाता है। ये भी बता दें कि, क्वांटम तकनीक भौतिकी (Physics) की एक शाखा है। आज के कंप्यूटर में प्रयोग होने वाली तकनीक से ये बेहतर मानी जा रही है। इसका इस्तेमाल काफी सफल रहा है। इस तकनीक से कंप्युटिंग में काफी आसानी हो रही है। डाटा प्रोसेस (Data Process) करने और उसे जरूरत के हिसाब से तैयार करने में काफी आसानी हो रही है।

इन 6 अग्रणी देशों की कतार में भारत भी

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह (Science and Technology Minister Jitendra Singh) ने विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, पिछले 9 वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने कई क्रांतिकारी कार्य किए। नेशनल क्वांटम मिशन इस दिशा में बड़ा कदम है। आज जब भारत सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अग्रणी है। हमारा देश सबसे बड़े पक्षकारों में शामिल है। ऐसे में क्वांटम से जुड़ी सूचनाओं का संवर्द्धन महत्वपूर्ण होता है। इस मिशन के तहत सूचनाओं का संवर्द्धन तेज होगा। साथ ही इन्हें अधिक विश्वसनीय बनाया जा सकेगा। भारत इस कदम से दुनिया के अग्रणी 6 देशों के साथ खड़ा हो गया है, जिनके पास इस तरह की क्षमता है। ये देश हैं अमेरिका (USA), कनाडा (Canada), फ्रांस (France), ऑस्ट्रिया (Austria), फिनलैंड (Finland) और चीन (China) शामिल हैं।

Aman Kumar Singh

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