TRENDING TAGS :
कलकत्ता हाईकोर्ट से BJP को बड़ी राहत, परिवर्तन यात्रा बंद करने की याचिका खारिज
पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। इन सभी राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल मई के आखिर से लेकर जून के पहले सप्ताह तक खत्म हो जाएगा।
दुर्गापुर: कलकत्ता हाईकोर्ट से बीजेपी को बड़ी राहत मिली है। बंगाल में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा बंद करने की याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया है। कोर्ट ने ये फैसला जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान लिया।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी राज्य में 'परिवर्तन यात्रा' निकाल रही है। इसकी शुरुआत खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने किया।
लेकिन बीजेपी की इस परिवर्तन यात्रा को बंद करने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई, जिसको आज कोर्ट ने सुनवाई के दौरान खारिज कर दिया।
हाईकोर्ट के मुताबिक, याचिकाकर्ता ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की लीगल सेल का परिचय देकर याचिका दायर की है। कोर्ट कोई राजनीतिक शत्रुता मिटाने की जगह नहीं है। इस तरह कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश से बीजेपी को बड़ी राहत मिली है।
कलकत्ता हाईकोर्ट से BJP को बड़ी राहत, परिवर्तन यात्रा बंद करने की याचिका खारिज(फोटो:सोशल मीडिया)
परिवर्तन यात्रा: जेपी नड्डा बोले-पीएम मोदी के दिल में बंगाल के लिए स्पेशल जगह
15 फरवरी तक बंगाल समेत पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान
पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है। इन सभी राज्यों की विधानसभाओं का कार्यकाल मई के आखिर से लेकर जून के पहले सप्ताह तक खत्म हो जाएगा।
ऐसे में 15 फरवरी तक चुनाव की तारीखों का एलान हो जाने की संभावना जताई जा रही है। चुनाव आयोग भी इन राज्यों की व्यवस्थाओं का आकलन करने में जुट गया है।
वर्तमान समय में प.बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव कराना सबसे बड़ी चुनौती है। भाजपा ने हिंसा की आशंका से अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की मांग की है। आयोग की टीम तमिलनाडु, केरल व पुडुचेरी के दौरे पर है।
कलकत्ता हाईकोर्ट से BJP को बड़ी राहत, परिवर्तन यात्रा बंद करने की याचिका खारिज(फोटो:सोशल मीडिया)
बंगाल विधानसभा चुनाव: नड्डा का दीदी पर वार, कहा- किसानों के लिए कुछ नहीं किया
पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण मतदान के लिए छह से आठ चरणों में मतदान
कोरोना महामारी का कहर हालांकि काफी हद तक सीमित हो चुका है। और बिहार विधानसभा के चुनाव आयोग ने तब सफलतापूर्वक संपन्न कराए थे जब कोरोना अपने पीक पर था।
इसलिए इस बार भी संभावना यही है कि आयोग पांच में दो से लेकर आठ चरण तक में चुनाव संपन्न करा सकता है। पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्ण मतदान के लिए छह से आठ चरण में तो असम, तमिलनाडु और केरल में दो से तीन चरण में चुनाव कराए जा सकते हैं। पुडुचेरी में एक ही चरण में चुनाव होने की संभावना है।
बंगाल: वामपंथियों व पुलिस में संघर्ष, डीसीपी समेत 100 लोग जख्मी, 10 हिरासत में